डीएनए हिंदी: आजकल आप OTT पर कई तरह की वेब सीरीज देखते होंगे. इनमें सस्पेंस और क्राइम थ्रिलर सबसे ज्यादा पॉपुलर हैं. क्राइम की एक ऐसी ही दिल दहला देने वाली, दिमाग कंपा देने वाली कहानी असल में घटित हुई है. जहां ये रियल क्राइम थ्रिलर हुआ है वो राज्य है केरल. केरल जहां साक्षरता दर देश में सबसे ज्यादा है. जहां रोजगार का संकट भी उत्तर-पूर्वी राज्यों की तुलना में कम है. जहां आय के बेहतर साधन भी उपलब्ध हैं. कुल मिलाकर दूर से सारा मामला सही लगता है. मगर असल में केरल में ऐसी घटना हुई है कि सुनने वाले के रोंगटे खड़े हो जाएं और जब इस घटना की तह में पहुंचते हैं तो ऐसा सस्पेंस थ्रिलर सामने आता है कि अच्छी-अच्छी वेब सीरीज याद आने लगती हैं. घटना है केरल में हुई मानव बलि की. जानिए क्या है ये पूरा मामला और क्यों छिड़ी है इस पर चर्चा
पैसों की तंगी दूर करने के लिए चढ़ा दी दो औरतों की बलि
केरल (Kerala) की यह सनसनीखेज घटना हुई है पथानामथिट्टा (Pathanamthitta) जिले में. घर की आर्थिक तंगी दूर करने के लिए यहां एक दंपति ने दो औरतों की बलि चढ़ा दी. इस मामले में फिलहाल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. यही तीनों इस पूरी कहानी के पात्र हैं. इनके नाम हैं मोहम्मद शफी उर्फ रशीद (Mohammed Shafi alias Rasheed), भगवल सिंह (Bhagaval Singh) और उसकी पत्नी लैला (Laila). इन तीनों पर आपराधिक साजिश रचने, हत्या करने और उसके बाद सबूत मिटाने के आरोप लगे हैं.
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कैसे शुरू हुई अपराध की ये कहानी-पहला पन्ना
ये कहानी शुरू होती है भगवल सिंह और उसकी पत्नी लैला से. भगवल सिंह मूल रूप से मसाज थैरेपी देने का काम करता है. भगवल और लैला का एक बेटा है जो विदेश में रहता है. कोविड से पहले तक इनकी जिंदगी में सब ठीक था. कोविड के दौरान मसाज का काम एकदम बंद हो गया. पैसों की तंगी शुरू हुई. इसे दूर करने के लिए पति-पत्नी ने और क्या उपाय किए ये तो नहीं पता लेकिन जो एक उपाय सामने आया है वो है टोना-टोटका. आस-पास के लोगों से हुई पूछताछ में पता चला है कि लैला तंत्र-मंत्र, टोने-टोटके में काफी यकीन रखती थी. अक्सर वह ऐसे काम करते देखी भी गई.
