बिहार में बिजली के लिए प्रदर्शन में पुलिस ने चला दी गोली, अब तक दो की मौत, पढ़ें पूरा विवाद

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jul 27, 2023, 03:32 PM IST

बिहार में बिजली कटौती को लेकर भड़का था हंगामा.

कटिबार के बारसोई इलाके में हुई झड़प की वजह से 2 लोगों की मौत हो गई, वहीं तीन लोग घायल हो गए. आइए जानते हैं क्या है यह पूरा विवाद.

डीएनए हिंदी: बिहार (Bihar) के कटिहार (Katihar) के बारसोई में बदहाल बिजली व्यवस्था के खिलाफ बुधवार को लोगों ने उग्र विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन जब तेज हुआ तो पुलिस ने काबू पाने के लिए फायरिंग कर दी. इस फायरिंग में दो लोगों की जान चली गई, वहीं एक व्यक्ति की मौत घटनास्थल पर हो गई जबकि दूसरे युवक ने बुधवार की रात अस्पताल में दम तोड दिया.

इस घटना में घायल एक अन्य युवक अभी भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है. मृतकों की पहचान कचना ओपी निवासी खुर्शीद आलम और मौलानापुर निवासी सोनू कुमार के रूप में की गई है. आइए जानते हैं यह विवाद कैसे भड़का और अब तक क्या कुछ हुआ है.

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1. घटना के बाद स्थिति अब इलाके में सामान्य है, लेकिन पुलिस पर सवाल भी उठाए जा रहे हैं. पुलिस भले ही इस फायरिंग का कारण आत्मरक्षार्थ बता रही है, लेकिन मृतक सोनू के भाई मोनू कुमार अब सवाल पूछ रहे हैं कि क्या मेरा भाई आतंकवादी था, अपराधी था या प्रदर्शनकारी था? आखिर पुलिस ने सामने से उसके सिर पर गोली क्यों मारी?

2. मोनू उसी बिजली विभाग कार्यालय में सुविधा एजेंट के रूप में काम करता है, जहां बुधवार को बवाल कर रहे थे. इसी बवाल की सूचना के बाद सोनू अपने भाई को लाने बिजली ऑफिस गया था, जहां पुलिस की गोली से उसकी मौत हो गई.

3. मृतक सोनू के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. उसकी मां कहती हैं कि क्या कोई मेरे सोनू को लौटा देगा. नहीं तो फिर उसे न्याय चाहिए. वह अपने बेटे की गलती लोगों से पूछ रही है. वे कह रही हैं कि कोई मेरे बेटे की गलती बता दे.

4. कटिहार के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार जांच की बात कर रहे हैं. परिजन का आरोप है कि पुलिस ने जानबूझकर उन पर गोलियां चलाई हैं.

5.  बिहार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने इस घटना को लेकर अजीबोगरीब बयान दिया है. उन्होंने गुरुवार को कहा कि जब बदमाशी करेंगे तो लाठी और गोली चलती ही है. बरसात में ट्रिपिंग की घटना होती रहती है. कहीं पेड़ गिर जाता है, कहीं पोल गिर जाता है, जिसे ठीक करने में समय लग जाता है.

6. बिहार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि भारत सरकार का जो पूर्णिया में ग्रिड है, वहां कुछ समस्या थी, उसे दो दिन पहले ठीक भी कर लिया गया था. लेकिन, इसी बीच कुछ लड़कों ने वहां हंगामा करना शुरू कर दिया. इस हंगामे के बाद ही पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी.

7. पूरे मामले को विद्युत विभाग देख रहा है. जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से उर्जा मंत्री ने रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि किसकी गलती थी. उन्होंने ये भी कहा कि अगर लोग बदमाशी करेंगे तो पुलिस लाठी और गोली चलाती ही है. उन्होंने मुआवजा को लेकर कहा कि आगे देखा जाएगा.

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क्या है पुलिस की सफाई?

पुलिस ने कहा है कि बिजली विभाग के कार्यालय पर पहुंची पुलिस टीम पर पथराव हुआ है, जिसके बाद लोगों ने उस पर लाठी-डंडा और ईंट पत्थर बरसाए हैं. भीड़ ने चेतावनी नहीं मानी और पथराव जारी रखा. पुलिस ने हालात बेकाबू होते देखकर फायरिंग की है. जख्मियों का इलाज बारसोई और नजदीकी अस्पतालों में चल रहा है.

कैसे जानलेवा हो गया लोगों का आंदोलन?

कटिहार के बारसोई में अन‍ियम‍ित ब‍िजली के व‍िरोध में लोगों ने प्रखंड कार्यालय के पास बुधवार को प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान ब‍िजली व‍िभाग कार्यालय में तोड़फोड़ भी की गई. इस बीच, पुलिस ने फायरिंग कर दी, जिसमे तीन लोगों को गोली लग गई. इनमे दो लोगों की मौत हो गई. (इनपुट: IANS)

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