डीएनए हिंदी: कोरोना महामारी के समय प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरुआत हुई थी. इस योजना के तहत करीब 80 करोड़ गरीब लोगों को हर महीने राशन मिलता है. अब इसे पीएम मोदी ने 5 साल के लिए और बढ़ाने का ऐलान किया है. तीन बड़े राज्यों में अगले महीने विधानसभा चुनाव है और अब लोकसभा चुनाव में भी कुछ वक्त ही बचा है. ऐसे में पीएम मोदी का यह ऐलान एक तीर से कई निशान हैं. उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में बीजेपी की सत्ता में वापसी का एक बड़ा कारण मुफ्त राशन योजना भी माना गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में फ्री राशन योजना का ऐलान किया है और अगले ही हफ्ते पूरे देश में धूमधाम से दिवाली का त्योहार मनाया जाने वाला है. इस योजना को बढ़ाने से चुनावी मैदान में भी बीजेपी को पूरा फायदा मिल सकता है. समझें कैसे यह राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ के साथ लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भी मास्टरस्ट्रोक है.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना बीजेपी के लिए विधानसभा के साथ लोकसभा चुनाव के लिए बहुत बड़ा कदम साबित हो सकता है. योजना के तहत पूरे देश में करीब 80 करोड़ लोगों को फायदा मिलता है. इस योजना के तहत हर महीने निश्चित मात्रा में फ्री राशन मिलता है जो कि निचले तबके के लोगों के लिए खासी राहत साबित होती है. इस योजना का समय इस साल दिसंबर में खत्म होने वाली थी लेकिन अब इसे अगले 5 सालों के लिए बढ़ा दिया गया है. गरीब तबके और खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के मतदाताओं के बीच इससे बीजेपी और पीएम मोदी की छवि काफी मजबूत हुई है.
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निचले तबके के लोगों के लिए बनी बहुत बड़ी राहत
फ्री राशन योजना के तहत पांच किलो चावल या गेहूं फ्री में मिलता है. इसके अलावा, राज्य सरकारें अपने स्तर पर भी इसमें कुछ और जोड़ सकती हैं. कई राज्यों में इसके साथ दाल, सोयाबीन तेल जैसी चीजें भी मिलती हैं. गरीब परिवारों के लिए फ्री राशन कोरोना महामारी के दौरान बहुत बड़ी राहत साबित हुआ था. इसने बीजेपी के लिए मतदाताओं के मन में ज्यादा भरोसा भी पैदा किया. अब इस योजना को 5 साल के लिए बढ़ाया गय है. ऐसे में ग्रामणी और शहरी गरीब मतदाताओं को बड़े पैमाने पर लुभाने में मोदी सरकार कामयाब हो सकती है.
बीजेपी के आंतरिक सर्वे में फ्री राशन बना अहम मुद्दा
उत्तर प्रदेश में दूसरी बार सीएम बनने के साथ ही योगी आदित्यनाथ ने पहला फैसला फ्री राशन बढ़ाने का ही लिया था. पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी के सभी दिग्गज नेता मुफ्त राशन योजना का जिक्र बार-बर चुनाव प्रचार में करते हैं. सूत्रों का कहना है कि बीजेपी के आंतरिक सर्वे और ग्राउंड रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि इसने बड़े पैमाने पर लोगों को पार्टी से जोड़ा है. योजना के लाभार्थी इस वजह से सरकार के साथ सकारात्मक तौर पर जुड़े हैं. इन तथ्यों को ध्यान में रखकर पीएम ने इस योजना को अगले 5 साल के लिए बढ़ाने का फैसला किया है.
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विपक्ष की काट के साथ जनकल्याणकारी छवि को भी बना रही मजबूत
राम मंदिर, आर्टिकल 370 जैसी उपलब्धियां जहां पीएम मोदी के मजबूत नेतृत्व और बीजेपी की राष्ट्रवादी छवि को मजबूर करती है वहीं फ्री राशन योजना के साथ सरकार कांग्रेस और विपक्ष के हमलों का काट भी सटीक तरीके से ढूढ़ं पाई है. आम तौर पर केंद्र सरकार पर राहुल गांधी समेत तमाम विपक्षी नेता कारोबारियों के समर्थन में काम करने का आरोप लगाते हैं. दूसरी ओर बीजेपी फ्री राशन, जन धन योजना, उज्ज्वला योजना जैसे कार्यक्रमों का जोर-शोर से प्रचार करके अपनी जनसरोकारी छवि मजबूत करने का काम कर रही है.
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