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अपराध की इस कहानी का दूसरा पन्ना
अब इस कहानी का दूसरा पन्ना पहुंचता है मोहम्मद शफी उर्फ रशीद (Mohammed Shafi alias Rasheed) के पास. यह जेल में बंद एक कैदी है जो कोविड के दौरान जेल से रिहा होता है. जेल से रिहा होने के बाद ये अपनी आपराधिक गतिविधियों के लिए नए शिकार की तलाश में है. फेसबुक पर इसे भगवल सिंह उस शिकार के रूप में मिलता है. भगवल सिंह फेसबुक पर अक्सर कविताएं पोस्ट किया करता था. इन कविताओं की तारीफ में शफी ने कसीदे पढ़ना शुरू कर दिया. शफी का फेसबुक अकाउंट 'श्रीदेवी' के नाम से है. श्रीदेवी और भगवल सिंह इस दौरान एक दूसरे के प्यार में पड़ने लगते हैं. तभी भगवल श्रीदेवी को अपनी आर्थिक तंगी के बारे में बताता है. यहीं से शुरू होता है कहानी का तीसरा पन्ना
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अपराध की इस कहानी का तीसरा पन्ना
शफी भगवल सिंह की मजबूरी का फायदा उठाने के लिए पूरा प्लान तैयार करता है और उसे एक तांत्रिक के बारे में बताता है. भगवल को भी लैला के साथ रहते हुए तंत्र-मंत्र पर यकीन होने लगता है. वह तांत्रिक के पास जाने के लिए मान जाता है. शफी खुद ही तांत्रिक बनकर भगवल औऱ लैला से मिलता है. उनसे कहा जाता है कि उनकी आर्थिक तंगी दूर करने के लिए उन्हें एक बलि देनी होगी. दोनों इस बात में अपनी असर्थता जाहिर कर देते हैं. शफी यहां उनका मददगार बनकर सामने आता है. वह कहता है बलि देने वाले व्यक्ति का इंतजाम मैं कर दूंगा बस कुछ पैसे देने होंगे. इस दम पर वह भगवल और लैला से रुपये हड़प ले लेता है. इसके बाद सामने आता है अपराध की कहानी का चौथा पन्ना.
अपराध की इस कहानी का चौथा पन्ना
अब शफी एर्नाकुलम में रहने वाली 49 साल की रोजलीन से संपर्क करता है. उसे झांसा दिया जाता है कि एक पॉर्न फिल्म में काम करना है. पैसों के लालच में रोजलीन मान जाती है. शफी उसे लेकर भगवल और लैला के घर पहुंचता है. यहां उसे एक कमरे में सोने के लिए कहा जाता है और उसके हाथ-पैर बांध दिए जाते हैं. बस उसके बाद शुरू होता है नर बलि का वह खौफनाक मंजर जिसे सोचकर ही पूरा देश आज सिहर रहा है. रोजलीन के अंग-अंग काटकर उसकी बलि दे दी जाती है और शव को घर के पीछे दफना दिया जाता है. खौफनाक बात ये भी है कि ये कहानी यहीं खत्म नहीं होती...
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अपराध की इस कहानी का पांचवां पन्ना
नर बलि हो जाती है. तांत्रिक का कहा पूरा कर लिया जाता है. मगर भगवल की आर्थिक स्थिति में कोई सुधार नहीं आता. वह परेशान होकर फिर शफी से संपर्क करता है. वह उसे फिर तांत्रिक के पास जाने को कहता है. अब तांत्रिक के रूप में शफी भगवल से फिर नर बलि देने के लिए कहता है. उसे बताया जाता है कि अभी पूरा उपाय नहीं हुआ है एक बलि और देनी होगी. फिर भगवल कहता है कि वह ऐसा करने में असमर्थ है. फिर शफी एक महिला को अपना शिकार बनाता है. अब वह पद्मा नाम की एक महिला को सेक्स वर्क दिलाने के लिए भगवल के घर लाता है. उससे खुद भी 15 हजार रुपये लेता है. पद्मा भी झांसे में आती है और उसकी भी बलि चढ़ जाती है.
कैसे सामने आई ये कहानी
ये कहानी सामने आती है बलि चढ़ाई गई इन दो महिलाओं की गुमशुदगी की रिपोर्ट्स से. अलग-अलग जगहों पर दर्ज हुई गुमशुदगी की रिपोर्ट्स के तार जोड़ते हुए पुलिस इस मामले की पोल खोलने में कामयाब होती है. गिरफ्तारी के बाद दंपति ने भी ये बातें खुद कुबूल की हैं. फिलहाल इस मामले में कई और बातें सामने आना बाकी है.
मगर अब जब ये मामला सबके सामने है तो एक नई बहस भी सामने है कि क्या आज भी इतना अंधविश्वास कायम है जिसके बल पर एक इंसान को ही बलि चढ़ा दिया जाए. सवाल बड़ा इसलिए भी हो गया है क्योंकि मामला केरल का है, जहां साक्षरता और सामाजिक स्तर अन्य राज्यों से बेहतर बताया जाता है.
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