डीएनए हिंदी: पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC Final 2023) के प्लेइंग 11 में अश्विन को शामिल नहीं करने के फैसले पर हैरानी जताई है. उन्होंने कहा कि इस टीम में इस अश्विन के साथ जैसा बर्ताव किया जा रहा है वैसा किसी के साथ नहीं हुआ है. सचिन तेंदुलकर ने भी फाइनल में हार के बाद वर्ल्ड के नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज को नहीं खिलाए जाने पर नाराजगी जताई थी. हालांकि कप्तान और कोच ने इसके पीछे तर्क दिया था कि बारिश की वजह से 4 तेज गेंदबाजों के साथ उतरना सही विकल्प लग रहा था.
अश्विन को प्लेइंग 11 में शामिल नहीं करने पर भड़के गावस्कर
सुनील गावस्कर ने आर अश्विन को प्लेइंग 11 में शामिल नहीं करने पर नाराजगी जताई.अंग्रेजी अखबार में अपने कॉलम में उन्होंने लिखा, 'आज तक किसी भी शीर्ष स्तर के क्रिकेटर के साथ ऐसा व्यवहार नहीं हुआ है जैसा अश्विन के साथ किया गया. वह टेस्ट के नंबर 1 गेंदबाज हैं लेकिन अहम टूर्नामेंट में उन्हें बेंच पर बिठाया गया. ऑस्ट्रेलिया की टीम में 5 बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और सब जानते हैं कि उन्होंने जीत में बड़ी भूमिका निभाई. पहली पारी में ट्रेविस हेड ने शतक लगाया जबकि दूसरी पारी में एलेक्स कैरी व मिचेल स्टार्क ने अच्छी पारियां खेलीं. सब जानते हैं कि बाएं हाथ के बल्लेबाजों के सामने अश्विन प्रभावी हैं, लेकिन उन्हें प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया गया.'
यह भी पढ़ें: वर्ल्ड कप से ज्यादा महत्वपूर्ण IPL जीतना बता गए दादा, सौरव गांगुली के इस बयान पर हंगामा बरपा
भारत के सफलतम गेंदबाजों में से एक हैं अश्विन
टेस्ट में अश्विन के रिकॉर्ड की बात करें तो यह बेहद दमदार नजर आते हैं. अश्विन ने अपने टेस्ट करियर के 92 मैचों में 23.93 की औसत और 51.84 की स्ट्राइक-रेट से 474 विकेट चटकाए हैं. इस दौरान उन्होंने 32 बार एक पारी में 5 या उससे ज्यादा विकेट झटके हैं. इन बेहतरीन रिकॉर्ड के बाद भी उन्हें प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया गया. इसके अलावा, वह बल्ले से भी अच्छा योगदान दे सकते हैं और टेस्ट करियर में उन्होंने कई बार मुश्किल हालात में टीम को उबारा है. गावस्कर ने भी अपने कॉलम में लिखा कि कौन जानता है कि अश्निन टीम में होते तो शायद वह गेंद के साथ बल्ले से भी अच्छा योगदान दे पाते.
यह भी पढ़ें: अब वेस्टइंडीज से टेस्ट, वनडे और T20 खेलेगी टीम इंडिया, जनता बोली- यहां तो क्लीन स्वीप करेंगे
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.