Jaipur Special : कौन था वह विद्वान जिसकी सलाह पर तैयार किया गया जयपुर का डिजाइन, क्यों फेमस है 'पिंक सिटी'

Written By मीना प्रजापति | Updated: Oct 13, 2024, 08:04 PM IST

आज की स्टेट स्पेशल सीरीज में पढ़ें जयपुर की कहानी. जयपुर को पिंक सिटी क्यों कहा जाता है. जयपुर का इतिहास कितना पुराना है. जयपुर का आर्किटेक्ट किसने तैयार करवाया था. सभी सवालों के जवाब मिलेंगे यहां.

Jaipur Special : अपनी ऐतिहासिक इमारतों, साज-सज्जा, सुनियोजित सजावट के लिए जाना जाने वाला जयपुर 'पिंक सिटी' के नाम से भी जाना जाता है. जयपुर राजस्थान की राजधानी है, जिसे महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने 18 नवंबर, 1727 को स्थापित किया था. पर क्या आपको पता है कि जयपुर हमेशा से राजस्थान की राजधानी नहीं था. आमेर राजस्थान की राजधानी था. फिर जनसंख्या बढ़ने के साथ, राजा ने अपनी राजधानी जयपुर को बना लिया. जयपुर को राजधानी बनाने के पीछे एक वजह आमेर में पानी की कमी भी था. 

विशेषज्ञों का मानना है कि जयपुर भारत का पहला ऐसा शहर है नियोजित है. जयपुर का लेआउट तैयार कनरे से पहले वास्तुकला पर कई पुस्तकें और कई वास्तुकारों से परामार्श लिया गया. कहा जाता है कि राजा जय सिंह शहर की सुरक्षा सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित थे और इसलिए, उन्होंने इसे बनाने के लिए अपने वैज्ञानिक और सांस्कृतिक हितों का उपयोग किया.

विद्याधर भट्टाचार्य ने तैयार किया जयपुर का डिजाइन
बंगाल के गणित और विज्ञान के ब्राह्मण विद्वान विद्याधर भट्टाचार्य ने शहर की वास्तुकला को डिजाइन करने के लिए जय सिंह की सहायता की. विद्याधर ने राजा की सहायता के लिए खगोल विज्ञान पर प्राचीन भारतीय साहित्य, टॉलेमी और यूक्लिड की पुस्तकों को सुझाया. वर्तमान में जयपुर में विद्याधर के नाम पर एक बाग भी है, जिसे अच्छी तरह से संरक्षित किया गया है. आपको बता दें जयपुर को डिजाइन करते समय वास्तु शास्त्र के सिद्धातों का बहुत ध्यान रखा गया. 

इस तरह तैयार किया गया शहर का आर्किटेक्ट
जब जयपुर शहर को बनाया जा रहा था तब इसे 9 ब्लॉकों में बांटा गया था. इनमें से दो ब्लॉक में राज्य भवन और महल शामिल थे. बाकी सात ब्लॉक आम जनता के लिए थे. यहां आम जनता रहा करती थी. राजा ने शहर को सुरक्षा की दृष्टि से चारों ओर सात मजबूत फाटकों के साथ विशाल दीवारों को बनावाया. इन दीवारों से शहर की सुरक्षा सुनिश्चित की गई. 

जयपुर को क्यों कहा जाता है 'पिंक सिटी'
राजस्थान सरकार की सरकारी वेबसाइट के मुताबिक, 1878 में प्रिंस ऑफ वेल्स ने जयपुर शहर का दौरा किया. तब राजकुमार के स्वागत के लिए पूरे शहर को गुलाबी रंग से रंगा गया. बस तभी से जयपुर को पिंक सिटी कहा जाने लगा. उस समय की विरासत को जयपुर ने आज भी संजो कर रखा है. यहां आज भी दीवारें गुलाबी ही हैं. 

क्यों फेमस है जयपुर
जयपुर को पहली प्लांड सिटी कहा जाता है. यहां हवा महल, अल्बर्ट म्यूजियम, जंतर-मंतर से लेकर जल महल तक आकर्षक पर्यटक और ऐतिहासिक स्थल हैं. यहां का मीनाकारी, जयपुरी जूतियां, रजाइयां, बर्तन और ज्वैलरी पूरे देश में फेमस है. यही नहीं जयपुर का खानपान सभी को लुभाता है. यहां की फीनी, घेवर, बालूशाही, मिश्री मावा, मिल्क केक, डोडा बर्फी, मावा कचौरी समेत प्याज की कचौरी भी खूब फेमस हैं. यही नहीं जयुपर अपने खास तरह के परिधान के लिए भी फेमस है. यहां महिलाओं का घाघरा चोली और पुरुषों की पगड़ी देशभर में आकर्षण का केंद्र है. 

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.