Jharkhand Exit Polls : झारखंड में दो चरणों में हुए मतदान के बाद फाइनल नतीजों का इंतजार न केवल झारखंड की जनता को है. बल्कि सारा देश ये जानने को आतुर हैं कि राज्य में सरकार कौन बनाएगा? ऐसे में लोगों की इस तृष्णा का निवारण किया है अलग अलग एग्जिट पोल्स ने. तीन एग्जिट पोल्स ऐसे आए हैं जिनपर यदि यकीन किया जाए तो भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को झारखंड विधानसभा चुनाव में जीत मिलने की संभावना है, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके इंडिया ब्लॉक सहयोगियों - कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) द्वारा कड़ी टक्कर दी जाएगी.
इन तीन एग्जिट पोल्स के औसत से पता चलता है कि एनडीए को 45 सीटें मिलने की संभावना है, जो 42 सीटों के आधे से थोड़ा अधिक है. दिलचस्प ये कि इंडिया ब्लॉक के लिए औसत भविष्यवाणी 33 थी. मैट्रिज एग्जिट पोल के अनुसार, एनडीए को 42 से 47 सीटें मिलने की संभावना है, जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले इंडिया ब्लॉक को 25 से 30 सीटें मिलने की उम्मीद है, जबकि अन्य कोझारखंड में एक से चार सीटें मिल सकती हैं.
बता दें कि किसी भी पार्टी के लिए झारखंड में हाफ वे मार्क 42 सीटें हैं. टाइम्स नाउ-जेवीसी ने झारखंड में एनडीए के लिए क्लीन स्वीप की भविष्यवाणी की है, जिससे गठबंधन को 40-44 सीटें मिल सकती हैं. इंडिया ब्लॉक के लिए इसने 30-40 सीटें दी हैं.
चाणक्य ने एनडीए के लिए भी आरामदायक जीत की भविष्यवाणी की है, जिसने अपने चुनाव प्रचार के दौरान ज्यादातर घुसपैठ के मुद्दों और भ्रष्टाचार पर भरोसा किया. एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि एनडीए 45-50 सीटें जीत सकता है, जबकि इंडिया ब्लॉक 35-38 सीटों से पीछे रह सकता है.एग्जिट पोल ने भविष्यवाणी की है कि अन्य पार्टियां तीन से पांच सीटें जीत सकती हैं.
इस बीच, एक अन्य पोलस्टर सीवोटर ने 61 सीटों पर पूर्वानुमान देते हुए एनडीए को 34 सीटें, इंडिया ब्लॉक को 26 और अन्य दलों को एक सीट मिलने का अनुमान लगाया. पोलस्टर ने कहा कि शेष 20 सीटों पर बहुत करीबी मुकाबला है.
झारखंड में बुधवार को विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में मतदान हुआ. झामुमो-कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन सोरेन के गढ़ को बचाने की कोशिश कर रहा है, जबकि एनडीए का लक्ष्य आदिवासी राज्य में नियंत्रण हासिल करना और राजनीतिक गतिशीलता को बदलना है.
भाजपा ने 68 निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे, जबकि उसके सहयोगी - ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (AJSU), जनता दल (यूनाइटेड) और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) - क्रमशः 10, 2 और 1 सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं. इस बीच, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जेएमएम ने 41 सीटों पर चुनाव लड़ा. इसके सहयोगी दलों, कांग्रेस, आरजेडी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) ने क्रमशः 30, 6 और 4 सीटों पर चुनाव लड़ा.
झारखंड में सरकार किसकी बनती है? इसका पता हमें बहुत जल्द चल जाएगा. लेकिन विषय क्योंकि एग्जिट पोल्स और उनकी विश्वसनीयता है तो सबसे ज्यादा दिलचस्प ये देखना रहेगा कि वो कौन है जिसके एग्जिट पोल ने झारखंड को लेकर सबसे सटीक भविष्यवाणी की.
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