आखिर कैसे Yahya Sinwar के चलते एक अलग तरह की डिबेट में उलझ गया है पूरा Middle East?

Written By बिलाल एम जाफ़री | Updated: Oct 21, 2024, 07:09 PM IST

आईडीएफ द्वारा Yahya Sinwar के खात्मे के बाद एक वीडियो इंटरनेट पर तैर रहा है. वीडियो याह्या सिनवार के अंतिम क्षणों का बताया जा रहा है जिसमें वो मरने से पहले ड्रोन पर एक छड़ी जैसी चीज फेंकता है. माना जा रहा है कि याह्या के इस वीडियो ने मिडिल ईस्ट में एक नई डिबेट शुरू कर दी है.

आईडीएफ द्वारा हमास के सबसे खूंखार शख्स याह्या सिनवार के अंतिम क्षणों की ड्रोन फुटेज जारी की गई है. इस वीडियो फुटेज का सामने आना भर था. पूरे मध्य पूर्व में एक अलग किस्म की डिबेट शुरू हो गई है. इंटरनेट पर वायरल हो रहे वीडियो में हमास नेता को एक टूटे-फूटे अपार्टमेंट में आरामकुर्सी पर बैठे हुए दिखाया गया है, फुटेज में याह्या के कपड़े कुछ वैसे ही हैं जैसे अमूमन आतंकी पहनते हैं. याह्या का अंतिम क्षणों का ये वीडियो अपने आप में खासा रोचक है. इस वीडियो को देखें और इसका अवलोकन करें तो वीडियो के अंत में याह्या ड्रोन की ओर मुड़ता है और एक छड़ी जैसी चीज फेंकता है. कुछ ही क्षणों बाद, वह एक टैंक के गोले से मारा जाता है.

जैसा कि हम ऊपर ही इस बात की पुष्टि कर चुके हैं कि याह्या के अंतिम क्षणों ने इंटरनेट पर एक नयी बहस की शुरुआत कर दी है.  ऐसा क्यों हुआ या ये कहें कि इसकी व्याख्या कैसे की जा रही है, यह निश्चित रूप से इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन हैं, आप कहां से आते हैं और आप क्या मानते हैं.

सिनवार के अंतिम क्षण, कई फिलिस्तीनियों के लिए, एक विस्तारवादी और आक्रामक ज़ायोनी राज्य के खिलाफ उनके संघर्ष और प्रतिरोध का प्रतीक हैं. उनके लिए, वह एक नायक है, दृढ़ता का प्रतीक है, जो केफ़ियेह (फिलिस्तीनी हेडस्कार्फ़) पहने हुए है और भारी बाधाओं का सामना करते हुए एक राइफल लिए हुए है.

पूर्व में सिनवार ने जो भी बयान दिए हैं, यदि उनपर गौर करें तो मिलता है कि उसने बयानबाजी में अक्सर ही फिलिस्तीनी उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष पर जोर दिया है. कहा जाता कि सिनवार का नेतृत्व उन लोगों के साथ गहराई से जुड़ा है जो उसे अपने उद्देश्य के लिए एक चैंपियन के रूप में देखते हैं.

मई 2021 में एक जनसभा को संबोधित करते हए सिनवार ने कहा था कि, 'इजरायल मुझे जो सबसे बड़ा उपहार दे सकता है, वह है मेरी हत्या करना.' वहीं उसने ये भी कहा था कि कोरोनावायरस, स्ट्रोक या दिल के दौरे से मरने के बजाए मैं F-16 से शहीद होकर मरना पसंद करूंगा. 

अब जबकि याह्या के अंतिम समय की फुटेज हमारे सामने आ ही गई है. तो ये कहना कहीं से भी गलत नहीं है कि याह्या का अंदाज उन लड़ाकों में नई ऊर्जा का संचार करेगा, जो युद्ध के मैदान में न केवल इजरायल से मोर्चा ले रहे हैं. बल्कि लगातार अपनी जान भी दे रहे हैं.

वहीं इजरायल और उसके सहयोगियों के बीच याह्या की ये फुटेज एक बिलकुल ही अलग नैरेटिव पेश करते हुए नजर आ रही है. इजरायल द्वारा याह्या सिनवार को एक कायर के रूप में दर्शा जा रहा है. इजरायल के अनुसार याह्या एक ऐसा जानवर था जो सुरंगों में छिप कर रह रहा था और बच्चों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करता था. 

वे (इजरायली सेना) अक्सर उसे ऐसे व्यक्ति के रूप में पेश करते थे जो बमों और गोलियों से सुरक्षित रूप से छिपा हुआ था, जबकि उसके लोग उसकी आतंकवादी महत्वाकांक्षाओं के परिणाम भुगत रहे थे. ऐसे चित्रण में, उसकी सुरक्षा और व्यक्तिगत उन्नति को उसके लोगों से अधिक प्राथमिकता दी जाती है.

गौरतलब है कि मध्य पूर्व संघर्ष लगातार ध्रुवीकरण कर रहा है और इजरायल  और फिलिस्तीन से परे भी इसकी गूंज है. ईरान और लेबनान में, जहां हमास जैसे फिलिस्तीनी प्रतिरोध आंदोलनों के लिए समर्थन मजबूत है, सिनवार को कई जगहों में नायक के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है. 

उनकी मृत्यु की घोषणा के बाद, संयुक्त राष्ट्र में ईरानी मिशन ने ट्वीट किया कि, जब मुसलमान शहीद सिनवार को युद्ध के मैदान में - युद्ध की पोशाक में और खुले में दुश्मन का सामना करते हुए देखते हैं तो इससे प्रतिरोध की भावना मजबूत होती है.वहीं ट्वीट में ये भी लिखा गया कि, 'वह उन युवाओं और बच्चों के लिए एक आदर्श बन जाएगा जो फिलिस्तीन की मुक्ति की दिशा में उसके मार्ग को आगे बढ़ाएंगे.

ट्वीट में कहा गया कि जब तक कब्ज़ा और आक्रामकता मौजूद है, तब तक प्रतिरोध जारी रहेगा, क्योंकि शहीद जीवित है और प्रेरणा का स्रोत है.'

सिनवार की मौत के बाद ईरान और लेबनान जैसे मुल्कों की तरफ से लगातार यही कहा जा रहा है कि सिनवार का ये वीडियो पश्चिमी आधिपत्य और इजरायली आक्रमण के खिलाफ प्रतिरोध की मौजूदा कहानियों को दर्शाता है. लेकिन इस क्षेत्र के अन्य राष्ट्र जिनके इजरायल के साथ बेहतर संबंध हैं, वो याह्या को एक ऐसी शक्ति के रूप में देखते हैं जिसने कि मध्य पूर्व विशेषकर फिलिस्तीन को अस्थिर किया है. 

ऐसे तमाम राष्ट्रों का मानना है कि याह्या की मौत के बाद इजरायल और फिलिस्तीन दोनों को शांति के अवसर मिलेंगे. संक्षेप में कहा यही जा सकता है कि याह्या सिनवार का वीडियो इस पूरे क्षेत्र (गाजा पट्टी ) की गहरी जटिल मान्यताओं और विचारों को दर्शाता है. 

बहरहाल आप इजरायल, या हमास और फिलिस्तीनी कारणों को कैसे देखते हैं, यह तय करेगा कि ड्रोन इमेजेज का आपके लिए क्या मतलब है. बाकी एक पुरानी कहावत के जिसके अनुसार, 'एक व्यक्ति का स्वतंत्रता सेनानी दूसरे व्यक्ति का आतंकवादी है.'

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