Kerala Blast: केरल धमाकों के आरोपी ने कहां सीखा था बम बनाना? 5 पॉइंट्स में जानिए अब तक क्या जानकारी मिली है

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Oct 31, 2023, 04:49 PM IST

Kerala Blast (File Photo)

Kerala Blast Updates: केरल के अर्नाकुलम जिले के कलामासेरी में 29 अक्टूबर को 3 बम फटे थे, जिनमें 3 लोगों की मौत हुई है और 41 लोग घायल हुए हैं. धमाके के आरोपी ने खुद पुलिस थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया था.

डीएनए हिंदी: Kerala Bomb Blast News- केरल में ईसाई धर्म की शाखा येहोवा की प्रार्थना सभा में तीन बम ब्लास्ट करने वाले आरोपी से पुलिस पूछताछ चल रही है. 29 अक्टूबर को अर्नाकुलम जिले के कलामासेरी में हुई इन धमाकों में 3 लोगों की मौत हो गई थी और 41 लोग घायल हुए थे. धमाकों के आरोपी डोमिनिक मार्टिन ने खुद पुलिस थाने पहुंचकर सरेंडर किया था. उससे की गई पूछताछ में कई चौंकाने वाली बात सामने आई है. उसका कहना है कि बम बनाने की ट्रेनिंग उसने इंटरनेट पर वीडियो देखकर ली थी. प्रार्थना सभा में विस्फोट करने से पहले उसने अपने बम का ट्रायल किराये के घर की छत पर किया था. उससे अब भी पूछताछ चल रही है.

पांच पॉइंट्स में जानिए डोमिनिक मार्टिन ने अब तक क्या खुलासे किए हैं.

1. यूट्यूब पर वीडियो देखकर सुतली बम, पेट्रोल से तैयार किए बम

पुलिस के मुताबिक, मार्टिन ने बताया है कि उसने बम यूट्यूब और इंटरनेट पर कई अन्य प्लेटफार्म पर मौजूद वीडियो देखकर बनाना सीखाथा. उसने बम बनाने के लिए दीवाली आदि पर फोड़े जाने वाले सुतली बम वे ऐसे ही कई अन्य पटाखों के साथ ही 7 से 8 लीटर पेट्रोल का इस्तेमाल किया था. उसका मकसद प्रार्थना सभा वाले हॉल में आग लगाना था और ज्यादा से ज्यादा नुकसान करना था.

2. खुद 10वीं पास, फिर भी वीडियो देखकर बना ली रेडियो फ्रीक्वेंसी डिवाइस

डोमिनिक मार्टिन महज 10वीं कक्षा पास है, लेकिन उसने मोबाइल पर वीडियो देखकर रेडियो फ्रीक्वेंसी डिवाइस बनाना सीख लिया. यह काम उसने अपने बम को रिमोट कंट्रोल के जरिये दूर से एक्टिव कर उसमें विस्फोट करने के लिए किया था. बम वाले थैलों में मोबाइल फोन रखा गया था, जिसे दूसरे मोबाइल फोन से करीब 400 मीटर दूर रहकर मार्टिन ने कमांड दी. इससे बम एक्टिव होकर विस्फोट हो गया. इस बात ने जांच एजेंसियों को भी हैरान कर दिया है, क्योंकि अमूमन ऐसी तकनीक का इस्तेमाल आतंकी संगठन करते हैं.

3. पुलिस की टिफिन बॉक्स बम धमाके की थ्योरी गलत

45 साल के डोमिनिक मार्टिन ने पुलिस की उस थ्योरी को गलत बताया है, जिसमें धमाके करने के लिए विस्फोटक को टिफिन बॉक्स में छिपाए जाने की बात कही गई थी. मार्टिन का कहना है कि उसने धमाके के लिए विस्फोटकों से भरे 6 प्लास्टिक बैग तैयार किए थे. जिनमें पेट्रोल से भरी बोतलें और कोच्चि से खरीदे गए सुतली बम आदि पटाखे रखे थे. उसका मकसद ज्यादा से ज्यादा एरिया में आग फैलाना था. इसके लिए उसने पेट्रोल का इस्तेमाल किया था, जबकि त्योहार वाले बमों का इस्तेमाल विस्फोटक के तौर पर दूर तक चिंगारी फैलाने के लिए किया गया था. यह बम बनाने में उसका महज 3,000 रुपये का खर्च हुआ था. 

4. पुश्तैनी घर में बनाए बम, किराये के घर में किया टेस्ट

मार्टिन ने करीब 14 घंटे लंबी पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने बम कोच्चि के बाहर अलूवा में अपने पुश्तैनी घर में बनाए थे. बम की टेस्टिंग उसने थमन्नन में अपनी किराये के घर की छत पर की थी. बम से होने वाले नुकसाने से पूरी तरह संतुष्ट होने पर वह रविवार की सुबह 7 बजे ही बम प्रार्थना स्थल पर रख आया था. 

5. बेटा लंदन में पढ़ रहा, बेटी IT प्रोफेशनल है

मार्टिन भले ही खुद कक्षा 10 तक ही पढ़ा है, लेकिन उसने कई सालों तक दुबई में इलेक्ट्रिक सर्किट एक्सपर्ट के तौर पर काम किया है. दो महीने पहले ही वह दुबई से कोच्चि लौटा था, जहां उसका परिवार 5 साल से भी ज्यादा समय से किराये के मकान में रह रहा है. मार्टिन की पत्नी और एक बेटा व एक बेटी है. बेटी IT प्रोफेशनल है, जबकि बेटा लंदन में पढ़ाई कर रहा है. 

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