Lok Sabha Natije Live Updates: लोकसभा चुनावों की मतगणना में कांग्रेस नेतृत्व वाले INDIA ब्लॉक ने चौंकाने वाले रिजल्ट हासिल किए हैं. 400 से ज्यादा सीट जीतने का दावा कर रहे BJP नेतृत्व वाले NDA के लिए 300 सीट छूना भी मुश्किल लग रहा है. ऐसे में यह सुगबुगाहट भी शुरू हो गई है कि इंडिया ब्लॉक भाजपा के साथ चले गए अपने पुराने सहयोगी दलों को वापस बुलाकर सरकार बनाने का भी दावा पेश कर सकता है. इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने इसके लिए बैठक भी शुरू कर दी है. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि यदि इंडिया ब्लॉक सरकार बनाता है तो वे बाहर से समर्थन देने के लिए तैयार हैं. ऐसे में यदि इंडिया ब्लॉक की सरकार बनती है तो सरकार का खाका किस तरह का रहेगा, ये हम आपको बताते हैं.
सारा दारोमदार नीतीश-नायडू की रजामंदी पर निर्भर
केंद्र में INDIA ब्लॉक अपनी सरकार बनाने में सफल होगा या नहीं, इसका दारोमदार NDA के दो दलों पर निर्भर करेगा. इंडिया ब्लॉक को फिलहाल 229 सीट मिलती हुई दिख रही हैं यानी उसे बहुमत का 272 सीट का आंकड़ा छूने के लिए 43 सीट की जरूरत है. बिहार में नीतीश कुमार की JDU को 12 सीट पर जीत मिलती हुई दिख रही है, जबकि आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की TDP को 16 सीट पर जीत मिलती दिख रही है. इस लिहाज से ये दोनों साथ आते हैं तो इंडिया ब्लॉक के लिए 43 सीट में से 28 सीट की सिरदर्दी एक झटके में दूर हो जाएगी. ये साथ आते हैं तो बाकी सीटों के लिएINDIA ब्लॉक को 19 सीट पाने वाले अन्य दलों में सेंध लगानी होगी, जो ज्यादा आसान रहेगा.
नीतीश कुमार को डिप्टी पीएम पद देने का ऑफर
सूत्रों का दावा है कि इंडिया ब्लॉक की तरफ से NCP सुप्रीमो शरद पवार ने नीतीश कुमार से बात की है और उन्हें अपने साथ आने का ऑफर दिया है. इंडिया ब्लॉक नीतीश कुमार के ही दिमाग की उपज था और उन्होंने ही भाजपा से खटपट के दौर में पूरा देश घूम-घूमकर सभी दलों को एकसाथ जोड़ा था. सूत्रों ने यह भी बताया है कि नीतीश कुमार को डिप्टी पीएम पद का ऑफर भी दिया गया है, लेकिन इस दावे की कोई पुष्टि नहीं हो सकी है.
नायडू भी दबाव में लौटे थे NDA में वापस
इंडिया ब्लॉक को नीतीश के अलावा चंद्रबाबू के भी वापस अपने खेमे में लौटने की भी पूरी उम्मीद है. दरअसल चंद्रबाबू नायडू लोकसभा चुनाव 2019 से पहले तक NDA के ही साथ थे, लेकिन अचानक वे आंध्र प्रदेश की अनदेखी के दावे करते हुए गठबंधन तोड़कर कांग्रेस नेतृत्व वाले UPA के साथ चले गए थे. नायडू की पार्टी उस चुनाव में बुरी तरह हारी थी. हालांकि आंध्र प्रदेश में बदलते समीकरणों के बीच BJP ने वहां अपने पांव जमाने के लिए नायडू के साथ गठबंधन करने की कोशिश शुरू कर दी थी. नायडू गठबंधन के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन उन्हें अचानक प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा एक केस में गिरफ्तार कर लेने के बाद हालात बदल गए. जेल से बाहर निकलते ही नायडू ने BJP के साथ गठबंधन करने की घोषणा कर दी थी. माना जा रहा है कि नायडू ने यह घोषणा अपने खिलाफ कार्रवाई के दबाव में की थी. ऐसे में वह NDA का साथ छोड़ने का निर्णय ले सकते हैं.
मोदी-शाह ने की है नायडू से बात
मतगणना के दौरान मंगलवार को NDA का खराब प्रदर्शन रहने के बाद खुद पीएम मोदी और अमित शाह ने चंद्रबाबू नायडू से बात की है. सूत्रों के मुताबिक, नायडू ने दोनों को अपनी पार्टी के NDA में ही बने रहने का आश्वासन भी दिया है. लेकिन वे अपने वादे पर कितना टिके रहेंगे, इसकी परीक्षा होना अभी बाकी है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.