डीएनए हिंदी: समाजवादी पार्टी के लिए स्वामी प्रसाद मौर्य जनाधार वाले नेता कम, मुसीबत ज्यादा बन गए हैं. मौर्य-कुशवाहा समाज उनके साथ विधानसभा चुनाव 2023 में आएया या नहीं, यह दूर की बात है लेकिन उनके बयान सपा के खिलाफ माहौल तैयार कर रहे हैं. यह समाजवादी पार्टी के नेता ही दबी जुबान में मान रहे हैं. अब भगवान राम पर विवादित बयान देने की वजह से स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ एक और FIR दर्ज हुई है. इस साल में उनके खिलाफ यह चौथी FIR है.
समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ रायबरेली की कोतवाली पुलिस में एक वीडियो के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है. वीडियो में वह भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ इस साल दर्ज की गई यह चौथी FIR है.
क्यों एक बार फिर फंसे स्वामी प्रसाद मौर्य?
स्वामी प्रसाद मौर्य वायरल वीडियो में कह रहे हैं, 'मिले मुलायम कांशी राम हवा मैं उड़ गए जय श्री राम.' आधा नारा स्वामी प्रसाद मौर्य दे रहे हैं, आधी जनता लगा रही है. हिंदू युवा वाहिनी का आरोप है कि स्वामी प्रसाद मौर्य की वजह से राज्य का माहौल खराब हो रहा है.
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हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता मारुत त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि स्वामी प्रसाद मौर्य की इस तरह की टिप्पणी से माहौल खराब हो रहा है. उनके बयानों से सांप्रदायिक हिंसा भड़क रही है.
रायबरेली (शहर) सर्कल अधिकारी, वंदना सिंह ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने तीन अप्रैल को रायबरेली के एक प्राइवेट कॉलेज में यह बयान दिया था.
क्या सपा के लिए मुसीबत बन गए हैं स्वामी प्रसाद मौर्य?
स्वामी प्रसाद मौर्य जनाधार बनाने वाले नेता भले ही न हों, जनाधार बिगाड़ने वाले नेताओं के तौर पर उनकी गिनती होती है. जिस तरह के वे सियासी बयान दे रहे हैं, सपा को उसका फायदा कम नुकसान ज्यादा हो रहा है. समाजवादी पार्टी के खिलाफ माहौल तैयार हो रहा है. हिंदूवादी गुट उनसे नाराज नजर आ रहे हैं.
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सिर्फ राम ही नहीं, रामचरित मानस को भी स्वामी प्रसाद मौर्य विवादित ग्रंथ बता चुके हैं. उनके बयान पर जमकर हंगामा हो रहा है. उन्होंने रामचरित मानस को बकवास ग्रंथ बताया था. उनका कहना था कि यह ग्रंथ पिछड़े वर्ग के खिलाफ है. दलित और वंचित समाज का इस ग्रंथ से अपमान होता है. भारत में यह ग्रंथ आस्था से जुड़ा है, जिसके खिलाफ बयान देने पर सपा की मुश्किलें बढ़ रही हैं. (इनपुट- IANS)
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