Amitabh Bachchan Birthday: 11 अक्टूबर 2024 वो तारीख जब सदी के महानायक अमिताभ बच्चन 82 वर्ष के हो जाएंगे. भले ही आज अमिताभ सफलता के शिखर पर हों. लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं था कि सफलता एक अभिनेता के रूप में अमिताभ को विरासत में मिली. हमारी आपकी तरह सफलता का स्वाद चखने के लिए अमिताभ ने भी खूब पापड़ बेले. कई जतन किए. मेहनत रंग लाई फिर अमिताभ, सुपर स्टार अमिताभ बच्चन हुए.
1969 में रिलीज हुई फिल्म 'सात हिंदुस्तानी'से अपने सिने करियर की शुरुआत करने वाले अमिताभ की जिंदगी में टर्निंग पॉइंट बना साल 1973. इसी साल उनकी फिल्म ‘जंजीर’रिलीज हुई जिसमें उनकी पुलिस इंस्पैक्टर की भूमिका को जनता ने खूब सराहा और उन्हें 'एंग्री यंगमैन' का तमगा दिया. इसके बाद फिर चाहे वो 'दीवार' हो या फिर 'शोले' अमिताभ ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और भारतीय सिनेमा में अपनी अदाकारी से ऐसे तमाम मील के पत्थर स्थापित किये. जिनसे पार निकलने के लिए आज के एक्टर्स को नाक तले चने चबाने होंगे.
जब अमिताभ बने एक बीमार बच्ची के लिए फरिश्ता
इस बात में कोई शक नहीं है कि अमिताभ एक ऐसे बेहतरीन अभिनेता है जिनकी एक्टिंग स्किल्स का लोहा देश के साथ साथ दुनिया भर के लोग मानते हैं. मगर क्या आपको पता है कि अमिताभ जितने उम्दा एक्टर हैं. उतने ही बेहतरीन इंसान भी हैं? जी हां इस बात को समझने के लिए हमें उनके एक पुराने इंटरव्यू का अवलोकन करना होगा.
इंटरव्यू स्वतः इस बात की पुष्टि करा देगा कि अमिताभ के अंदर एक ऐसा दिल है जो किसी गरीब को देखकर, किसी मजलूम को देखकर, किसी ज़रूरतमंद को देखकर बेतहाशा धड़कता है. अमिताभ का ये इंटरव्यू करीब 8 साल पुराना है जो उन्होंने बॉलीवुड एक्टर तबस्सुम को दिया था. तबस्सुम को दिए गए उस इंटरव्यू में अमिताभ ने एक किस्से का जिक्र किया था.
इंटरव्यू में अमिताभ ने बताया था कि वो चेन्नई (मद्रास) में शूटिंग कर रहे थे. शूटिंग के दौरान ही एक व्यक्ति ने उनके होटल में उनसे मुलाकात की और कहा कि वो उनसे बात करना चाहता है. अमिताभ इसके लिए राजी हुए और अपना वक़्त उन्होंने उस व्यक्ति को दिया. मुलाकात में उस व्यक्ति ने उन्हें बताया कि एक बड़े ही मानवीय काम के लिए वो उनसे (अमिताभ से) मिलने आया है.
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उस व्यक्ति ने अमिताभ को बताया कि एक बच्ची है जो अस्पताल में भर्ती है और चल फिर नहीं सकती. वो बच्ची उनकी फैन है तो क्या अमिताभ उस बच्ची से मिल सकते हैं? अमिताभ इसके लिए बिना तैयार हुए और उन्होंने मद्रास के उस अस्पताल में जाकर उस बच्ची से मुलाकात की.
इंटरव्यू में अमिताभ ने बताया कि उस बच्ची की रीढ़ की हड्डी में कुछ समस्या थी और वो कैंसर के बेहद नजदीक थी. अमिताभ के अनुसार उस बच्ची का एक बहुत बड़ा ऑपरेशन हुआ था जिस कारण वो चल फिर नहीं सकती थी और उस लड़की की हालत इतनी ज्यादा खराब थी कि उसका सही होना मुश्किल था.
इंटरव्यू में अमिताभ ने ये भी बताया कि अगले ही दिन उनके पास उस अस्पताल के डॉक्टर्स का फोन आया जिन्होंने बताया कि अमिताभ से भेंट के बाद बच्ची बहुत तेजी से रिकवर कर रही है. डॉक्टर्स के मुताबिक जो काम अमिताभ ने एक दिन में किया उसके लिए उन्हें एक से डेढ़ महीने का समय लगा था. इंटरव्यू में अमिताभ ने माना था कि ये घटना उनके दिल के बेहद करीब है और उनके लिए किसी इबादत सरीखी है.
इसी इंटरव्यू में एक्टर तबस्सुम ने भी एक किस्से का जिक्र किया था और बताया था कि अमिताभ ने एक बार उनकी भी जान बचाई थी. तबस्सुम के अनुसार एक बार वो कहीं शूटिंग पर थीं और चोट लगने के कारण व्हील चेयर पर थीं. तबस्सुम ने बताया कि जहां शूटिंग हो रही थी वहां किसी कारण भगदड़ मच गयी और नौबत ऐसी आ गई की जान का संकट आ गया.
लोगों को दबते कुचलते देख घबराई तबस्सुम ने भी मदद की बहुत गुहार लगाई लेकिन कोई नहीं आया. ये अमिताभ बच्चन ही थे जिन्होंने तब उस वक़्त अपनी जान की परवाह न करते हुए तबस्सुम की जान बचाई. तबस्सुम के अनुसार इंडस्ट्री में एक्टर्स तो कई हैं लेकिन अमिताभ सरीखा कोई नहीं है और वो इंडस्ट्री के लिए किसी रत्न से कम नहीं हैं.
भले ही ये तमाम किस्से पुराने हों. मगर अमिताभ को लेकर आज भी इंडस्ट्री में कहा यही जाता है कि उनके जैसा कोई नहीं है. वो जैसे पहले थे उतने ही जमीन से जुड़े आज भी हैं. जैसे अभिनय के क्षेत्र में कोई उनकी बराबरी नहीं कर सकता. ठीक उसी तरह जब बात इंसानियत या मदद की आती है, तो भी शायद ही कोई उनकी तरह मदद के लिए आगे आ सके.
आज जबकि अमिताभ का जन्मदिन है हम भी बतौर फैन ईश्वर से कामना यही करेंगे कि वो उन्हें स्वस्थ रखे ताकि आज भी मुश्किल वक़्त में वो पहले की तरह ही किसी की मदद कर सकें.
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