डीएनए हिंदी: मई 2023 में भारत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) लेनदेन में साल-दर-साल 58 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि देखी गई है. आंकड़ों के मुताबिक मई में नौ अरब से अधिक लेनदेन किए गए, जिनकी राशि 14 लाख करोड़ रुपये से अधिक थी. इसी अवधि के लिए मासिक लेनदेन मूल्य पिछले वर्ष की तुलना में 43 प्रतिशत चढ़ गया.
भारत का UPI विश्व स्तर पर स्वीकृत भुगतान प्रणालियों में से एक है और 2016 में लॉन्च होने के बाद से एक विश्वसनीय भुगतान मोड के रूप में उभरा है. घरेलू भुगतान तंत्र ने वित्त वर्ष 2023 में 83 बिलियन से अधिक लेनदेन की प्रक्रिया की है, जिसकी राशि 139 लाख करोड़ रुपये है.
वित्त वर्ष 2022 में 38 अरब ट्रांजैक्शन हुए, जो 84 लाख करोड़ रुपये के हैं.
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पर्यटकों के लिए यूपीआई
फरवरी में भारत सरकार ने भारत में आगंतुकों को देश में चीजें खरीदने के लिए UPI की सुविधा दी. शुरुआत में केवल G-20 देशों के आगंतुकों को UPI भुगतान करने की अनुमति है, और केवल कुछ हवाई अड्डों पर आने वालों को इसकी इजाजत है.
भारत के नवंबर तक G-20 की अध्यक्षता करने के साथ, विदेशी प्रतिनिधियों को देश में कई कार्यक्रमों में आमंत्रित किया गया है.
पिछले छह वर्षों में, यूपीआई लेनदेन में भारी उछाल आया है.
10 देशों में अनिवासी भारतीय (NRI) अपने भारत के फोन नंबर पर निर्भर हुए बिना लेनदेन के लिए यूपीआई सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं. इसमें सिंगापुर, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, हांगकांग, ओमान, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और ब्रिटेन देश शामिल हैं.
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