क्या है 4B Movement जो अमेरिका में Donald Trump के लिए मुसीबत?

Written By बिलाल एम जाफ़री | Updated: Nov 13, 2024, 08:45 PM IST

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद महिलाएं सड़कों पर हैं. कारण बना है 4बी मूवमेंट. इस मूवमेंट की खास बात ये है कि ये डेटिंग, सेक्स, शादी और बच्चे पैदा करने का विरोध करता है.अमेरिक में औरतें इस मूवमेंट को आधार बनाकर उन मर्दों का बहिष्कार कर रही हैं जिन्होंने चुनावों में ट्रंप का समर्थन किया.

अमेरिका में बतौर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की वापसी ने जहां एक तरफ रिपब्लिकंस और ट्रंप समर्थकों को जश्न मनाने का मौका दे दिया है. तो वहीं ट्रंप की ये जीत उन लोगों विशेषकर डेमोक्रेट्स को बहुत बेचैन कर रही है, जो मानवाधिकारों, फ्री स्पीच, शिक्षा, महिला हितों की वकालत करते हैं.  डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद मुल्क के हालात कैसे हैं? इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दक्षिण कोरिया के एक मूवमेंट को आधार बनाकर लिबरल अमेरिकन विशेषकर महिलाएं सड़कों पर हैं.  ये लोग अमेरिका में ट्रंप की जीत का विरोध एक बेहद अनूठे अंदाज में करती हुई नजर आ रही हैं. 

जिक्र अगर अमेरिका में गति पकड़ते इस रेडिकल फेमिनिस्ट मूवमेंट का हो, तो 4b के नाम से लोकप्रिय हो रहा ये मूवमेंट चार 'NO' का संक्षिप्त रूप है. इस मूवमेंट की खास बात ये है कि ये डेटिंग, सेक्स, शादी और बच्चे पैदा करने का विरोध करता है. अमेरिक में औरतें इस मूवमेंट को आधार बनाकर उन मर्दों का बहिष्कार कर रही हैं जिन्होंने राष्ट्रपति चुनावों में ट्रम्प को वोट किया है.

अमेरिका में महिलाएं अगले चार सालों तक ट्रंप समर्थक पुरुषों का बॉयकॉट करती रहेंगी. चूंकि इस मूवमेंट की जन्म स्थली साउथ कोरिया रहा है तो ये बता देना भी बहुत जरूरी हो जाता है कि अभियान 2010 के दशक के मध्य में दक्षिण कोरिया में गहराई से जड़ें जमाए हुए लैंगिक असमानताओं की प्रतिक्रिया के रूप में उभरा. 

अमेरिका जैसे देश में ये मूवमेंट क्यों पॉपुलर हो रहा है? इसकी वजह बस इतनी है कि अमेरिकी महिलाएं अधिकारों और लैंगिक समानता के बारे में चिंताओं से दो स चार हो रही हैं.  

4B आंदोलन क्या है

दक्षिण कोरियाई महिलाओं द्वारा शुरू किया गया 4B आंदोलन पारंपरिक लैंगिक भूमिकाओं और महिलाओं पर वेतनभोगी काम और अधिकांश घरेलू कर्तव्यों को निभाने के लिए लगाए गए भारी बोझ का विरोध करना चाहता है.

आधिकारिक डेटा से पता चलता है कि दक्षिण कोरियाई महिलाएं पुरुषों की तुलना में घर पर 3.5 गुना अधिक अवैतनिक काम करती हैं, जो व्यापक साइबर-सेक्स अपराधों और लिंग-आधारित हिंसा के हाई-प्रोफाइल मामलों के साथ मिलकर कई महिलाओं को पारंपरिक रिश्तों को पूरी तरह से अस्वीकार करने के लिए प्रेरित करता है.

बताया ये भी जा रहा है कि आंदोलन पुरुष संस्कृति के प्रति प्रतिक्रिया है, जो महिलाओं के प्रति उचित व्यवहार करने का दिखावा करती है, जबकि बंद दरवाजों के पीछे, ऐसा बहुत कुछ होता है जिससे नुकसान सिर्फ और सिर्फ एक महिला को होता है.  

अमेरिका में वायरल हुआ है ये मूवमेंट 

 अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी जीत के बाद, 4B आंदोलन संयुक्त राज्य अमेरिका में Google पर टॉप सर्च में से एक बन गया, इस कैम्पेन के मद्देनजर TikTok और Facebook वीडियो तेज़ी से लोकप्रिय हो रहे थे.

चुनाव ने ट्रम्प की तीन रूढ़िवादी सुप्रीम कोर्ट नियुक्तियों और गर्भपात के अधिकारों के परिणामस्वरूप रोलबैक पर चिंताओं से चिह्नित कई अमेरिकी महिलाओं के लिए अपनी सामाजिक भूमिकाओं और लैंगिक समानता पर सवाल उठाने का एक फ्लैशपॉइंट के रूप में कार्य किया है. महिलाएं ट्रंप और उनके रवैये से खफा हैं और उनका यही कहना है कि ये मूवमेंट उन्हें डोनाल्ड ट्रंप से बदला लेने के लिए प्रेरित करता है. 

अमेरिका में औरतें क्यों हुईं ट्रंप से नाराज 

माना जा रहा है कि इस बार का अमेरिका का चुनाव पूर्व की अपेक्षा कहीं ज्यादा अलग था.  इस बार महिलाओं की एक बड़ी आबादी ऐसी थी जो ट्रंप की अपेक्षा कमला हैरिस को जीतते हुए देखना चाहती थी. लेकिन ऐसा नहीं हो सका. डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस की रेस में कमला हैरिस को हरा दिया.

ध्यान रहे ट्रंप का शुमार उन लोगों में है जिन्हें महिला और उनके हितों का विरोधी सिर्फ अमेरिका में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में समझा जाता है. उन पर महिला शोषण के दर्जनभर से ज्यादा मामले अदालतों में चल रहे हैं. वह महिलाओं को लेकर अक्सर विवादित टिप्पणी करते रहते हैं.  इतना ही नहीं अमेरिका में अबॉर्शन कानून को लेकर ट्रंप के रुख से भी महिलाएं खुश नहीं हैं. 

साउथ कोरिया के लिहाज से कैसा रहा मूवमेंट 

बताते चलें कि दक्षिण कोरिया में जन्म दर दुनिया में सबसे कम है, और लगभग 42% घरों में अकेले लोग रहते हैं, कहा ये जा रहा है कि जैसे हालात हैं कोरिया में यह प्रवृत्ति अगले कुछ सालों तक जारी रहेगी. स्थिति कैसी जटिल है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सिर्फ सियोल में, 40% से अधिक युवा वयस्क ऐसे हैं जिन्होंने गुजरे साल सेक्स नहीं किया. महिलाओं ने रुचि की कमी को इसका मुख्य कारण बताया.

बहरहाल अब जबकि अमेरिका की महिलाओं ने डोनाल्ड ट्रंप और उनके राष्ट्रपति बनने को आधार बनाकर 4b मूवमेंट की शुरुआत कर ही दी है तो देखना दिलचस्प रहेगा कि अगले 4 सालों तक ट्रंप समर्थकों के प्रति उनका रवैया क्या रहता है? साथ ही ये भी कि वो अपनी बातों पर खरी उतरती हैं या फिर सारा विरोध क्षणिक और हवा हवाई है.

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