डीएनए हिंदी: रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने गैस टैक्स कट का प्रस्ताव रखा है जो जल्द ही अमेरिकी संसद में लाया जा सकता है. इस मामले में जो बाइडेन ने कहा भी है कि इससे हाईवे कंसट्रक्शन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. गैस टैक्स का रुपया हाईवे कंस्ट्रक्शन में लगाया जाता है. यूएस प्रेसीडेंट के इस प्रस्ताव से क्रूड ऑयल के दाम (Crude Oil Price) में 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है. गैस टैक्स सस्पेंड (Gas Tax Suspend), जो बाइडेन का पूरी दुनिया से महंगाई (Inflation) को कम करने का मेगा प्लान है. अगर अमेरिकी संसद से यह प्रस्ताव पास हो जाता है तो पूरी दुनिया में महंगाई कम हो जाएगी. आपको बता दें कि अमेरिका भारत समेत पूरी दुनिया में महंगाई के आंकड़ें मल्टी ईयर हाई पर चल रहे हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर पूरा प्लान है क्या...
गैस टैक्स सस्पेंड का क्रूड ऑयल कनेक्शन
गैस टैक्स सस्पेंड और क्रूड ऑयल के बीच काफी गहरा कनेक्शन देखने को मिल रहा है. वास्तव में जो बाइडेन देश को नेचुरल गैस की ओर शिफ्ट करने का मन बना चुके हैं. जिसकी वजह से गैस टैक्स को सस्पेंड कर नेचुरल गैस की कीमत को और कम करने का प्लान है. मौजूदा समय में इंटरनेशनल मार्केट में नेचुरल गैस की कीमत करीब 7 डॉलर प्रति एमएमबीटीयू है. यूएस क्रूड यानी डब्ल्यूटीआई के दाम 110 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा है. दोनों के बीच काफी बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है. अगर यूएस का बड़ा तबका नेचुरल गैस की ओर शिफ्ट होगा तो क्रूड ऑयल की डिमांड कम होगी और कीमतों में कमी देखने को मिलेगी.
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विंटर सीजन से पहले आया प्लान
आईआईएफएल के वाइस प्रेसीडेंट कमोडिटी एंड रिसर्च अनुज गुप्ता के अनुसार अमेरिका में विंटर सीजन शुरू होने वाला है. उस दौरान क्रूड ऑयल की डिमांड में इजाफा होना तय है. जिससे क्रूड ऑयल की कीमत में तेजी देखने का मिलेगी. इसी वजह से जो बाइडेन ने अपने प्लान को विंटर सीजन से पहले इंप्लीमेंट करने का प्लान बनाया है. ताकि अमेरिकी लोगों का रुझान नेचुरल गैस की ओर विंटर सीजन से पहले आ जाए. ताकि क्रूड ऑयल पर प्रेशर कम हो सके. मौजूदा समय में क्रूड ऑयल पर प्रेशन जरुरत से ज्यादा देखने को मिल रहा है. रूस पर बैन के बाद तो यह प्रेशर और ज्यादा बढ़ गया है. क्योंकि रूस यूरोपीय देशों की क्रूड ऑयल की जरुरत को पूरा करना था. बैन भी ईयू की ओर से लगाया गया है.
क्रूड ऑयल पर पड़ेगा कितना असर
अगर अमेरिकी संसद में नेचुरल गैस टैक्स को सस्पेंड करने का प्रस्ताव पास हो जाता है तो क्रूड ऑयल के दाम में और ज्यादा गिरावट देखने को मिल सकती है. जानकारों की मानें तो क्रूड ऑयल के दाम में 10 से 15 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है. जिसके बाद क्रूड ऑयल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ जाएंगे. वहीं जुलाई से ओपेक भी प्रोडक्शन बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. जिसका असर भी क्रूड ऑयल की कीमत में देखने को मिलेगा. मतलब साफ है कि आने वाले महीनों में सबकुछ ठीक रहा है इंडियन विंटर से पहले क्रूड ऑयल के दाम 80 डॉलर प्रति बैरल पर आ सकते हैं.
महंगाई होगी कम
अनुज गुप्ता कहते हैं कि बाइडेन के इस प्लान का मेन मकसद सिर्फ अमेरिका से ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया से महंगाई को कम करना है. वास्तव में क्रूड ऑयल के दाम में गिरने से फ्यूल के दाम में गिरावट आनी शुरू होगी जो मौजूदा समय में भारत, अमेरिका समेत पूरी दुनिया में महंगाई बढ़ाने का मुख्य कारण है. पेट्रोल और डीजल के दाम कम होंगे तो बाकी सेक्टर की कॉस्टिंग यानी प्रोडक्शन कॉस्ट अपने आप कम हो जाएगी. जिससे महंगाई को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी. आपको बता दें कि अमेरिका में महंगाई 41 साल और भारत में थोक महंगाई करीब 30 साल के हाई पर है.
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मौजूदा समय में क्रूड ऑयल के दाम
गैस टैक्स सस्पेंड करने की बात करने से ग्लोबली क्रूड ऑयल के दाम में 3 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है. आंकड़ों पर बात करें तो 3.02 फीसदी की गिरावट के साथ 111.19 डॉलर प्रति बैरल पर आ चुका है. वहीं अमेरिकी क्रूड ऑयल के दाम 3.34 फीसदी की गिरावट 105.86 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. बीते एक महीने में क्रूड ऑयल के दाम में 15 डॉलर प्रति बैरल की गिरावट देखने को मिल चुकी है.आने वाले दिनों में इसमें और भी गिरावट देखने को मिल सकती है.
ईयू भी कर रहा है प्लानिंग
केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार वहीं दूसरी ओर यूरोपियन यूनियन भी अपनी एनर्जी जरूरतों को पूरा करने के लिए अस्थाई रूप से कोयले की ओर शिफ्ट करने का विचार कर रहा है. इसका कारण है रूस से मिलने वाली गैस और ऑयल बंद है. अमेरिका से भी गैस सप्लाई बाधित हुई है. जिसकी वजह से कोयले पर यूरोपीय यूनियन को विचार करना पड़ रहा है. जानकारों का कहना है कि यूरोपीय देशों के पास कोयले की कमी नहीं है और उसे ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया और बाकी देशों से कोयला मिल सकता है. इस कदम से भी क्रूड ऑयल की कीमत में असर देखने को मिल सकता है.
पूर्व प्रेसीडेंट ओबामा ने भी दिया था बयान
पूर्व प्रेसीडेंट बराक ओबामा ने अपने पहले टेन्योर के दौरान कहा था कि अब अमेरिका को नेचुरल गैस की ओर शिफ्ट होना पड़ेगा. इसका कारण है कि नेचुरल गैस की कीमत करीमत क्रूड ऑयल के मुकाबले काफी कम है और दूसरा क्रूड ऑयल के दाम कभी भी असमान पर पहुंच सकते हैं. जो बातें मौजूदा समय में काफी सही साबित हो रही है. वहीं कुछ महीनों पहले जो बाइडेन भी इस बारे में काफी बार बात कर चुके हैं. क्रूड ऑयल पर दबाव डालने के लिए यूएस का यह बड़ा मूव साबित हो सकता है.
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