लॉर्ड्स में पूरी भारतीय टीम शर्टलेस होकर नाचने वाली थी, फिर क्यों सौरव गांगूली पड़ गए अकेले

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 08, 2023, 05:57 PM IST

real story behind sourav ganguly shirtless at lords in 2002 against england yuvraj singh rahul dravid

क्रिकेट के मैदान पर घटी कुछ ऐसी यादगार लम्हें हैं जो आज भी देखने के बाद क्रिकेट के प्रति लगाव और बढ़ जाता है.

डीएनए हिंदी: साल 2002 में लॉर्ड्स के मैदान पर खेला गया नेटवेस्ट सीरीज का वो मुकाबला आज भी सबके जहन में है. भारतीय टीम ने इंग्लैंड में वह ऐतिहासिक जीत हासिल की थी. उस मैच के बाद भारतीय टीम के तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली ने शर्ट उतारकर लॉर्ड्स की बालकनी में डांस किया था. आज भी ये लम्हा भारतीय टीम के सबसे यादगार लम्हों में से एक है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सौरन गांगुली उस मैच के जीतने के बाद अकेले नहीं बल्कि पूरी टीम के साथ शर्टलेस होकर नाचने वाली थी. आखिरी समय पर उन्हें अपने टीम के साथियों ने धोखा दे दिया लेकिन गांगुली इरादे के पक्के थे. उन्होंने अपना इरादा नहीं बदला और अकेले ही शर्ट उतार दी. 

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इस कहानी की शुरुआत वानखेड़े में हुई थी. जब इंग्लैंड को जीत मिली थी तब उनके ऑलराउंडर एंड्र्यू फ्लिंटॉफ ने शर्ट उतार दी थी और मैदान पर ही जश्न मनाया था. ये बात गांगुली को हजम नहीं हुई. उन्होंने मन बनाया कि हम लॉर्ड्स में ऐसा करेंगे. नेटवेस्ट सीरीज का फाइनल मुकाबला लॉर्ड्स के एतिहासिक मैदान पर खेला जाने वाला था. कप्तान ने प्लान बनाया कि अगर हम लॉर्ड्स में जीत जाते हैं तो पूरी टीम शर्ट उतारकर नाचेगी. 

लक्ष्मण ने शर्ट उतारने से रोका था

युवराज सिंह और मोहम्मद कैफ ने जैसे ही भारतीय टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया. सौरव गांगुली ने अपनी शर्ट उतारनी शुरू कर दी. उनके पीछे वीवीएस लक्ष्मण, राहुल द्रविड और जाहीर खान और वीरेंद्र सहवाग बैठे थे. जब गांगुली शर्ट उतार रहे थे तब लक्ष्मण उन्हें रोकने की कोशिश कर रहे थे. हालांकि वीवीएस के रोकने पर भी गांगूली नहीं रुके और उन्होंने शर्ट उतार दी. 

गांगुली भारतीय टीम के उन कप्तानों में गिने जाते हैं जिन्होंने विदेशी टीमों के आंखों में आंखें डालकर लड़ना सिखाया. गांगुली को एग्रेसिव कप्तानों में से एक माना जाता है. वह किसी भी खिलाड़ी के स्लेजिंग का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए जाने जाते हैं. आज बंगाल टाइगर अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं. 

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गांगुली ने भारत को 2002 में चैंपिनंस ट्रॉफी का खिताब दिलाया था. हालांकि यह खिताब टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के साथ शेयर करना पड़ा था. गांगुली की कप्तानी में ही भारतीय टीम ने 2003 वर्ल्डकप के फाइनल में जगह बनाई थी. 113 टेस्ट और 311 वनडे मैच खेलने वाले गांगुली ने भारतीय टीम को कई यादगार लम्हें दिए हैं. 

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