DNA TV Show: आसमान के बाद अब इजरायल की ग्राउंड अटैक की तैयारी, क्या हमास जड़ से ही खत्म हो जाएगा
DNA TV SHOW
Israel Hamas War Updates: इजरायल अब तक फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास के छोटे-मोटे हमलों को नजरअंदाज करता रहता था, लेकिन 7 अक्टूबर के हमले ने सारी कहानी ही बदल दी है.
डीएनए हिंदी: Israel Palestine War Updates- इजरायल ने हमेशा फिलिस्तीनी आतंकी समूह हमास की हरकतों को नजरअंदाज किया. हमास हमेशा इजरायल के खिलाफ गाजा में कुछ न कुछ हरकत करता रहा, लेकिन दुनिया के दबाव में इजरायल छोटी-मोटी कार्रवाई तक ही सीमित रहा. लेकिन अब हालात बदले हुए दिख रहे हैं. हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल में जो मौत का तांडव मचाया है, उसके बाद यह दुनिया का इकलौता यहूदी देश शांत बैठने को तैयार नहीं है. दुश्मन को घर में घुसकर पूरी तरह जड़ से खत्म करने के लिए मशहूर इजरायल अब हमास के खिलाफ भी यही कर रहा है. इसका सबूत पिछले 7 दिन के दौरान मिल चुका है. इजरायल ने गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों पर इतने बम और मिसाइल बरसाईं हैं कि यह पूरा इलाका अब खंडहरों वाले कब्रिस्तान जैसा बन चुका है. शायद इजरायल अमरीका के संस्थापक और पहले राष्ट्रपति जार्ज वॉशिंगटन की उस बात को समझ चुका है, जिसमें उन्होंने कहा था, अगर आप शांति चाहते हैं तो युद्ध के लिए तैयार रहें, क्योंकि कभी कभी शांति स्थापित करने के लिए युद्ध लड़ना जरूरी हो जाता है. आतंकवादी संगठन हमास के हमले के बाद इजरायल ने भी आतंकवाद के खिलाफ युद्ध को चुना है.
सात दिन में इजरायल ने क्या किया है
- Reports के मुताबिक इजरायल ने अब तक गाजा पट्टी पर छह हजार से ज्यादा बम और मिसाइल से हमले किये हैं.
- इजरायल का दावा है कि उसने हमास के छत्तीस सौ से ज्यादा ठिकानों को तबाह कर दिया है.
- गुरुवार रात भर इजरायल ने गाजा पर हवाई हमले किए और हमास के 750 ठिकाने तबाह करने का दावा किया है.
- इन ठिकानों में हमास की सुरंगे, सैन्य इमारतें, हमास के आतंकवादियों के घर और हथियारों के गोदाम शामिल हैं.
अपनी सबसे बड़ी जंग घोषित कर चुका है इजरायल इसे
हमास के खिलाफ इस युद्ध को अब इजरायल ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी सबसे बड़ी जंग घोषित कर दिया है और पूरी दुनिया को दो टूक शब्दों में बता दिया है कि कोई कुछ भी कहे, लेकिन इजरायल अब हमास को जड़ से खत्म कर देने के बाद ही रुकेगा. ये सिर्फ धमकी नहीं है, क्योंकि हवाई हमलों से गाजा पट्टी में हमास के ठिकानों को मिट्टी में मिला देने के बाद अब इजरायल की सेना टैंक और तोपों के साथ गाजा पट्टी में घुसकर हमास के आतंकवादियों को ढूंढ-ढूंढकर मारने की तैयारी में है.
