लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के लिए अब तक 3 फेज के वोट डाले जा चुके हैं. चौथे फेज में जहां चुनाव हैं वहां बीजेपी, इंडिया गठबंधन की पार्टियों के साथ दूसरी पार्टियां भी चुनाव प्रचार में पूरा जोर लगा रही हैं. बीजेपी ने मिशन 400 अपना लक्ष्य रखा है जिसके लिए पार्टी एक रणनीति के तहत कदम उठा रही है. हिंदी बेल्ट के राज्यों में पार्टी 2019 वाला प्रदर्शन दोहराना चाह रही है, तो वहीं दक्षिण के राज्यों में सीटें निकालने की कोशिश कर रही है. इसके अलावा, बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना 3 ऐसे राज्य हैं जहां पार्टी को अपने लिए संभावनाएं नजर आ रही हैं.
बंगाल में BJP के लिए धुआंधार प्रचार कर रहे मोदी-शाह
पश्चिम बंगाल में 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में बीजेपी (BJP) ने पूरा जोर लगाया था और पार्टी 2 सीटों से आगे बढ़कर 18 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. 2024 में प्रदेश में अपने पुराने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए बीजेपी पूरी ताकत झोंक रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह अब तक कई राउंड चुनाव प्रचार कर चुके हैं. पीएम मोदी खुद चुनावी सभाओं में बांग्लादेश से आने वाले घुसपैठिये, तुष्टिकरण की राजनीति, टीएमसी सरकार में भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर तीखे वार कर रहे हैं.
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400 पार की महत्वाकांक्षा पूरी करने के लिए बीजेपी के लिए बंगाल एक बड़ा राज्य है. 42 सीटों वाले इस प्रदेश में पार्टी अगर अपना प्रदर्शन सुधारती है, तो दिल्ली में सत्ता का रास्ता भी आसान होता जाएगा.
तेलंगाना पर भी फोकस
कर्नाटक और तेलंगाना दो ऐसे राज्य हैं जिसमें 2019 में बीजेपी को मिली सफलता ने सबको चकित कर दिया था. हालांकि, दोनों ही राज्यों में हुए विधनसभा चुनाव में बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी है. दोनों दक्षिण भारतीय प्रदेशों में कांग्रेस सरकार बनाने में सफल रही है. लोकसभा चुनाव 2019 में कर्नाटक में 28 में से 25 सीटें बीजेपी को मिली थीं. तेलंगाना में बीजेपी का वोट शेयर लोकसभा चुनाव 2019 में डबल हुआ था और सीटें भी 8 मिली थीं.
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पार्टी कर्नाटक में पीएम मोदी के चेहरे पर दोबारा पुराना प्रदर्शन दोहराना चाहती है. तेलंगाना में पार्टी पीएम मोदी को आधार बनाकर धुआंधार चुनाव प्रचार कर रही है. बीजेपी अगर तेलंगाना में अपना प्रदर्शन सुधारती है और कर्नाटक में पिछला प्रदर्शन बरकरार रख पाए, तो बहुमत जुटाने के लिए ये दोनों प्रदेश अहम हिस्सा होंगे. हिंदी पट्टी के राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार-यूपी में पार्टी पहले ही अपने सर्वश्रेष्ठ दौर में है. यहां से आगे जा पाना अब लगभग असंभव ही है.
ओडिशा में सत्ता परिवर्तन की उम्मीद देख रही बीजेपी
ओडिशा में बीजेपी प्रदेश की सत्ता में भी दावेदार बनने के लिए जोर लगा रही है. पीएम ओडिशा के कई शहरों नबरंगपुर, बेहरामपुर में रैली कर चुके हैं. शुक्रवार को भी वह भुवनेश्वर में रोड शो करने वाले हैं. 2019 में विधानसभा में बीजेपी को 23 सीटें मिली थीं, लेकिन पार्टी ने वोट शेयर में सुधार किया था. बीजेपी का एक ही सांसद जीतकर दिल्ली पहुंचा था, लेकिन कई सीटों पर पार्टी मामूली वोटों से हारी थी. ऐसे में इस बार बीजेपी अपने स्तर पर कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है.
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