डीएनए हिंदी: क्रिकेट के इतिहास में कई नायाब और विलक्षण खिलाड़ी हुए हैं जिनकी सफलताओं और कीर्तिगान को दशकों तक हम सुनते-सुनाते रहते हैं. सर डॉन ब्रेडमैन से लेकर मौजूदा दौर के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर की कहानियां क्रिकेट फैंस को जुबानी याद रहती हैं. अगर इस खेल की तुलना इंद्रधनुष के की जाए तो बिल्कुल भी गलत नहीं होगा. इस खेल में हमने कुछ धीरप्रशांत खिलाड़ी देखे जिनका संयम और धैर्य महानायकों सा रहा. इसी खेल में कुछ अक्खड़ और बदमिजाज खिलाड़ी भी आए जिसके प्रशंसकों ने उनकी गलतियों को नजरअंदाज कर प्यार किया. अगर डेविड वॉर्नर का नाम लें, तो यह वो खिलाड़ी है जिसने मॉर्डन डे क्रिकेट में सबको एंटरटेन किया. मेरी नजर में यह रेनबो का सबसे चमकीला रंग है. उन्होंने खेल और अपनी खुशमिजाज तबीयत से फैंस को हंसने-गुदगुदाने के ढेरों मौके दिए. एक साल के बैन और सैंडपेपर गेट कांड से लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से सीधी भिड़ंत के बाद भी यह खिलाड़ी कभी बुरा नहीं लगा और फैंस ने उससे प्यार करना नहीं छोड़ा.
डेविड वॉर्नर के व्यक्तित्व में ऑस्ट्रेलियाई पहचान के मुताबिक ही एक जीवट और खिलंदरपना है. यह उनका जीवट ही है कि करियर की परवाह किए बिना उन्होंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की खुली मुखालफत की. यह उनका खिलंदरपना भी कि लगभग डेढ़ दशक के करियर के बाद जब खिलाड़ी खुद को सीनियर की कैटेगरी में मानते हैं और ज्यादातर अपने आचरण में एक बनावटी महानतापन लिए चलते हैं, यह खिलाड़ी रश्मिका मंदाना के गानों पर साड़ी में अपनी रील्स बना सकता है. जब हम वॉर्नर के इस व्यक्तित्व की चर्चा करते हैं, उसी वक्त हमें यह भी याद रखना चाहिए कि यह विस्फोटक खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के सबसे सफल ओपनर्स में से एक है.
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डेविड वॉर्नर के नाम दर्ज हैं कई धुआंधार रिकॉर्ड्स
इस ऑस्ट्रेलियाई ओपनर बल्लेबाज के हिस्से रिकॉर्ड्स और सफलताओं की भरमार है. इसमें टीम के सदस्य के तौर पर शामिल सफलताएं तो हैं ही लेकिन बड़े व्यक्तिगत रिकॉर्ड्स भी हैं. किसी भी दूसरे खिलाड़ी की तरह अपने करियर में खराब फॉर्म से भी जूझ़े और किसी भी कद्दावर खिलाड़ी की ही तरह वह उनसे बाहर भी निकल गए. वॉर्नर वर्ल्ड कप जीतने वाली (टी20 और वनडे) टीम के सदस्य रहे हैं. अपने करियर में तीन बार एलन बॉर्डर मेडल जीतने में कामयाब रहे. आईपीएल में तीन साल ऑरेंज कैप (2015, 2017, 2019) जीती और 2021 में तो वह टी20 वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी बने. उनकी कप्तानी में ही सनराइजर्स हैदराबाद ने खिताब जीता. टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 8786 रन बनाए जिसमें 27 शतक शामिल हैं. ये आंकड़े किसी भी खिलाड़ी के चैंपियन होने की गवाही देने के लिए काफी हैं.
वॉर्नर जैसा व्यक्तित्व होना विरल
डेविड वॉर्नर को उनके फैंस दमदार खेल ही नहीं उनके मनमौजी व्यक्तित्व के लिए भी प्यार करते हैं. उनकी गलतियों के बाद भी फैंस ने उन्हें बेशुमार प्यार दिया. यही वजह है कि आज भी आईपीएल में जब वह अपने पुराने होमग्राउंड हैदराबाद लौटते हैं तो मैदान के हर कोने से भारतीय दर्शकों की वॉर्नर...वॉर्नर आवाज आती रहती हैं. सफलता के बाद बहुत सी मशहूर हस्तियों ने महानता और बड़प्पन की एक ऐसी दीवार अपने आसपास खड़ी कर ली जहां वह किसी देव स्वरूप लगने लगे.
इसके उलट यह खिलाड़ी मैदान पर ही नाच सकता है, सोशल मीडिया पर रील्स बनाता है, मैच के बीच में ग्राउंड के बाहर पॉपकॉर्न खाते दिख जाता है और चीटर-चीटर चिढ़ाने पर इंग्लैंड के दर्शकों के सामने अपनी खाली जेबें उलट देता है. वॉर्नर ने क्रिकेट के दर्शकों को सर्दियों की सुखद धूप जैसी गुदगुदाहट दी, अपने खेल से उनका भरपूर मनोरंजन किया और गाहे-बगाहे उनका दिल भी दुखाया. इसके बावजूद भी जब उसने अपने गलव्स टांगे, तो विरोधी टीम के खिलाड़ियों ने भी गले लगाकर उसे विदा किया. यह खिलाड़ी इस दौर का सबसे बड़ा एंटरटेनर था. अलविदा, डेविड वॉर्नर! क्रिकेट फैंस के लिए तुम हमेशा एक शरारती, चुहलबाज दोस्त से रहे.
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