इजरायली सेना ग्राउंड एक्शन के इशारे के इंतजार में
इजरायल-गाजा बॉर्डर पर इजरायली सेना के हजारों टैंक और एक लाख से ज्यादा सैनिक जिस जगह पर डटे हैं. वहां से जी न्यूज़ की टीम Live Reporting कर रही है. धूल उड़ाते हुए आगे बढ़ते टैंकों के बीच खड़े होकर जी न्यूज संवाददाता विशाल पांडेय, युद्ध क्षेत्र से पल-पल की Update दे रहे हैं और जी न्यूज कैमरामैन एस. जयदीप गाजा बॉर्डर पर इजरायली सेना की Offensive तैयारियों की हर तस्वीर अपने कैमरे में Record कर रहे हैं. गाजा बॉर्डर पर जो हलचल है, उससे साफ जाहिर है कि अब इजरायल, गाजा पट्टी पर जल्दी ही कोई बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है, क्योंकि जिस तरह से गाजा बॉर्डर पर इजरायली टैंकों के पहिए और तोपों के मुंह गाजा पट्टी की तरफ हैं. इससे साफ है कि बस एक आदेश का इंतजार है और इजरायल की सेना गाजा में घुसकर हमास के खिलाफ Ground Action शुरु कर देगी.
आतंकवाद के खिलाफ जंग के मोर्चे पर तैनात इजरायली सेना के Action का On The Spot DNA टेस्ट देखने के बाद अब एक बात तो पक्की है कि इजरायल ने अब हमास के खिलाफ अपने इस युद्ध को अपना मकसद बना लिया है और ठान लिया है कि जब तक वो हमास को खत्म नहीं कर देगा, तब तक आतंकवाद के खिलाफ युद्ध को रुकने नहीं देगा.
युद्ध की कीमत चुका रहे हैं आम आदमी
इजरायल का ये युद्ध भले ही हमास के खात्मे के लिए जरूरी है. इसे बहुत से लोग जरूरी मानते भी हैं, लेकिन हर युद्ध की एक कीमत भी होती है. जो उन देशों के आम नागरिकों को उठानी पड़ती है, जो युद्ध लड़ते हैं. यही इजरायल-हमास के बीच युद्ध में भी हो रहा है. चाहे, इजरायल हो या गाजा पट्टी, दोनों तरफ मानवीय त्रासदी की तस्वीरें, झकझोर देने वाली हैं. इजरायल में हमास के आतंकवादियों ने जो कत्लेआम मचाया, वो क्रूरता की इंतेहा थी, लेकिन अब गाजा पट्टी में इजरायल के हमलों के बाद जो तस्वीरें आ रही हैं, उन्हें देखकर भी दिल दहलता है.
3 पॉइंट्स में जानें गाजा में इजरायली हमलों से अब तक क्या हुआ है
- इजरायल के हमलों से गाजा में अबतक 1417 लोगों की मौतें हो चुकी हैं. इनमें 447 बच्चे हैं. 12 अक्टूबर को एक दिन में ही 151 लोगों की मौत की खबर है. Reports के मुताबिक, इजरायल के Air Attacks में गाजा की 22 हजार से ज्यादा इमारतें तबाह हो चुकी हैं, 10 अस्पताल और 48 स्कूल भी बर्बाद हुए हैं.
- संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, गाजा में अबतक साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोग बेघर हो चुके हैं. गाजा के अस्पतालों में ना लाशें रखने की जगह बची है और ना घायलों का इलाज करने के लिए Staff है. ऊपर से, इजरायल ने गाजा में बिजली,पानी और ईंधन की Supply भी रोक दी है, जिससे हालात बद से बदतर हो चुके हैं.
- गाजा में 1 लाख 80 हजार लोगों के लिए Food Program चलाने वाली UN Relief and Work Agency ने बताया है कि उसके पास अब खाना-पानी का बहुत कम Stock बचा है, जो सिर्फ 12 दिन तक चल सकता है. उसके बाद लाखों लोगों के भूखे रहने की नौबत आ जाएगी.
