'अगरबत्ती, बाल्टी, कमरे में बाल' मुंबई लिव इन मर्डर केस से जुड़ी ये 5 बातें हिला कर रख देंगी

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 08, 2023, 07:58 PM IST

Mumbai Live in partner Murder Details News Hindi 

Mumbai Murder Case: महिला की बेहरमी से हत्या करने वाले आरोपी को लेकर पड़ोसियों ने कई तरह की बात कही है. इस मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया है कि उन्हें आरोपी के फ्लैट से क्या-क्या मिला है?

डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. यहां एक 36 वर्षीय महिला की उसके लिव-इन-पार्टनर ने कथित तौर पर पहले हत्या की और फिर उसे टुकड़ों में काटकर कुकर में उबाल दिया. आरोपी के फ्लैट पर पहुंची पुलिस वहां मिली चीजों को देखकर हैरान रह गई है. इस घटना ने लोगों को पिछले दिनों दिल्ली में हुए श्रद्धा वालकर मर्डर केस की यादें ताजा करा दी है. लोगों के मन में कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं. आइए 5 पॉइंट्स में समझते हैं कि आरोपी ने महिला की हत्या कब, क्यों और कैसे की. 

1. आरोपी ने क्यों की महिला की हत्या?

दिल दहला देने वाला ये मामला मीरा रोड थाना एरिया की एक सोसाइटी का है. यहां 56 वर्षीय मनोज साने ने अपनी लिव-इन पार्टनर 32 वर्षीय सरस्वती वैद्य की हत्या कर शव के कई टुकड़े कर दिए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मनोज साने को कुछ दिनों से यह शक था कि महिला का किसी और के साथ अफेयर चल रहा है. इसी शक के चलते दोनों के बीच लगातार झगड़ा होने लगे थे. ऐसे ही एक विवाद में 2-3 दिन पहले आरोपी ने महिला की कथित तौर पर हत्या कर दी. गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने अलग ही बयान दिया है. उसने कहा कि सरस्वती ने आत्महत्या की थी. इसका आरोप उस पर न आए.इससे बचने के लिए उसने सरस्वती की डेड बॉडी के साथ ऐसी बर्बरता की. 

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2. पुलिस को फ्लैट में घुसते ही क्या मिला?

पड़ोसियों से सूचना मिलने के बाद पुलिस आरोपी के फ्लैट पर पहुंच गई. दरवाजा तोड़ने के बाद अंदर घुसी पुलिस ने फ्लैट का नजारा देखा तो पांव तले जमीन फिसल गई. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस जब फ्लैट पर पहुंची तो आरोपी ने कुकर में बचे हुए टुकड़े उबालने के लिए रखे थे. वहां पुलिस ने कटर भी बरामद किए, हालाकिं उस पर खून के निशान नहीं थे. फ्लैट के बेडरुम में प्लास्टिक की काली थैलियां भी मिलीं, जिनका इस्तेमाल शवों के टुकड़े फेंकने के लिए किया जा रहा था.

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3. बाल्टियों में भरे थे खून और शव के टुकड़ें 

पुलिस टीम के होश किचन में तीन बाल्टियों के अंदर महिला का खून और बॉडी के कटे हुए पार्ट्स रखे देखकर भी उड़ गए. पुलिस ने कहा कि फ्लैट के अलग-अलग कमरों में एयर फ्रेशनर के कई डिब्बे भी पाए गए, जिनका इस्तेमाल आरोपी बदबू छिपाने के लिए कर रहा था. पुलिस ने यह भी पाया कि महिला के बालों को काटकर अलग कमरे में रखा गया था. फ्लैट में इतनी बदबू आ रही थी कि पुलिस को जांच-पड़ताल करने में भी समस्या हो रही थी.पुलिस ने तफ्तीश को आगे बढ़ाने के लिए फ्लैट नंबर 704 को सील कर दिया है. 

4. पड़ोसियों से नहीं संपर्क रखता था आरोपी 

इस मामले में पड़ोसियों का अहम रोल है. उनके जरिए ही पुलिस को इस मामले की जानकारी हो पाई. कुछ मीडिया चैनलों से बात करते हुए मनोज के पड़ोस में रहने वाले सोमेश श्रीवास्तव ने कहा कि मनोज के फ्लैट से बहुत तेजी में दुर्गंध आ रही थी. इसके बारे में जब मैंने अपने घरवालों से बात की तो उन्होंने इसे नजरअंदाज करते हुए कहा कि ऐसी बदबू चूहे के मरने पर आती है. इसके एक दिन बाद बदबू और बढ़ गई. सोमेश श्रीवास्तव ने कहा कि उसने मनोज से इस बारे में पूछा तो उसने कहा कि शायद गटर की बदबू आ रही है. जब मनोज से कहा गया कि वह अंदर दिखाए क्या हुआ है तो उसने शाम को आने के बाद पता करने की बात कहकर टाल दिया. मनोज के सोसाइटी से बाहर जाते ही पड़ोसी ने पुलिस को फोन कर दिया. इसके साथ बताया गया कि वह दोनों किसी से भी कोई संपर्क नहीं रखते थे. 

5. मुंबई मर्डर पर पुलिस ने दिया ऐसा बयान 

मुंबई के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) जयंत बजबाले ने एक कहा कि शरीर के कटे हुए हिस्से फ्लैट में बर्तनों और बाल्टियों में फेंके हुए पाए गए. आगे की जांच के लिए बचे हुए शव के टुकड़ों को जेजे अस्पताल भेजा गया है. मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. आरोपी से पूछताछ जारी है. पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में महिला की बेरहमी से हत्या किए जाने की बात सामने आई है. अभी पूरे मामले की जांच की जा रही है. उसके बाद ही हत्या की वजह साफ हो सकेगी. पुलिस को संदेह है कि महिला की हत्या 4 जून को की गई थी. 

क्या केवल घटना के लिए पुलिस ही जिम्मेदार?

भारत के कई राज्यों इस तरह की घटना अक्सर ही सामने आ रही हैं. ऐसी घटनाएं समाज के लिए बिलकुल सही नहीं है. मुंबई में हुए इस खौफनाक घटना ने पुलिस के साथ समाज पर भी कई तरह के सवाल खड़े किए हैं. ऐसी घटनाएं होने के बाद लोगों को जागरूक होने की जरुरत है. सोसाइटी में रहने वाले ज्यादातर लोगों को अपने पड़ोसी के बारे में जानकारी ही नहीं होती है. जैसे कि वह क्या काम करते हैं और उनके साथ और कौन रह रहा हैं. अगर जिम्मेदार नागरिक के तौर पर लोग जागरुक होंगे तो इस तरह की घटनाओं में कमी जरूर आएगी.

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