Cyclone Mocha: कहां और कितनी तबाही मचा सकता है तूफान 'मोका', जानिए कैसे पड़ा इसका नाम

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 09, 2023, 10:01 AM IST

Cyclone Mocha

Mocha Cyclone News: बंगाल की खाड़ी से शुरू होने वाला मोका चक्रवात अगले तीन-चार दिनों में ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तट से टकराने वाला है.

डीएनए हिंदी: आमतौर पर चक्रवाती तूफान ऐसे होते हैं जो भीषण तबाही मचाते हैं. तेज रफ्तार की हवाओं के साथ भारी बारिश और समुद्री तूफान तटीय इलाकों को बुरी तरह प्रभावित करते हैं. ऐसा ही एक चक्रवाती तूफान मोका (Mocha) बंगाल की खाड़ी में बन रहा है. आने वाले कुछ दिनों में यह तूफान पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों से टकराने वाला है. इसको ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल और ओडिशा की सरकारों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. यह तूफान 10 मई को तटीय इलाकों से टकराया और इसकी रफ्तार बढ़ती जाएगी.

भारत के मौसम विभाग का कहना है कि मोका तूफान 14 मई को बांग्लादेश-म्यांमार तट पर पहुंचेगा. इसके बाद यह तूफान उत्तर और उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा. फिलहाल, सैटलाइट तस्वीरें दिखा रही हैं कि अभी बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व इलाके में बन रहे तूफान का लेवल कम है. मौसम विभाग ने कहा है कि मछुआओ, नाविक और छोटी नाव वाले लोग बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी इलाके में न जाएं.

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कहां-कहां होगा मोका का असर?
मौसम विभाग के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय मोहापात्रा ने बताया है कि जैसी स्थितियां बन रही हैं उसके मुताबिक, अंडमान निकोबार में मंगलवार को भीषण बारिश हो सकती है. ऐसे में मौसम विभाग ने स्थानीय प्रशासन और अन्य संस्थाओं से अनुरोध किया है कि शुक्रवार तक पर्यटकों की गतिविधियों को रोक दें. तमिलनाडु पर इसका ज्यादा असर नहीं पड़ने वाला है.

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इससे सबसे ज्यादा प्रभावित अंडमान-निकाबोर में होगा. इसके अलावा, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बताया है कि तूफान की आशंकाओं को देखते हुए तटीय इलाकों मे प्रबंध किए जा रहे हैं. आपदा प्रबंधन विभाग के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी अलर्ट पर है.

कहां से आया मोका का नाम?
मोका को Mocha या Mokha भी कहा जाता है. यह नाम यमन की ओर से मिला है. दरअसल, चक्रवातों के नाम एक सिस्टम के तहत तय किए जाते हैं. इसके लिए वर्ल्ड मेटेरोलॉजिकल ऑर्गनाइजेशन (WMO) ने इसके सिस्टम लागू किया है. इसमें संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (ESCAP) सदस्य देश भी शामिल हैं.

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WMO के मुताबिक, हिंद महासागर और दक्षिण प्रशांत महासागर में आने वाले तूफानों का नाम अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षरों के हिसाब से रखे जाते हैं. एक बार पुरुष नाम होता है तो अगली बार महिला का नाम. वहीं, उत्तरी हिंद महासागर में भी नाम वर्णमाला के क्रम में होते हैं लेकिन ये जेंडर न्यूट्रल होते हैं. इसी क्रम में इसका नाम यमन की ओर से मिला है और इसे मोका कहा गया है.

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