'Romeo' ने बढ़ाई भारतीय नौसेना की ताकत, जानें क्यों गेमचेंजर कहे जा रहे हैं ये हेलीकॉप्टर

Written By कुलदीप सिंह | Updated: Aug 01, 2022, 02:20 PM IST

Romeo Helicopters: भारतीय नौसेना को अमेरिका से दो हेलीकॉप्टर मिले हैं. डील के तहत कुल 24 हेलीकॉप्टर की डिलीवरी होनी है. यह सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. 

डीएनए हिंदीः भारतीय नौसेना (Indian Navy) के बेड़े में दो MH-60 'रोमियो'  (romeos) मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टर (Multi Mission Helicopter) शामिल हुए हैं. इन्हें अमेरिका ने खास तौर पर डिजाइन किया है. डील के तहत भारतीय नौसेना को कुल 24 रोमियो हेलीकॉप्टर की डिलीवरी होनी है. ये हेलीकॉप्टर आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं और अचूक निशाना लगाने में सक्षम हैं. इन हेलीकॉप्टर को क्यों नौसेना के लिए गेमचेंजर माना जा रहा है, इस रिपोर्ट में विस्तार से समझते हैं.   

15 हजार करोड़ रुपये में हुई डील 
भारत ने अमेरिका के साथ इन हेलीकॉप्टर के लिए 15 हजार करोड़ रुपये की डील की है. फिलहाल दो हेलीकॉप्टर की डिलीवरी हो चुकी है. 2025 तक सभी हेलीकॉप्टर भारत पहुंच जाएंगे. अत्याधुनिक मिशन सक्षम प्लेटफार्मों को शामिल करने से भारतीय नौसेना की पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमता में काफी वृद्धि होगी. भारत को इन हेलीकॉप्टर की काफी समय से प्रतीक्षा थी.  

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जानें क्या है इन हेलीकॉप्टर की खासियत?
इन हेलीकॉप्टर को अमेरिका की लॉकहीड मार्टिन कॉरपोरेशन द्वारा तैयार किया गया है. MH-60R हेलीकॉप्टर किसी भी मौसम के अनुकूल है. इनमें आधुनिक सेंसर और अत्याधुनिक एवियोनिक्स लगा हुआ है जिससे इन्हें एक साथ कई मिशन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. इन हेलीकॉप्टर को खास तौर पर युद्धपोत, विध्वंसक, क्रूजर और विमान वाहक से संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. MH-60R को दुनिया का सबसे उन्नत समुद्री हेलीकॉप्टर बताया जाता है. जानकारी के अनुसार 300 से अधिक एमएच -60 आर सीहॉक हेलीकॉप्टर 600,000 से अधिक उड़ान घंटों के साथ दुनिया भर में परिचालन कर रहे हैं. 

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किन देशों की नौसेना कर रही इस्तेमाल 
इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल दुनिया की कई नौसेना कर रही हैं. इनमें अमेरिकी नौसेना, रॉयल डेनिश नौसेना, रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना और रॉयल सऊदी नौसेना शामिल हैं. कई और देशों ने भी इस हेलीकॉप्टर के लिए अमेरिका से संपर्क साधा है. सर्च ऑपरेशन से लेकर अटैक किसी में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. 'रोमियो' हेलीकॉप्टरों में सतह-विरोधी क्षमता भी होती है, जिसका अर्थ है कि वे सतह के खतरों का पता लगाने और दुश्मन के जहाजों के खिलाफ भी कार्रवाई करने में सक्षम होंगे. ये हेलीकॉप्टर पनडुब्बियों पर नज़र रखने और उनसे जुड़ने, खोज और बचाव कार्य, रसद सहायता, कार्मिक परिवहन, चिकित्सा निकासी और निगरानी सहित कई कार्य कर सकते हैं.  

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