डीएनए हिंदी: आरबीआई देश में महंगाई को कम करने के लिए लगातार ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहा है. आज यानी 7 दिसंबर को रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) की मॉनेटरी पॉलिसी (RBI MPC Meet) की बैठक में 5 वीं बार नीतिगत ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गई है. MPC मेंबर्स ने ऐसा लगातार 5वीं बार किया है और इस बार नीतिगत दरों में (RBI Policy Rates) में 35 बेसिस पॉइंट्स की बढ़ोतरी की गई है. इस बढ़ोतरी के बाद रेपो रेट (RBI Repo Rate Hike) 6.25 अंक पर आ गई है.
RBI ने क्यों बढ़ाया रेपो रेट
आरबीआई के इस फैसले के पीछे दरअसल ग्रोथ और महंगाई के बीच बैलेंस बनाने का मकसद है. अभी तक जो रेपो रेट 5.90 प्रतिशत था वो अब 35 बेसिस अंक के इजाफे के साथ 6.25 प्रतिशत हो गया है. बता दें कि मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी के 6 सदस्यों में 4 लोगों ने रेपो रेट को बढ़ाने के पक्ष में वोट किया था. इस बढ़ोतरी से महंगाई दर में थोड़ी कमी देखने को मिली है जिसके बाद रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने ग्रोथ पर फोकस किया है. इस साल RBI ने अब तक 190 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी कर दी है यानी अब तक 1.90 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर चुका है. बता दें कि लगातार ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने से देश की आर्थिक विकास पर दबाव पड़ रहा था जिसके बाद आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikant Das) ने ब्याज दरों की बढ़ोतरी में लचीलापन ला दिया.
महंगाई कितनी हुई कम
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि अक्टूबर में महंगाई दर घटकर 6.77 प्रतिशत रही. पिछले तीन महीनों में यह सबसे निचला स्तर है. सितंबर में महंगाई दर 7.41 प्रतिशत थी. लिहाजा यह पिछले 10 महीनों के रिज़र्व बैंक की तय सीमा से कहीं ज्यादा है.
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