डीएनए हिंदी: हवाई यात्रा जितनी आरामदेह होती है, उतनी ही खतरनाक भी होती है. हवाई यात्रा में इंसानी गलती के कारण कोई गड़बड़ी ना हो जाए और विमान के यात्रियों की जान दांव पर ना लग जाए, इसी कारण हवाई सफर के दौरान कुछ protocol होते हैं, जिनका हर किसी को पालन करना होता है. इस प्रोटोकॉल के नियमों की एक लंबी-चौड़ी लिस्ट होती है. ये प्रोटोकॉल जितना यात्रियों के लिए अनिवार्य होते हैं, उतना ही इनका पालन करना पायलट और अन्य क्रू मेंबर्स के लिए भी जरूरी होता है. इन नियमों की समय-समय पर समीक्षा करते हुए इन्हें कठोर या हल्का बनाया जाता है. ऐसे नियमों में Pilot और Crew Alcohol का सेवन करके flight operate नहीं करना या किसी भी तरह का ज्वलनशील पदार्थ लेकर फ्लाइट में सफर करने की इजाजत नहीं होना आदि शामिल हैं. अब DGCA इन नियमों को और ज्यादा सख्त करने का एक ऐसा मसौदा यानि DRAFT लेकर आया है, जिसे सुनकर शायद आपको अजीब लगेगा. हो सकता है आपके मन में सवाल भी आए कि ऐसा क्यों किया जा रहा है. इन सवालों का जवाब हम आपको दे रहे हैं.
सबसे पहले आपको सरल शब्दों में Director General of Civil Aviation यानि DGCA के इस नए प्रस्ताव के बारे में ही बताते हैं.
- DGCA के इस New draft rules में लिखा है कि pilots और crew members के Perfume इस्तेमाल करने पर रोक लगानी चाहिए.
- कोई भी क्रू मेंबर Mouthwash, Tooth Gel, Perfume या फिर ऐसा product use नहीं करेगा, जिसमें alcohol हो.
- इसमें सबसे हैरान करने वाली बात Perfume को लेकर है. DGCA का तर्क है कि Perfume में alcohol की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए इससे breathalyzer test पर असर पड़ सकता है.
- DGCA के मसौदे में ये भी कहा गया है कि crew members जब ड्यूटी पर जा रहे हों और उन्हें ये चीजें इस्तेमाल करनी हों तो कंपनी के डॉक्टर की सलाह लें.
परफ्यूम नया जोड़ा गया है प्रतिबंधित पदार्थों की लिस्ट में
DGCA के मसौदे की हमारे पास मौजूद कॉपी में साफ साफ लिखा है कि कोई भी Crew Member Mouthwash, Tooth Gel, Perfume या फिर ऐसा product use नहीं करेगा, जिसमें alcohol हो. हालांकि DGCA की guideline में हवाई जहाज के crew members के लिए mouthwash और tooth gel के इस्तेमाल पर पहले से ही बैन है. अब इसमें Perfume को भी जोड़ा गया है. इसका मतलब ये हुआ कि भारतीय पायलटों और Crew Members के Perfume लगाने पर पाबंदी लग सकती है.
अल्कोहल सेवन को लेकर कहां क्या है पैमाना
- DGCA पायलट और क्रू मेंबर्स के फ्लाइट से पहले alcohol के सेवन को लेकर पहले से ही काफी सख्त रहा है, लेकिन इसको लेकर अलग अलग देशों के अलग अलग नियम हैं.
- America में flight से पहले पायलट और क्रू मेंबर्स के breathalyzer test में 0.04 प्रतिशत तक अल्कोहल हो सकता है.
- यूरोप में ये पैमाना 0.02 प्रतिशत तक है, जबकि भारत में DGCA ने इसका पैमाना ZERO रखा हुआ है.
- भारत में टेस्ट के दौरान अगर थोड़ी सी भी alcohol पाई गई तो पायलट और क्रू मेंबर्स पर कार्रवाई होगी.
- International Civil Aviation Organization ने भी इसको लेकर एक पैमाना तय कर रखा है.
- ICAO के मुताबिक हवाई यात्रा पर जाने से पहले पायलट और Crew Member के शरीर में alcohol की मात्रा Zero होनी चाहिए.
अब आपके मन में सवाल भी आ रहा होगा कि DGCA को ऐसा कदम उठाने की जरूर क्यों पड़ी? चलिए अब इसे step by step आपको समझाते हैं.
- दरअसल DGCA फ्लाइट से पहले pilot और crew members का breathalyzer test कराता है, जिससे पता चलता है कि pilot या crew members ने अल्कोहल का सेवन किया है या नहीं.
- BREATH ANALYSER इतना sensitive होता है कि DEO और mouthwash का प्रयोग होने पर भी ALCOHOL TEST पॉजिटिव दिखा देता है.
- इसकी वजह से अभी ये तय करना मुश्किल हो जाता है कि Positive Test Result क्या सच में DEO या mouthwash की वजह से हुआ है या फिर alcohol की वजह से.
- इसके बाद इसे तय करने के लिए ब्लड टेस्ट और URINE TEST किया जाता है, जिसमे घंटों का समय लगता है और कई बार flight तक delay हो जाती हैं.
- अब DGCA ने on the spot फैसला करने का प्लान तैयार किया है ताकि तुरंत पता चल जाए कि पायलट या क्रू ने alcohol लिया है या नहीं.
- इससे अभी तक बनाए जाने वाले बहानों पर भी विराम लग जाएगा. DCGA ने इन ड्राफ्ट रूल्स पर सभी shareholders की राय मांगी है.
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