डीएनए हिंदी: Ramesh Bidhuri Latest News- भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के नाम की इस समय हर तरफ चर्चा है. बिधूड़ी पर आरोप है कि उन्होंने लोकसभा में चंद्रयान-3 पर चर्चा के दौरान बसपा सांसद कुंवर दानिश अली के खिलाफ असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया है. इसे लेकर विपक्षी दलों ने भाजपा को घेर रखा है. खुद भाजपा भी बिधूड़ी के बयान से असहज नजर आ रही है. इसका नतीजा है कि कहां बिधूड़ी को जल्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने की चर्चा चल रही थी और कहां अब पार्टी अनुशासन समिति ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है. यह पहला मौका नहीं है, जब रमेश बिधूड़ी विवाद में फंसे हुए हैं. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की बैकग्राउंड से भाजपा में आए बिधूड़ी इससे पहले भी कई बार विवादित रह चुके हैं. आइए आपको रमेश बिधूड़ी के बारे में सबकुछ बताते हैं.
पहले जान लीजिए बिधूड़ी का क्या है ताजा विवाद
रमेश बिधूड़ी पर आरोप है कि नई संसद में आयोजित लोकसभा के विशेष सत्र के दौरान उन्होंने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है. बिधूड़ी पर आरोप है कि जब वे समापन के दौरान लोकसभा में बोल रहे थे तो बार-बार विपक्षी नेताओं की टोकाटाकी से नाराज हो गए थे. इसी दौरान उन्होंने बसपा सांसद दानिश अली को बेहद अभद्र भाषा में धमकी दी थी. इसके खिलाफ दानिश अली ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से लिखित में शिकायत की है और कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में संसद सदस्यता तक छोड़ने की धमकी दी है. बिधूड़ी के खिलाफ इस मामले में पूरा विपक्ष एकजुट हो चुका है, जिसके चलते भाजपा नेतृत्व को भी उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
दिल्ली के कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं रमेश बिधूड़ी
18 जुलाई, 1961 को दिल्ली में जन्मे रमेश बिधूड़ी इस समय दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद हैं. उन्हें दिल्ली के ताकतवर नेताओं में गिना जाता है. बिधूड़ी तीन बार विधायक रहने के अलावा अब दूसरी बार सांसद बने हैं. उनके परिवार को तुगलकाबाद इलाके के प्रभावशाली लोगों में गिना जाता है, जिनके एक इशारे पर भारी भीड़ जुट जाती है. बिधूड़ी का परिवार दिल्ली में RSS के सबसे खास कार्यकर्ताओं में गिना जाता है. यह भी दावा किया जाता है कि दक्षिणी दिल्ली में RSS का संगठन खड़ा करने में इस परिवार का अहम योगदान रहा है. खुद बिधूड़ी बचपन से ही संघ की शाखाओं में नियमित रूप से जाते रहे हैं. उनके दादा ने तुगलकाबाद गांव में अस्पताल बनाने, आर्य समाज मंदिर और एक स्कूल बनाने के लिए अपनी पैतृक संपत्ति का बड़ा हिस्सा दान में दे दिया था. उनका स्टोन क्रशर का कारोबार है, जो उनकी आय का मुख्य स्रोत है.
ABVP से शुरू की थी राजनीति
बिधूड़ी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भाजपा का छात्र संगठन कहलाने वाली अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की थी. वे साल 1983 में शहीद भगत सिंह कॉलेज के केंद्रीय काउंसलर रहे तो इसी साल दिल्ली यूनिवर्सिटी की कार्यकारी परिषद का भी हिस्सा बने थे. शहीद भगत सिंह कॉलेज से ही बीकॉम करने वाले बिधूड़ी ने मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से LLB की डिग्री ली है. वे दिल्ली हाईकोर्ट में वकील के तौर पर रजिस्टर्ड हैं. बिधूड़ी दिल्ली भाजपा संगठन में महासचिव और उपाध्यक्ष समेत कई अहम पदों पर रह चुके हैं. वे 2003 से 2008 तक दिल्ली प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष रहे, जबकि 2008 में उन्हें महासचिव चुना गया था.
2003 में बने थे पहली बार विधायक
गुर्जर जाति से ताल्लुक रखने वाले रमेश बिधूड़ी को दिल्ली विधानसभा के लिए चुनाव लड़ने का मौका 2003 में मिला था. चुनावी जीत के साथ ही वे पहली बार विधायक बने. इसके बाद 2014 तक बिधूड़ी दो बार और विधायक चुने जा चुके हैं. तुगलकाबाद इलाके के वोटर उन्हें विकास कराने वाला नेता मानते हैं. खासतौर पर तुगलकाबाद इलाके में बिजली की समस्या दूर कराने के लिए जनता उन्हें बेहद मानती है.
पहली बार हारने के बाद दो बार लगातार बन चुके हैं सांसद
बिधूड़ी को भाजपा ने पहली बार साल 2009 के लोकसभा चुनावों में दक्षिणी दिल्ली सीट से मौका दिया था, लेकिन उन्हें उस साल हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद से वे दो बार साल 2014 और फिर 2019 में लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं. मौजूदा समय में वे संसद की पेट्रोलियम एंड नैचुरल गैस कमेटी के चेयरमैन हैं.
कब-कब रह चुके हैं विवादों में
- 2015 में पांच महिला सांसदों ने तत्कालीन लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन से रमेश बिधूड़ी के 'अपमानजनक व्यवहार' की शिकायत की थी.
- कांग्रेस, NCP, CPM और TMC की महिला सांसदों ने बिधूड़ी पर 'लैंगिक भेदभाव और अपमानजनक' भाषा बोलने का आरोप लगाया था.
- 2019 के लोकसभा चुनाव के भी बिधूड़ी समर्थकों और उनके सामने खड़े AAP उम्मीदवार राघव चड्ढा के बीच जबरदस्त टकराव हुआ था.
- 2020 में बिधूड़ी वायरल वीडियो वायरल में केंद्रीय कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों पर 'अपमानजनक' कमेंट करते दिखे थे.
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