के कविता (K Kavitha) की पहचान आम तौर पर तेलंगाना के पूर्व CM के चंद्रशेखर राव (K. Chandrashekar Rao) की बेटी और राजनीतिक दल बीआरएस (BRS) की MLC के तौर पर हैं. बीआरएस का पूरा नाम भारत राष्ट्र समिति है, पहले इसका नाम तेलंगाना राष्ट्र समिति हुआ करता था. कविता को दिल्ली आबकारी नीति मामले (Delhi Liquor Policy Case) में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गिरफ्तार किया था. उनकी ये गिरफ्तारी 15 मार्च 2024 की तारीख को हुई थी. इस केस को लेकर पिछले दो सालों से जांच चली रही है. वो भी इस मामले को लेकर 2022 से आरोपी रही हैं.
कविता का सियासी सफर
46 साल की कविता ने अमेरिका में अपनी पढ़ाई की है. वो तेलंगाना आंदोलन में बेहद सक्रिय रही थीं. इस आंदोलन में महिलाओं को शामिल कराने और उन्हें नेतृत्व देने की जिम्मेदारी इनकी ही थी. साल 2006 में कविता ने तेलंगाना जागृति मंच की नींव रखी, इस मंच की शुरुआत तेलंगाना राष्ट्र समिति की स्थापने के ठीक 5 वर्ष बाद किया गया था. इस मंच का लक्ष्य अपने इलाके को संस्कृतिक और राजनीतिक तौर पर मजबूत बनाना था. इसी क्रम में अप्रासंगिक हो चुके बथुकम्मा फूल जैसे लोक त्योहार को फिर से मनाया जाने लगा. ये त्योहार अब प्रदेश में खूब लोकप्रिय है. 2014 के लोकसभा चुनाव में कविता निजामाबाद लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनी. चुनाव नतीजों में उन्हें बंपर जीत हासिल हुई. वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें इसी सीट से हार का सामना करना पड़ा था. इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी धर्मपुरी अरविंद ने उन्हें करारी शिकस्त दी थी.
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आबकारी मामले में कविता के पक्ष
कविता ने अब तक दिल्ली आबकारी मामले में खुद की संलिप्तता को लेकर इन्कार किया है. उन्होंने 2023 में हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव के दौरान मीडिया से कहा था कि मेरा इस मामले से कोई संबंध नहीं है, बिना किसी आधार के मुझपर आरोप लगाए गए हैं. हम उनको वाजिब जवाब दे रहे हैं, हम सरकारी जांच एजेंसियों के गलत इस्तेमाल को सबके सामने ला रहे हैं.
हालिया घटनाक्रम
इस मामले में कविता को पिछले महीने ही हिरासत में लिया गया था. उसके बाद से वो तिहाड़ जेल में कैद है. इस मामले में AAP के कई बड़े नेता आरोपी बनाए गए हैं. संजय सिंह को पिछले दिनों ही जमानत मिली है. वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया अभी भी जेल में बंद हैं. हाल ही में के कविता ने बेटे की परीक्षा का हवाला देकर जमानत मांगी थी, अदालत ने अस्वीकार कर दिया था.
इस मामले की जांच में कविता की एंट्री
वो 1 दिसंबर 2022 की तारीख थी. CBI की एक टीम ने कविता से दिल्ली आबकारी नीति मामले को लेकर पूछताछ की. टीम उनके साथ करीब सात घंटे तक पूछताछ करती रही. इस सवाल-जवाब के बाद सीबीआई की तरफ से उनको एक नोटिस प्राप्त हुआ कि उन्हें दिल्ली सरकार की उत्पाद शुल्क नीति मामले में कथित भ्रष्टाचार को लेकर 6 दिसंबर को होने वाली जांच में उन्हें सहयोग करना होगा.
'साउथ ग्रुप' की तरफ से आप नेताओं को मिला रिश्वत?
ED के मुताबिक कविता 'साउथ ग्रुप' नाम की एक कंपनी की एक बेहद ही अहम सदस्य हैं, और उन्होंने 2021-22 के दौरान दिल्ली आबकारी नीति मामले में एक बड़ा रोल प्ले किया था. ED के मुताबिक विजय नायर को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत वाली रकम 'साउथ ग्रुप' की तरफ से मिली थी, ये रकम आम आदमी पार्टी के नेताओं को देने के लिए उसे दी गई थी.
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