डीएनए हिंदी: बेंगलुरू में खेले जा रहे दिलीप ट्रॉफी 2023 (Duleep Trophy 2023) के फाइनल में साउथ जोन (South Zome) और वेस्ट जोन (West Zone) का मुकाबला जारी है. इस मुकाबले में पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw), चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara), सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) और सरफराज खान (Sarfaraz Khan) जैसे स्टार क्रिकेटर्स खेल रहे हैं. दिलीप ट्राफी फाइनल के दूसरे दिन वेस्ट जोन ने स्टंप तक 7 विकेट गंवाकर 129 रन बना लिए हैं. सरफराज खान एक बार फिर से खाता खोलने में नाकाम रहे. वह पिछली तीन पारियों में दूसरी पारी 0 पर आउट हो गए. साउथ जोन के गेंदबाजों ने पहले दिन बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन की भरपायी करने में मदद की. वेस्ट जोन की टीम अभी भी साउथ जोन से अब भी 84 रन से पिछड़ रही है. इससे पहले साउथ जोन पहली पारी में 213 रन पर सिमट गयी थी.
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आज सुबह सात विकेट पर 182 रन से आगे खेलना शुरु किया. पहले दिन पृथ्वी शॉ और हार्विक देसाई ने वेस्ट जोन को एक विकेट पर 97 रन के स्कोर तक पहुंचाया. शॉ ने अपनी 65 रन की पारी के दौरान कुछ शानदार शॉट लगाए. बारिश की वजह से थोड़ी देर खेल रुका. वी विजयकुमार ने शॉ और हार्विक देसाई को अपनी शॉर्ट पिच गेंदबाजी से परेशान किया. विद्वत कावेरप्पा ने हार्विक देसाई को आउट कर यह भागीदारी तोड़ी. वी विजयकुमार ने शॉ को अपर कट शॉट खेलने के लिए मजबूर किया और यह थर्ड मैन पर खड़े विद्वत कावेरप्पा के हाथों में समा गया. उन्होंने 101 गेंद की पारी के दौरान नौ बाउंड्री लगाई.
सरफराज खान का नहीं चल रहा बल्ला
सूर्यकुमार यादव ने अपने चिर परिचित टी20 क्रिकेट अंदाज में खेलना शुरू किया और इसी चक्कर में एक बार आउट होने से बचे. लेकिन जल्द ही उनकी पारी का अंत हो गया, मुंबई का यह बल्लेबाज विद्वत कावेरप्पा की गुडलेंथ गेंद पर हनुमा विहारी के हाथों कैच आउट हुआ. विद्वत कावेरप्पा ने जल्द ही सरफराज खान को आउट किया जो खाता भी नहीं खोल सके. इससे आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी और अब जिम्मेदारी चेतेश्वर पुजारा के कंधों पर थी लेकिन यह अनुभवी बल्लेबाज इस दफा इसे निभाने में असफल रहा. विद्वत कावेरप्पा की गेंद पर आर समर्थ के कैच ने पुजारा की पारी खत्म की.
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सरफराज सेमीफाइनल में भी कुछ खास नहीं कर सके थे. वह दो पारियों में सिर्फ 6 रन बना सके थे. पहली पारी में वह खाता भी नहीं खोल सके और दूसरी पारी में दहाई का आंकड़ा छूने से पहले ही पवेलियन लौट गए. ऐसे में सवाल ये है कि वेस्टइंडीज दौरे पर न चुने जाने के बाद जिस बल्लेबाज के लिए इतना हंगामा हुआ था उसके इस फॉर्म को देखते हुए कैसे किसी टीम में जगह दी जा सकती है.
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