डीएनए हिंदी: सीरीज के तीसरे और आखिरी टी20 मैच को भारत ने छह विकेट से जीत लिया और इसी के साथ 2-1 से सीरीज भी जीती. लेकिन ये जीत इतनी भी आसान नहीं रही. अगर सूर्या और विराट कोहली ना होते तो शायद भारत इस सीरीज से हाथ धो बैठता. मैच में टीम इंडिया की लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरुआत अच्छी नहीं रही. केएल राहुल के रूप में पहला झटका जहां 5 रन पर लगा. वहीं जब स्कोर 30 रन तक ही पहुंचा तो कप्तान रोहित शर्मा भी पवेलियन लौट गए. मैच में ऑस्ट्रेलिया का दबदबा हो गया. लेकिन जब सब कुछ ऑस्ट्रेलिया के हित में होता दिख रहा था तभी क्रीज पर नए-नए आए सूर्यकुमार यादव और विराट कोहली किसी बड़े धमाके का अंदर ही अंदर प्लान बना रहे थे.
दोनों ने रोहित और राहुल का विकेट गिरने के बाद बड़ी खूबसूरती से पारी को संभाला और बारी-बारी से अटैक किया. जहां पहले कोहली ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर आक्रमण किया तो वहीं कुछ देर बादल कोहली शांत हुए और सूर्या ने मोर्चा संभाला. सूर्या ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की ऐसी धुनाई की जिसने मैच भारत के पक्ष में मोड़ दिया. कोहली और सूर्या के बीच 104 रनों की मजबूत साझेदारी हुई. इसी पारी ने भारत की जीत की नींव भी रखी.
सूर्या ने अपने टी20 करियर की जहां 7वीं फिफ्टी लगाई. वहीं कोहली ने भी करियर की 33वीं हॉफ सेंचुरी लगाई. सूर्या ने 36 गेंदों पर 69 रनों की पारी में 5 चौके और 5 छक्के लगाए. वहीं कोहली ने 48 गेंदों पर 63 रन बनाए. कोहली ने तीन चौके और 4 छक्के जड़े.
टीम इंडिया के फैंस भी कोहली और सूर्या की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. सोशल मीडिया पर हर तरफ इन दोनों के ही चर्चे हो रहे हैं.
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