डीएनए हिंदी: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने रोहित शर्मा को टी 20 के बाद वनडे टीम की भी कमान सौंप दी है. कहा जा रहा था कि बीसीसीआई ने विराट कोहली को 48 घंटे का समय दिया था लेकिन उन्होंने जब कोई जवाब नहीं दिया तो कोहली की कप्तानी ले ली गई.
खास बात ये भी है कि बीसीसीआई ने जिस दिन रोहित शर्मा को कमान सौंपी, उस दिन सिर्फ हिटमैन की नियुक्ति का ही ट्वीट किया, कोहली के लिए बोर्ड ने चुप्पी साधे रखी.
अब बोर्ड ने कोहली को टीम इंडिया में उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया है. माना जा रहा है कि बोर्ड और कोहली के बीच सब ठीक हो गया है. बोर्ड के ट्वीटर हैंडल से एक के बाद एक तीन ट्वीट किए गए. जिसमें तारीफों के पुल बांधे गए हैं.
बीसीसीआई ने पहला ट्वीट किया, जिसमें लिखा- एक लीडर जिसने धैर्य, जुनून और दृढ़ संकल्प के साथ पक्ष का नेतृत्व किया. धन्यवाद कप्तान!
इसके एक घंटे बाद बोर्ड के हैंडल से दूसरा ट्वीट किया गया. जिसमें वनडे कप्तानी के रूप में इंग्लैंड के खिलाफ पुणे में खेली गई कोहली की मैच विनिंग पारी का वीडियो शेयर किया.
एक घंटे बाद फिर बीसीसीआई ने ट्वीट किया, जिसमें वेस्ट इंडीज के खिलाफ 107 गेंदों में 140 रन की यादगार पारी की चर्चा की गई.
क्या हैं मायने?
दरअसल, कोहली नहीं चाहते थे कि वर्ल्ड कप 2023 तक वे वनडे टीम की कप्तानी छोड़ें लेकिन बोर्ड इससे सहमत नहीं था कि टी 20 और वनडे के लिए दो अलग—अलग कप्तान हों. बोर्ड का ये फैसला कोहली के लिए आश्चर्यजनक रहा. ये भी कहा जा रहा था कि कोहली टेस्ट की कप्तानी भी छोड़ सकते हैं. अब संभव है कि उन्हें मना लिया गया हो. कहा जा रहा है कि बोर्ड व कोहली के बीच सब ठीक हो गया है.
गांगुली ने क्या कहा?
बीसीसीआई प्रेसीडेंट सौरव गांगुली ने रोहित शर्मा को कप्तानी देने के बारे में कहा, बीसीसीआई और चयनकर्ताओं ने एक साथ इसका निर्णय लिया. दरअसल, BCCI ने विराट से T20I कप्तान का पद न छोड़ने का अनुरोध किया था लेकिन जाहिर है, वह नहीं माने. तब चयनकर्ताओं ने सफेद गेंद के दो प्रारूपों के लिए दो अलग-अलग कप्तानों को रखना सही नहीं समझा.
यह तय किया गया कि विराट की कप्तानी टेस्ट के लिए जारी रहेगी और रोहित सफेद गेंद के कप्तान के रूप में पदभार संभालेंगे. मैंने प्रेसीडेंट के रूप में व्यक्तिगत रूप से विराट कोहली से बात की और चयनकर्ताओं के अध्यक्ष ने भी उनसे बात की है.
गांगुली ने कहा, बीसीसीआई के रूप में आश्वस्त हैं कि भारतीय क्रिकेट अच्छे हाथों में है.