पिछले लोकसभा चुनाव में कैसा था पहले चरण के मतदान का पैटर्न? जानिए वोटों का पूरा हिसाब-किताब

Written By आदित्य प्रकाश | Updated: Apr 08, 2024, 11:06 AM IST

2024 के लोकसभा चुनाव पार्टियों के लिए लिटमस टेस्ट

2019 के लोकसभा चुनाव (2019 Lok Sabha Election) के पहले फेज में वोटिंग परसेंटेज (Voting Percentage) को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली थी. बिहार में वोटिंग परसेंटेज केवल 50% था. वहीं, त्रिपुरा में 81.80% वोट पड़े थे.

Lok Sabha Election 2024: इस बार के लोकसभा चुनाव में पहले चरण के लिए 19 अप्रैल को मतदान होने वाले हैं. इस बार पहले चरण में 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. आज हम आपको 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले चरण के बारे में बताने जा रहे हैं. समझिए क्या था पिछले लोकसभा चुनाव के पहले चरण में हुए मतदान (Voting) का पूरा हिसाब-किताब?

पहला चरण, 2019 के लोकसभा चुनाव
2019 के लोकसभा चुनाव का पहला चरण 11 अप्रैल को हुआ था. इस चरण में 14 करोड़ से ज्यादा वोटर्स ने 91 लोकसभा के क्षेत्रों में अपना वोट डाला था. ये वोटिंग 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में संपन्न कराए गए थे. 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले फेज में वोटिंग परसेंटेज को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली थी. बिहार में वोटिंग परसेंटेज केवल 50% था. वहीं, त्रिपुरा में 81.80% वोट पड़े थे.


इसे भी पढ़ें : क्या फिर चौंकाएगा कूचबिहार, Lok Sabha Election में टीएमसी और बीजेपी में देखने को मिलेगी कांटे की टक्कर


किस राज्य का कितना था वोटिंग परसेंटेज
राज्यवार वोटिंग परसेंटेज की बात करें तो वो कुछ इस प्रकार से थे. आंध्र प्रदेश में 66%, अरुणाचल प्रदेश में 66%, असम  में 68 फीसदी, बिहार में 50%, छत्तीसगढ़ में 56%, जम्मू-कश्मीर में 54.49%, महाराष्ट्र में 56%, मणिपुर में 78.20%, मेघालय में 67.16%, मिजोरम में 60%, नागालैंड में 78%, ओडिशा में 68%, सिक्किम में 69%, तेलंगाना में 60%, त्रिपुरा में 81.80%, उत्तर प्रदेश में 63.69%, उत्तराखंड में 57.85%, पश्चिम बंगाल में 81%, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में 70.67% और लक्षद्वीप में 66% वोटिंग हुए थे.

कई बड़ी घटनाओं का करना पड़ा था सामना
2019 के लोकसभा चुनाव के पहले फेज में हिंसा, मौत, तोड़फोड़ और ईवीएम की खराबी की कई घटनाओं को रिपोर्ट किया गया था. इस दौरान आंध्र प्रदेश में टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में दो लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, यूपी में एक बीजेपी नेता की मौत इलेक्शन रैली के दौरान दिल का दौरा पड़ने से हो गई थी.


यह भी पढ़ें: Lok Sabha Elections 2024: IAS से लेकर IPS तक पावर को रास आती है राजनीति


नक्सलियों की धमकी और ईवीएम में खराबी
चुनाव को असफल बनाने के लिए नक्सलियों ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली और छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में आईईडी बलास्ट जैसे घटनाओं को अंजाम दिया था. बावजूद इसके इन इलाकों के स्थानीय लोगों ने मतदान में बड़ी संख्या में हिस्सा लिया था. पहले चरण के दौरान ही उत्तराखंड और यूपी से ईवीएम में खराबी की कई शिकायतें सामने आई थीं. हालांकि इसे बाद में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने इस समस्या का समाधान कर दिया था, और इन बूथों पर बड़ी संख्या में मतदान हुए थे.

DNA हिंदी अब APP में आ चुका है. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.

देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.