हिंदू महिलाओं के अंडरगारमेंट्स का डेटा चुराया, कंपनी को ब्लैकमेल किया, समझिए Cyber Huntss का पूरा किस्सा

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 05, 2023, 11:22 AM IST

Representative Image

Zivame Blackmailing Case: ई कॉमर्स कंपनी Zivame साइबर हैकिंग और ब्लैकमेलिंग का शिकार हुई है. अब राजस्थान पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.

डीएनए हिंदी: राजस्थान के उदयपुर में हिंदू महिलाओं के अंडरवियर का डेटा हैक करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है. इस शख्स ने डेटा हैक करने के बाद ई-कॉमर्स कंपनी Zivame को ही ब्लैकमेल करने लगा. आखिर में पुलिस तक बात पहुंची तो उसकी पोल खुल गई. Cyber Huntss चलाने वाले इस शख्स को अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और इसकी पहचान संजय सोनी के रूप में हुई है.

संजय सोनी नाम के इस शख्स ने Ziveme कंपनी के सर्वर को हैक करके हिंदू महिलाओं के अंडरगारमेंट्स से जुड़ा डेटा चुरा लिया. इसमें महिलाओं के मोबाइल नबंर, पता, जन्मतिथि और अंडरगारमेंट के साइज जैसी जानकारी थी. इसी डेटा के आधार पर उसने अपने ट्विटर हैंडल 'Cyber Huntss' से कंपनी को ब्लैकमेल करना शुरू किया. कंपनी ने पुलिस में शिकायत की तब जाकर मामला खुला. आइए इस केस को विस्तार से समझते हैं...

क्या है Cyber Huntss?
Cyber Huntss एक ट्विटर हैंडल है जिस पर 40 हजार से ज्यादा फॉलोवर हैं. इस हैंडल को चलाने वाला शख्स खुद को कट्टर हिंदू के रूप में पेश करता है और इसी तरह के ट्वीट करता है. आरोपी संजय सोनी ने इसी हैंडल से ट्वीट करके आरोप लगाए थे कि Zivame ने हिंदू महिलाओं के अंडरगारमेंट का डेटा चुराकर मुस्लिम देशों में बेच दिया है.

यह भी पढ़ें- गे कपल से जानिए Same Sex Marriage की जंग क्यों, दिल के रिश्ते को क्यों चाहिए कानूनी बंधन

रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ने ट्वीट करने के बाद Zivame को ब्लैकमेल करना शुरू किया और पैसे मांगने लगा. कंप्यूटर ग्रेजुएट संजय सोनी आईटी इंजीनियर रह चुका है. Zivame ने उसे 1500 डॉलर देकर पीछा छुड़ाना चाहा लेकिन 1500 डॉलर मिलने के बाद वह नहीं रुका. उसने 300-300 डॉलर करके तीन बार और एक बार 1000 डॉलर और ले लिए. इसमें से 1000 डॉलर संजय सोनी के खाते में जमा हुए और बाकी के पैसे दूसरे हैकर्स के अकाउंट में गए.

Zivame ने पुलिस से की शिकायत
जब कंपनी को लगा कि यह शख्स लगातार ब्लैकमेल कर रहा है तो उसने डेटा हैक किए जाने और ब्लैकमेलिंग की शिकायत दर्ज कराई. कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि उसने यह डेटा किसी के साथ शेयर नहीं किया है. राजस्थान SOG ने मामले की छानबीन के लिए कई ट्विटर खातों, उनसे हुए ट्वीट की लोकेशन और उनके डिवाइस को ट्रेस किया. पुलिस आखिर में संजय सोनी तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया.

यह भी पढ़ें- ज्ञानवापी शृंगार गौरी केस: मुख्य याचिकाकर्ता का ऐलान, 'अब नहीं लड़ सकता केस, मुझे परेशान कर दिया'

राजस्थान पुलिस के मुताबिक, संजय सोनी और उसके ठिकानों से कई स्मार्टफोन, लैपटॉप और साइबर डेटा हैकिंग में इस्तेमाल होने वाली कई अन्य चीजें भी मिली हैं. अब पुलिस उससे पूछताछ कर रही है, ताकि पता चल सके कि वह कब से इस तरह का काम कर रहा है और कितने लोगों को इसका शिकार बना चुका है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.