Mobile SAR Value Check: क्या मोबाइल से कैंसर हो सकता है? तुरंत चेक करें कितना नुकसान पहुंचा रहा है आपका फोन

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Jan 27, 2023, 06:21 AM IST

Mobile Radiation (Representational photo)

Mobile Radiation: मोबाइल फोन से निकलने वाली तरंगों से कैंसर होने की संभावना बहुत सारे वैज्ञानिक जताते रहते हैं, पर ये फोन की SAR  वैल्यू पर निर्भर है.

डीएनए हिंदी: What is SAR Value- तकनीक पर बढ़ती निर्भरता के दौर में हर चीज में वायरलैस टेक्नोलॉजी का उपयोग होने लगा है. अब आप मोबाइल फोन से महज बात करने के बजाय उसे मिनी लैपटॉप की तरह इस्तेमाल से लेकर अपने घर के लाइट, टीवी, एसी जैसे उपकरणों को ऑपरेट करने तक का काम कर रहे हैं. लेकिन वैज्ञानिक लगातार इसे लेकर चेतावनी भी दे रहे हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि मोबाइलों से निकलने वाला रेडिएशन इंसानों को बीमार बना रहा है और उन्हें कैंसर तक की चपेट में ला रहा है. हालांकि मोबाइल कंपनियां इन रिसर्च का विरोध करती रही हैं और इस खतरे के लिए मोबाइल की SAR Value चेक करने का जिक्र करती रहती हैं. ऐसे में आपके दिमाग में भी सवाल उठता होगा कि आखिर यह वैल्यू क्या है और क्या इस वैल्यू के आधार पर यह जांचा जा सकता है कि आपका फोन कैंसर का कितना खतरा पैदा कर रहा है? चलिए हम आपको इस बारे में बताते हैं ताकि आप खुद ही अपने फोन से होने वाले कैंसर के खतरे की जांच कर सकें.

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पहले जान लेते हैं कि SAR Value क्या होती है

SAR (Specific absorption rate) Value यह बताती है कि एक खास टाइम पीरियड के दौरान आपका शरीर मोबाइल से निकलने वाला कितना रेडियो फ्रीक्वेंसी रेडिएशन सोखता है. दरअसल जब भी कोई इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव (electromagnetic wave) किसी वायरलैस उपकरण द्वारा रिसीव या ट्रांसमिट की जाती है तो उसका एक छोटा सा हिस्सा रिसीव या ट्रांसमिट नहीं होता है. यह खोया हुआ हिस्सा (Lost Percentage) ही उस उपकरण के आसपास मौजूट बायो टिश्यू द्वारा सोख लिया जाता है. इसे आसान शब्दों में समझें तो जब आपके मोबाइल पर कोई कॉल आती है या उससे कॉल की जाती है तो रेडियो फ्रीक्वेंसी का एक हिस्सा शरीर के उस पार्ट के टिश्यू में चला जाता है, जिससे वह मोबाइल टच है. इसे ही मोबाइल से निकलने वाला रेडिएशन कहते हैं. फोन जो रेडियो वेव्स छोड़ते हैं, उन्हें कारसिनोजेनिक (कैंसर पैदा करने लायक) माना जाता है. हालांकि SAR Value से यह पता चलता है कि आपके फोन से निकलने वाला यह रेडिएशन हानिकारक है या नहीं.

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मोबाइल की कितनी SAR Value सेफ है

भारतीय दूरसंचार प्राधिकरण (DoT0 ने 1 ग्राम टिश्यू के लिए मोबाइल फोन से 1.6 W/Kg की SAR Value  को सुरक्षित माना है. इसका मतलब है कि जो भी फोन 1.6 W/Kg से नीचे का SAR लेवल रखते हैं, वे सुरक्षित हैं और उनसे कैंसर होने के चांस ना के बराबर हैं.

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कैसे चेक कर सकते हैं अपने फोन की SAR Value

यदि आप अपने फोन की SAR Value चेक करना चाहते हैं तो इसके लिए बेहद आसान तरीका है. आपको अपने मोबाइल फोन के पैकिंग बॉक्स पर लगे लेबल को चेक करना होगा. उस पर यह वैल्यू लिखी होती है. कुछ फोन में बैक कवर के अंदर भी लेबल लगाकर यह वैल्यू लिखी होती है. इसके अलावा कुछ मोबाइल कंपनियों ने अपने हर फोन मॉडल की SAR Value अपनी वेबसाइट पर पोस्ट की हुई है. किसी मोबाइल फोन को ई-कॉमर्स वेबसाइट से खरीदने की स्थिति में फोन स्पेसिफिकेशंस में आपको SAR Value की जानकारी मिल सकती है.

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फोन पर 3 स्टेप से भी पाएं जानकारी

  1. अपने एंड्रॉयड मोबाइल फोन की डायल ऐप को ओपन कीजिए.
  2. *#07#* कोड डायलर में टाइप करने के बाद कॉल बटन दबाइए.
  3. इसके बाद आपकी स्क्रीन पर फोन की SAR Value दिखने लगेगी.

ऐसे कर सकते हैं फोन रेडिएशन से बचाव

  • मोबाइल फोन को शरीर से दूर रखिए.
  • कॉल सुनने या करने के लिए हेडफोन यूज कीजिए.
  • मोबाइल फोन का सीमित इस्तेमाल कीजिए.
  • लौ बैटरी होने पर फोन का इस्तेमाल मत कीजिए.
  • नेटवर्क सिग्नल कम होने पर भी फोन इस्तेमाल ना करें.

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