Dharavi Redevelopment Projects: क्या है मुंबई का धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट? अडानी ग्रुप कैसे करेगा एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी-बस्ती का कायाकल्प

Written By कुलदीप सिंह | Updated: Dec 02, 2022, 03:49 PM IST

धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट का जिम्मा अडानी ग्रुप को मिला है.

Dharavi Redevelopment Projects: प्रोजेक्ट में करीब 60 हजार लोगों को फिर से बसाया जाएगा. लोगों को मुफ्त में घर दिया जाएगा.

डीएनए हिंदीः एशिया का सबसे बड़ा स्लम एरिया (Asia’s Largest Slum Cluster) धारावी (Dharavi) अब से पहले तंग गलियों और गंदगी के रूप में पहचाना जाता था. जल्द ही इस इलाके के दिन बदलने वाले हैं. करीब 10 लाख की आबादी वाले इस इलाके का रिडेवलपमेंट किया जाएगा. इसे पूरा करने का काम एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति (Asia Richest Person) गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी को मिला है. आखिर यह प्रोजेक्ट क्या है और कितने परिवारों पर इसका असर पड़ेगा, विस्तार से समझते हैं.   

कहां है धारावी?
धारावी मुंबई के बीचोबीच का इलाका है. एक समय यहां चमड़े का बड़ा उद्योग था. मुंबई के बढ़ने के साथ ही यह इलाका भी धीरे-धीरे बढ़ता गया. इसके बाद लोगों की संख्या बढ़ने के साथ यहां छोटे उद्योग भी बढ़ने लगे. अब इस इलाके की आबादी 10 लाख से अधिक है. इसके एक तरफ बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स है तो दूसरी तरफ दादर है. 

कैसे मिला अडानी को प्रोजेक्ट? 
धारावी के  रिडेवलपमेंट का प्रोजेक्ट करीब 18 साल पुराना है. इसकी अब तक चार बार कोशिशें हो चुकी हैं. इसी साल 1 अक्टूबर को धारावी पुनर्विकास प्रोजेक्ट के लिए चौथी बार इंटरनेशनल लेवल पर टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई थी. इसके लिए दुनिया की आठ बड़ी कंपनियों ने उत्साह दिखाया था. इसमें से 5 भारत की और 3 विदेशी कंपनी है। हालांकि इनमें से सिर्फ तीन ने ही बोली जमा की। अडानी ग्रुप ने इसे हासिल करने के लिए 5 हजार 69 करोड़ की बोली लगाई थी. मंगलवार को इस संबंध में टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई और अडानी ग्रुप ने बाजी मार ली. डीएलएफ ग्रुप ने 2 हजार 25 करोड़ की बोली लगाई थी. नमन समूह को टेंडर प्रक्रिया में अवैध पाया गया. सबसे ज्यादा बड़ी बोली लगाने की वजह से आखिरकार यह प्रोजेक्ट अडानी ग्रुप के हाथ आ गया.

ये भी पढ़ेंः पुनर्विचार याचिका क्या होती है? 11 दोषियों की रिहाई पर बिलकिस बानो को क्यों है इससे इंसाफ की उम्मीद

धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट में क्या होगा?
इस प्रोजेक्ट में करीब 1 करोड़ स्क्वायर फीट एरिया शामिल है. इसमें से कंस्ट्रक्शन एरिया में से करीब 70-80 लाख स्क्वायर फीट का इस्तेमाल रिहैब्लिटेशन के लिए होगा. वहीं बाकी को ओपन मार्केट में सेल किया जाएगा. धारावी रिडेवलमपेंट प्रोजेक्ट करीब 20 हजार करोड़ का होने वाला है. अगले 17 सालों में यह प्रोजेक्ट पूरा किया जाना है. इनमें से अगले सात सालों में पुनर्वसन का काम पूरा किया जाएगा. इस प्रोजेक्ट में करीब 60 हजार परिवारों को फिर से बसाया जाएगा. इस स्लम में रहने वाले हर परिवार को 405 वर्ग फीट कारपेट एरिया का घर मिलेगा. इस प्रोजेक्ट के तहत धारावी के झुग्गी झोपड़ी में रहने वालों को फ्री में घर मिलेगा, जिससे इनका जीवन स्तर बढ़ेगा.

ये भी पढ़ेंः जमानत के बावजूद क्यों नहीं हो पाती कैदियों की रिहाई? क्या है कानून और क्यों हो रही बदलाव की मांग
 
अडानी ग्रुप को बनानी होगी एक नई कंपनी
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए अडानी समूह को एक नई स्पेशल कंपनी (SPV) बनानी होगी. इस काम को अडानी ग्रुप एक इंटरनेशनल कंपनियों के कंसोर्टियम में पूरा करेगा. महाराष्ट्र सरकार किसी कंपनी के साथ साझेदारी कर धारावी स्लम एरिया को रिडेवलप करना चाहती है. जिसमें लीड पार्टनर के पास 400 करोड़ रुपये के साथ 80 फीसदी इक्विटी होगी जबकि राज्य सरकार के पास 20 फीसदी इक्विटी रहेगा.  

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.