Hellfire Missile जिससे मारा गया दुनिया का मोस्ट वांटेड आतंकी अल जवाहिरी, जानें इसकी खासियत

कुलदीप सिंह | Updated:Aug 02, 2022, 07:02 PM IST

R9X Hellfire Missile: हेलफायर मिसाइल का इस्तेमाल किसी खास टारगेट को नष्ट करने में किया जाता है. इस मिसाइल में किसी तरह का धमाका नहीं होता है.  

डीएनए हिंदीः अलकायदा (Al-Qaeda) सरगना अयमान अल जवाहिरी (Ayman Al Zawahiri) को अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए ने एक ड्रोन हमले में ढेर कर दिया है. इस हमले को अमेरिका ने बड़ी ही सटीकता के साथ अंजाम दिया है. हमले में जवाहिरी के अलावा किसी और की मौत नहीं हुई है. जवाहिरी पर यह हमला CIA की टीम ने काबुल शहर के शेरपुर इलाके में किया. बताया जा रहा है कि जवाहिरी को बार-बार बालकनी में आने की आदत थी. उसी दौरान एक खास मिसाइल (R9X Hellfire missile) से उस पर हमला किया गया. आइये जानते हैं इस मिसाइल की खासियत क्या है...

R9X Hellfire Missile क्या है
जवाहिरी पर हमले के लिए अमेरिका ने एक खास हेलफायर मिसाइल का इस्तेमाल किया है. इसे R9X Hellfire missile के नाम से जाना जाता है. इस मिसाइल की खासियत है कि इसमें किसी तरह का धमाका नहीं होता है. अपनी खासियत की वजह से ही इसे 'निंजा मिसाइल' भी कहा जाता है. इस हथियार का इस्तेमाल अल-कायदा के वरिष्ठ नेता अबू अल-खैर अल-मसरी को मारने में भी किया जा चुका है.  

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क्या होती है खासियत?
इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें किसी तरह का धमाका नहीं होता है. इस किसी खास टारगेट को सटीकता से खत्म करने के लिए इस्तेमाल की जाती है. इस मिसाइल से ब्लास्ट के बजाए चाकू जैसे ब्लेड निकलते हैं जो कि इतने टारगेटेड होते हैं कि आतंकवादियों को छिपने का मौका भी नहीं देते. यह अपने इनबिल्ट सेंसर और रडार का इस्तेमाल करके लक्ष्य का पता लगा सकता है. R9X हेलफायर मिसाइल को ड्रोन, हेलिकॉप्टर, फाइटर जेट से दागा जा सकता है. इसकी नाक पर कैमरे, सेंसर्स लगे होते हैं. जो विस्फोट से पहले तक रिकॉर्डिंग करते रहते हैं. 

इंसान को कई टुकड़ों में काट देती है मिसाइल
यह मिसाइल मजबूत से मजबूत बंकर, बख्तरबंद गाड़ियों, टैंक और काफी मोटी कॉन्क्रीट की दीवार को फोड़कर विस्फोट करने में सक्षम होती है. आमतौर पर इसके वैरिएंट्स का वजन 45 से 49 किलोग्राम होता है. रेंज इस मिसाइल के वैरिएंट पर निर्भर करता है. इस मिसाइल की अधिकतम गति 1601 किलोमीटर प्रतिघंटा है. यह लेजर और राडार सीकर टेक्नोलॉजी पर उड़ती है. यानी आप इसे राडार के माध्यम से लेजर के जरिए दोनों तरीके से ऑपरेट करके टारगेट पर निशाना लगा सकते हैं.  इनके सामने आने वाला कोई भी इंसान कई टुकड़ों में कट जाता है.

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ओबामा के कार्यकाल में हुई थी तैयार
इस मिसाइल का निर्माण अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में किया गया था. हेलफायर आर9एक्स पहली बार 2017 में दुनिया के सामने आई थी. तब अमेरिका ने अल-कायदा के वरिष्ठ नेता अबू अल-खैर अल-मसरी को इस मिसाइल से मार गिराया था. इस मिसाइल को निंजा बॉम्ब (Ninja Bomb) और फ्लाइंग गिंसू (Flying Ginsu) भी कहते हैं.

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