Baba Siddique Murder: कौन थे Baba Siddique, घड़ी मैकेनिक का बेटा, दाउद इब्राहिम से थे कथित रिश्ते, क्यों हुई अब हत्या?

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Oct 12, 2024, 11:41 PM IST

Who was Baba Siddique: तीन बार के विधायक और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. उनकी पहचान राजनीति से लेकर बॉलीवुड तक दबदबा रखने वाले नेता की थी.

Who was Baba Siddique: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले सत्ताधारी NCP (Ajit Pawar) के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी (Baba Siddique) की हत्या कर दी गई है. बाबा सिद्दीकी को शनिवार की रात मुंबई के बांद्रा ईस्ट में उनके बेटे जीशान के ऑफिस के बाहर तीन गोलियां मारी गईं. हत्या करने वाले तीन लोग थे. गोली लगने पर उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई है. इस घटना के बाद यह चर्चा शुरू हो गई है कि यह राजनीतिक हत्या है या बाबा सिद्दीकी को अंडरवर्ल्ड से कथित रिश्तों के कारण मारा गया है. इन सब सवालों का जवाब पाने के लिए चलिए हम आपको बताते हैं कि बाबा सिद्दीकी कौन थे, जिनका दबदबा राजनीति से लेकर मुंबई के अंडरवर्ल्ड और बॉलीवुड तक चलता था. जिनके एक इशारे पर पूरा बॉलीवुड दौड़ा चला आता था.


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पिता के साथ बैठकर घड़ियां ठीक करते थे

बाबा सिद्दीकी उर्फ बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी ने छात्र जीवन में ही राजनीति शुरू कर दी थी. उनके पिता बांद्रा में घड़ी ठीक करते थे. बाबा सिद्दीकी कॉलेज में पढ़ाई के साथ ही पिता के साथ बैठकर घड़ी ठीक करते थे. MMK College में पढ़ाई के दौरान उन्होंने 1977 में कांग्रेस के छात्र संगठन NSUI का दामन थामा. 1980 में बांद्रा युवा कांग्रेस महासचिव बने और फिर 1982 में उन्हें अध्यक्ष बना दिया गया. इससे उनका नगर निगम में जाने का रास्ता खुला. दो बार नगर निगम पार्षद बने. इसके बाद कांग्रेस ने विधानसभा में भेजा. बांद्रा वेस्ट सीट से 1999, 2004 और 2009 में लगातार तीन बार विधायक रहे. इसके बाद उन्हें राज्य सरकार में 2004 से 2008 तक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए राज्य मंत्री बनाया गया. बाद में वे कांग्रेस का साथ छोड़कर अजित पवार के साथ NCP में आ गए थे. बांद्रा वेस्ट सीट से इस समय उनके बेटे जीशान सिद्दीकी विधायक हैं.


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बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड के बीच का पुल कहती थी पुलिस

मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के सूत्रों के मुताबिक, पुलिस फाइलों में बाबा सिद्दीकी को कुख्यात डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) का करीबी माना जाता है. इन फाइलों में बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड का कनेक्शन जोड़ने वाले पुल के तौर पर बाबा सिद्दीकी की पहचान हैं, लेकिन कभी इसका कोई सबूत नहीं मिला. दाऊद इब्राहिम से मिली एके-47 के कारण जेल गए बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त (Sanjay Dutt) से बाबा सिद्दीकी की गहरी दोस्ती थी. हालांकि शिवसेना (Shiv Sena) के मुखपत्र सामना में छपी एक खबर में दाऊद द्वारा बाबा सिद्दीकी को साल 2013 में फोन पर धमकाए जाने का जिक्र किया गया था.  


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सिद्दीकी के इन्विटेशन की बॉलीवुड में थी धाक

बाबा सिद्दीकी की बॉलीवुड में जबरदस्त पहचान थी. कहा जाता है कि साल 2014 में अपनी इफ्तार पार्टी में उन्होंने ही सलमान खान और शाहरुख खान के बीच चल रहा विवाद खत्म कराया था, जिसके बाद ये दोनों एक्टर फिर से दोस्त बन गए थे. बॉलीवुड से सिद्दीकी की दोस्ती दिवंगत एक्टर सुनील दत्त ने कराई थी, जो खुद कांग्रेस सांसद और केंद्रीय मंत्री रहे थे. बांद्रा फिल्मी हस्तियों का गढ़ है, जिन्हें लगभग रोजाना किसी न किसी कारण से परेशानी आती रहती है. इसी इलाके में बाबा सिद्दीकी पहचान बना रहे थे. इस कारण पहले सुनील दत्त, फिर उनके बेटे संजय दत्त से दोस्ती हुई और यही दोस्ती बॉलीवुड हस्तियों से उनकी दोस्ती का एंट्री गेट साबित हुई. हालात यह थे कि बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी का इन्विटेशन मिलते ही पूरा बॉलीवुड दौड़कर चला आता था. सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी के इन्विटेशन को बॉलीवुड में स्टेट्स सिंबल माना जाने लगा था.


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जननेता की बनाई पहचान, फिर स्लम स्कैम में भी फंसे

बाबा सिद्दीकी अपने इलाके की जनता के लिए हमेशा उपलब्ध रहते थे. दिल खोलकर विधायक निधि से विकास कार्य कराने के कारण हर समुदाय में उनके समर्थक थे. इसके चलते उनकी पहचान जननेता की थी. हालांकि उनका नाम मुंबई स्लम रिहैबिलिटेशन स्कैम (Mumbai Slum Rehabilitation Scam) में फंसा था, जिसमें ED ने अपनी जांच से सिलसिले में साल 2017 में उनके घर पर छापा भी मारा था. हालांकि फिर वो बात वहीं खत्म हो गई थी. 

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