डीएनए हिंंदी: वनडे वर्ल्डकप 2023 (ICC Cricket World Cup 2023) के मेजबानी करने के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है. क्रिकेट इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि भारत अकेले वर्ल्डकप की मेजबानी करेगा. इससे पहले पड़ोसियों के साथ भारत को संयुक्त मेजबानी मिलती रही है. 50 ओवर के इस खेल का इतिहास काफी पुराना हो चुका है. पहली बार भारत ने 1983 में कपिल देव (Kapil Dev) की कप्तानी में भारत को विश्व चैंपियन (Cricket World Champion) बनाया था. फाइनल मुकाबले में भारत ने दो बार की विश्वविजेता वेस्टइंडीज को मात दी थी. दूसरी बार भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की कप्तानी में खिताब जीता. साल 2011 में जब भारतीय टीम ने फाइनल मुकाबले में श्रीलंका को मात दी थी. ये 50 ओवर में भारतीय टीम का पहला वर्ल्डकप था. चलिए जानते हैं वनडे क्रिकेट का इतिहास और कैसे 6 दिन तक खेले जाने वाले खेल को एक दिन का बना दिया गया.
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आज की युवा पीढ़ी ने वनडे क्रिकेट को 50 ओवर फॉर्मेट में ही देखा है, जो 9 घंटे में खत्म हो जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पहले वनडे क्रिकेट 60 ओवर का खेला जाता था. 5 जनवरी 1971 को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच इतिहास का पहला वनडे मुकाबला खेला गया. उस समय इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर टेस्ट मैच चल रहा था. तीन दिन बारिश की वजह से धुल गए. तब मैच के अधिकारियों ने 8 बॉल के ओवर के 40-40 ओवर के मैच खेलने को कहा. इस मैच को ऑस्ट्रेलिया ने 5 विकेट से अपने नाम कर लिया.
एक ओवर में फेंकी जाती थीं 8 गेंदें
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के मीडिया टायकुन केरी पैकर ने कई दिग्गजों को लेकर वनडे क्रिकेट की शुरुआत की थी. जहां रंगीन कपड़े होते थे. व्हाइट बॉल होती थी. मैदान पर कैमरे लगे होते थे और इन मैचों को टीवी पर प्रसारण होता था. इसकी प्रसिद्धि ने वर्ल्ड क्रिकेट को वनडे क्रिकेट की तरफ मुड़ने पर मजबूर किया और साल 1975 में पहली बार इस फॉर्मेट का वर्ल्डकप खेला गया. इस बार इस वनडे में पहला नियम यह बदला की एक ओवर 8 गेंद का नहीं बल्कि 6 बॉल की होगी. इसके बाद मुकाबला 40 ओवर की वजाय 60 ओवर कर कर दिया गया. हालांकि इस समय भी टीम की जर्सी व्हाइट और गेंद लाल ही थी.
इन 8 टीमों के साथ खेला गया पहला वर्ल्डकप
8 टीमों के बीच खेले गए इस टूर्नामेंट को वेस्टइंडीज ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर जीत लिया. दूसरा टूर्नामेंट 1979 में खेला गया, जिसे वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को हराकर जीता. 1983 में यह टूर्नामेंट फिर से इंग्लैंड ने होस्ट किया और भारत ने वेस्टइंडीज को हराकर खिताब जीता. इसी वर्ल्डकप में वनडे क्रिकेट के लिए कुछ नए नियम आए. स्टंप से 30 गज की दूरी पर एक सर्कल होती थी. कुछ फिल्डर्स को इस सर्कल के भीतर ही पूरे मैच के दौरान रखना होता था. इस दौरान खेल में तन पावरप्ले का नियम भी आया. पहला पावरप्ले 1 से 10 ओवर के बीच चलता था, जहां फील्डिंग करने वाली टीम को ज्यादा से ज्यादा दो फील्डर सर्कल के बाहर रखना होता था. 11-40 ओवर की बीच फील्डिंग नॉर्मल होती थी. इस दौरान 4 फील्डर सर्कल के बाहर रह सकते थे. आखिरी 10 ओवर में 5 फील्डर सर्कल के बाहर रह सकते थे.
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साल 2011 में पॉवरप्ले नियम को लेकर बड़ा बदलाव हुआ. आईसीसी ने तीनों पॉवरप्ले फिक्स कर दिए. पहला पावर प्ले 1-10 ओवर के बीच चलता है. दूसरा 11-40 और तीसरा 41-50 ओवर तक. वनडे क्रिकेट 40,45, 50, 55 और 60 ओवर का खेला जा चुका है. बीच में 20-20 ओवर की दो पारियों में भी वनडे क्रिकेट को आयोजित करने की बात चल रही थी लेकिन अभी तक आईसीसी की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. आईसीसी ने अभी 12 टीमों को फुल वनडे मेंबर की श्रेणी में रखा है, जिसमें भारत, पाकिस्तान, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज, श्रीलंका, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे और आयरलैंड शामिल हैं.
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