हरियाणा के विधानसभा चुनाव के लिए 5 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. इसको लेकर सभी पार्टियां की तरफ से जोरशोर से तैयारियां की जा रही हैं. इसी क्रम में सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी भी पूरी तरह से मैदान में उतर चुकी है. वहीं पार्टी के भीतर से ही कई नेता सीएम पद के लिए अपने नाम की दावेदारी पेश कर रहे हैं.
इन नेताओं ने पेश की अपनी दावेदारी
सबसे पहले हरियाणा बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनिल विज ने अपने नाम का दावा ठोंका था. उनके बाद बीजेपी के दूसरे कद्दावर नेता राव इंद्रजीत सिंह ने भी सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की. राव इंद्रजीत सिंह गुरुग्राम से सांसद हैं. इस समय वो केंद्रीय मंत्री हैं. हरियाणा के अहीरवाल के इलाके में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है.
इसको लेकर सियासी हलचल
वहीं इस मामले को लेकर हरियाणा के पूर्व सीएम और केद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की तरफ से एक बयान भी जारी किया गया है. इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि कोई भी अपने नाम की दावेदारी पेश कर सकता है. वहीं हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष की तरफ से इस संदर्भ में बयान आ चुका है. उन्होंने कहा कि ये बयान इन नेताओं के निजी बयान है. आपको बताते चलें कि बीजेपी इस चुनाव में मौजूदा सीएम नायब सिंह सैनी की अगुवाई में चुनाव लड़ रही है.
क्या बिगड़ सकता है पार्टी का चुनावी समीकरण?
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक इस तरह के बयान से पार्टी का नुकसान भी हाउ सकता है. पार्टी के कैडर और समर्थकों में कनफ़्यूज़न की स्थिति पैदा हो सकती है. साथ ही विपक्षी पार्टियां इस स्थिति का फायदा उठाकर इसे एक मुद्दा बना सकती है. उनकी तरफ से जानता को ये संदेश दिया जा सकता है कि बीजेपी में कौन सीएम होगा यही अबतक तय नहीं हुआ है, पार्टी के भीतर इनफाइटिंग की स्थिति व्याप्त है.
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