डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) का लुलु मॉल (Lulu Mall) इन दिनों विवादों के केंद्र में है. लुलु मॉल का उद्घाटन खुद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के चुके हैं. मॉल के मालिक यूसुफ अली (Yusuf Ali) के साथ सीएम योगी की तस्वीरें भी खूब वायरल हो रही हैं. मॉल पर जिहादी ग्रुप (Lulu Mall Namaz Controversy) से लिंक होने का कभी आरोप लग रहा है तो कभी जिहाद को बढ़ावा देने का. लखनऊ के लुलु मॉल में कुछ लोगों द्वारा नमाज़ पढ़ने को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. मॉल कॉम्प्लेक्स के अंदर नमाज अदा करने वाले 7-8 लोगों का एक वीडियो भी वायरल हो गया है. जैसे ही वीडियो वायरल हुआ लोगों का गुस्सा लुलु मॉल पर फूट पड़ा.
यह मॉल जब से खुला है तबसे ही यह दक्षिणपंथी संगठनों के निशाने पर है. विवाद के बीच लुलु मॉल में कुछ लोगों के नमाज पढ़ने का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. आइए जानते हैं क्या है असली विवाद की वजह?
Lulu Mall: क्या होता है लुलु का मतलब ? जवाब जान रह जाएंगे हैरान
शायद ऐसा कोई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हो जहां #LULUMALLLUCKNOW ट्रेंड न कर रहा हो. नाराज लोगों ने सवाल किया है कि किसी भी मॉल में किसी तरह की धार्मिक गतिविधियों की इजाजत कैसे दी जा सकती है. लुलु मॉल ने ऐसे किसी भी विवाद से इनकार कर दिया है. मॉल एडमिनिस्ट्रेशन ने कहा है कि कॉम्प्लेक्स में किसी भी तरह की धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा नहीं दिया जा रहा है.
Love Jihad का अड्डा है लुलु मॉल ? हिंदू संगठन ने क्यों कही ये बात
क्या है वायरल वीडियो पर लुलु एडमिनिस्ट्रेशन की सफाई?
लुलु मॉल ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, 'लुलु मॉल सभी धर्मों का सम्मान करता है. हम यहां किसी भी तरह की धार्मिक सभा या प्रार्थना की इजाजत नहीं है. हमने अपने फ्लोर स्टाफ और सुरक्षा कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि ऐसी घटनाएं न होने पाएं. इस मॉल को हम विश्व स्तरीय बनाना चाहते हैं. सभी से अनुरोध है कि इस सपने को साकार करने में मदद करें.'
क्यों पड़ा है शॉपिंग मॉल का नाम?
युसुफ अली ने गल्फ देशों में साल 2000 में लुलु हाइपरमार्केट ग्रुप की नींव रखी थी. वह जितने भी मॉल खोल रहे हैं उसका नाम लुलु रख रहे हैं. अरबी में लुलु का नाम मोती होती है.
क्या है विवाद भड़कने की असली वजह?
लुलु मॉल के विवादों में आने की एक वजह सिर्फ वायरल वीडियो ही नहीं है. मॉल एडमिनिस्ट्रेशन पर सिर्फ मुसलमानों को ही नौकरी देने का आरोप लग रहा है. वायरल वीडियो पर भी लोगों को आपत्ति है जिसमें लोग टोपी लगाकर नमाज पढ़ते नजर आ रहे हैं. दक्षिणपंथी संगठन अखिल भारतीय हिंदू महासभा के कुछ सदस्यों ने गुरुवार को लुलु मॉल के गेट पर धरना-प्रदर्शन किया था.
Lulu Mall में पढ़ी गई नमाज, वीडियो वायरल होने के बाद मचा हंगामा
दर्ज हो चुका है केस
धरना प्रदर्शन के दौरान सुशांत गोल्फ सिटी थाने के कुछ पुलिसकर्मी कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लुलु मॉल के बाहर पहुंचे थे. उसके बाद शिशिर चतुर्वेदी और संगठन के अन्य लोगों ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई. सोशल मीडिया पर प्रसारित खबरों के मुताबिक लुलु मॉल में पुरुष कर्मचारियों में 70 फीसदी मुस्लिम हैं और 30 फीसदी महिला कर्मचारी हिंदू समुदाय से है. ऐसा करके लुलु मॉल प्रबंधन लव जिहाद को बढ़ावा दे रहा है.
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