इजरायल इस पर रुकने वाला नहीं
इजरायल ने भी साफ कर दिया है कि जब तक हमास, इजरायल के बंधकों को नहीं छोड़ेगा, तब तक गाजा पर हमले जारी रहेंगे और जरूरत पड़ी तो इजरायली सेना, गाजा पट्टी में घुसकर Ground Operation भी चलाएगी, लेकिन हमास के नाम पर गाजा के आम लोगों पर निशाना बनाने के आरोपों से घिरी इजरायली सेना ने कहा है कि गाजा के नागरिक उनके दुश्मन नहीं हैं. इजरायल की सेना ने गाजा पट्टी में आसमान से पर्चे गिराए हैं, जिसमें लोगों से गाजा सिटी को खाली करने के लिए कहा गया है. इन पर्चों पर इजरायली सुरक्षा बलों ने गाजा के नागरिकों को चेतावनी दी है कि वो अपनी और अपने परिवारों की सुरक्षा के लिए दक्षिण की तरफ चले जाएं और हमास आतंकवादियों से दूरी बनाएं, जो लोगों का मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करते हैं. IDF ने गाजा के लोगों को चेतावनी देने के लिए जो पर्चे आसमान से गिराए हैं, उनमें ये भी लिखा है कि आने वाले दिनों में इजरायल की सेना गाजा शहर में Operation जारी रखेगी, लेकिन नागरिक उनके दुश्मन नहीं हैं और उन्हें निशाना बनाने का कोई इरादा नहीं है यानी इजरायल, अब किसी भी कीमत पर गाजा पर हमले रोकने को तैयार नहीं है. इसको लेकर इजरायल के पास अपनी वजह हैं, अपने तर्क हैं, जिससे वो दुनिया के सामने गाजा पर हमलों को जायज ठहरा रहा है.
क्यों कर रहा इजरायल ऐसा
अगर इजरायल की नजर से देखें तो ये उसके लिए जीने-मरने की जंग है.
अगर इजरायल की सोच से सोचें तो ये खुद को, अपने नागरिकों को सुरक्षित रखने की जंग है.
अगर इजरायल बनकर बोलें तो आतंकवाद के खिलाफ आर-पार की जंग का यही सबसे सही वक्त भी है.
गाजा के नागरिकों का क्या कसूर?
- हमास के खिलाफ युद्ध लड़ने का इजरायल के पास पूरा हक है, लेकिन अगर गाजा में रहने वाले आम नागरिकों की तरफ देखें तो हमास के हमले में उनका क्या कसूर है?
- हमास के आका तो विदेश में बैठकर सुरक्षित है, तो उनके गुनाहों की सजा वो क्यों भुगते?
- हमास ने इजरायल में हमला करके बच्चों का कत्लेआम किया, जिसकी कीमत गाजा के बच्चे अपनी जान देकर क्यों चुकाएं?
- अगर गाजा के लोगों की सोचें तो हमास के हमले का बदला गाजा के नागरिकों से लेना कितना सही है?
- इजरायल का ये कहना कि वो अपने नागरिकों की मौत का बदला हमास से लेकर रहेगा. बिलकुल सही है.
- इजरायल का ये कहना कि वो हमास को जड़ से खत्म करके ही दम लेगा. ये भी बिलकुल सही है.
- इजरायल का ये कहना कि इस जंग में जो भी हमास के समर्थन में खड़ा होगा, वो उसपर भी हमले करेगा, ये भी बिलकुल सही है.
गाजा के हर नागरिक को आतंकी मानना ठीक नहीं
इजरायल इस बात को लेकर एकदम क्लियर है कि जब तक वो अपने एक-एक नागरिक को हमास के कब्जे से नहीं छुड़ा लेगा, तब तक गाजा पर हमले करता रहेगा. हमास के कब्जे से अपने नागरिकों को छुड़ाना इजरायल का हक भी है और कर्तव्य भी, जिसे निभाने के लिए वो किसी भी हद से गुजरने के लिए तैयार है, लेकिन गाजा पट्टी में रहने वाले हर नागरिक को हमास के आंतकवादी की तरह ट्रीट करना तो सही नहीं है. गाजा पट्टी में मिसाइल हमलों से आम नागरिकों को निशाना बनाना तो गलत है. गाजा में बिजली-पानी की सप्लाई रोक देना और गाजा के लोगों की जिंदगी नरक बना देना भी तो जायज नहीं है. 10 लाख लोगों को 48 घंटे में गाजा सिटी खाली कर देने का अल्टीमेटम देना तो ज्यादती है. माना कि युद्ध में सबकुछ जायज होता है, लेकिन इजरायल भी अगर आम लोगों को टारगेट कर रहा है तो फिर आतंकवादी संगठन हमास और इजरायल में क्या अंतर है, ये सवाल तो पूछा जाना चाहिए और पूछा जा भी रहा है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.