9 साल में कैसे 'हिंदू हृदय सम्राट' बने पीएम नरेंद्र मोदी, कितने मंदिरों का सरकार ने कराया 'उद्धार'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक और दक्षिणपंथी संगठन उन्हें हिंदू हृदय सम्राट कहते हैं. उनके कार्यकाल में उपेक्षित पड़े पुराने मंदिरों के जिर्णोद्धार से लेकर प्रसिद्ध मंदिरों के कॉरिडोर तक बने हैं. आइए कुछ अहम बदलावों के बारे में जानते हैं.

9 Years Of Modi Government: केंद्र में नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के 9 साल पूरे हो गए हैं. पीएम मोदी के कार्यकाल में कई क्रांतिकारी बदलाव हुए हैं. उनके कार्यकाल के दौरान आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक मोर्चे पर देश में बड़े विकास हुए हैं. खुद को गर्व से हिंदू राष्ट्रवादी कहने वाले प्रधानमंत्री ने भारत के प्राचीन मंदिरों के पुनरुद्धार के लिए जमकर काम किया है. अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण से लेकर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर तक, मोदी सरकार ने इन 9 वर्षों में कई कदम उठाए हैं. यह न केवल आध्यात्मिकता के प्रति पीएम का व्यक्तिगत झुकाव है, बल्कि उनकी दूरदर्शिता भी है. वह कई बार कह चुके हैं कि भारत के धार्मिक पर्यटन उद्योग को धीरे-धीरे विकसित करना है. आइए जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धार्मिक पर्यटन को विकसित करने की दिशा में क्या कदम उठाए हैं, उनके कार्यकाल में कितने अहम बदलाव हुए हैं.

काशी विश्वनाथ

काशी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है. साल 2019 में, काशी विश्वनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए बीजेपी सरकार ने करीब 400 बड़े भवनों और छोटी जमीनों का अधिग्रहण किया. साल 2021 में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने वाराणसी के मध्य में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) का उद्घाटन किया. यह प्राचीन शहर में बड़े पैमाने पर पर्यटन को बढ़ावा देगा. यह एक मेगा प्रोजेक्ट है, जिसे सरकार ने आकार दिया है.
 

सोमनाथ मंदिर

गुजरात का सोमनाथ मंदिर. यह वही मंदिर था, जिस पर मोहम्मद गजनी की सेना ने कई बार हमला किया और लूटा. इस मंदिर का पुनर्निर्माण भी कई बार हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमनाथ मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण भी कराया है. पीएम मोदी श्री सोमनाथ ट्रस्ट (SKT) के वर्तमान अध्यक्ष भी हैं. यह एक धार्मिक ट्रस्ट है जो सोमनाथ मंदिर परिसर का प्रबंधन और रखरखाव करता है.
 

केदारनाथ मंदिर

साल 2013 के दौरान उत्तराखंड में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भगवान शिव को समर्पित केदारनाथ मंदिर के लिए एक नवीनीकरण परियोजना शुरू की. प्रधानमंत्री कई बार कह चुके हैं कि केदारनाथ में उन्हें आध्यात्मिक शांति मिलती है, इसलिए वे भगवान के दरबार में बार-बार आते हैं.
 

अयोध्या में राम मंदिर

1990 के दशक के दौरान राम मंदिर आंदोलन ने रफ्तार पकड़ी थी. नरेंद्र मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी की देशव्यापी रथ यात्रा के आयोजक की भूमिका निभाई. केंद्र में बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद भी उन्होंने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. कई कानूनी और राजनीतिक लड़ाइयों के बाद, पीएम मोदी ने अगस्त 2020 में अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी.
 

चारधाम परियोजना

मोदी सरकार ने चार धाम परियोजना शुरू की जिसका उद्देश्य राज्य के चार पवित्र शहरों - यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ को सभी मौसम में परिवहन योग्य  बनाना है. इस परियोजना में 900 किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग बनाया गया है, इससे पूरा उत्तराखंड जुड़ सकेगा. पीएम नरेंद्र मोदी ने देहरादून के परेड ग्राउंड में 12,000 करोड़ रुपये की परियोजना का शिलान्यास किया. पीएम मोदी खुद वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए परियोजना की निगरानी कर रहे हैं. ड्रोन कैमरों के माध्यम से रीयल-टाइम लाइव अपडेट भी लेते हैं.
 

कश्मीर में मंदिरों का कायाकल्प

अनुच्छेद 370 को रद्द करने के बाद, प्रधान मंत्री मोदी के नेतृत्व में कश्मीर के स्थानीय प्रशासन ने श्रीनगर सहित घाटी में कई मंदिर परिसरों में नवीनीकरण कार्य शुरू किए.
 

विदेश में मंदिर

पिछले कुछ वर्षों में, पीएम मोदी ने विदेशों में कई मंदिरों की नींव रखी. 2018 में संयुक्त अरब अमीरात की अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने एक हिंदू मंदिर की नींव रखी. पहली बार ऐसा हुआ था. साल 2019 में, उन्होंने बहरीन के मनामा में 200 साल पुराने श्रीनाथजी मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए कई मिलियन डॉलर की परियोजना शुरू की.

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