डीएनए हिंदी: Khalistan Terrorism- खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भले ही कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार पर लगाया है, लेकिन सामने आ रहे सबूतों से इसके पीछे के शक की सुई पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की तरफ घूम रही है. आज हम DNA में आपको इस पूरी साजिश का खुलासा करेंगे, जो भारत के दुश्मनों ने खालिस्तानी आतंकवाद की आड़ में तैयार की है. हमारे पड़ोसी देश चीन-पाकिस्तान किस तरह पर्दे के पीछे से खालिस्तानी आतंकवाद और इसके कथित Referendum को हर संभव मदद दे रहे हैं. इस रहस्य के ऊपर से भी हम पर्दा उठाने जा रहे हैं. हम आपको बताएंगे कि जिस हत्या को कनाडा अपनी संप्रभुता पर हमला बता रहा है और पाकिस्तान उसके समर्थन में आकर खड़ा हुआ है, ये सब सामान्य नहीं बल्कि एक बड़ी साजिश के ही पायदान हैं. पाकिस्तान को इससे भारत के खिलाफ Propaganda फैलाने का मौका मिल गया है. आज हम जो EXCLUSIVE खुलासा कर रहे हैं, उससे पाकिस्तान के साथ-साथ चीन के चेहरे से भी पर्दा हटेगा. जो चीन, पाकिस्तान और आतंकी मसूद अजहर की ढाल बन जाता है, वही चीन आज Cyber Space में खुलेआम भारत विरोधी खालिस्तानी अभियान और Referendum को ना सिर्फ शह दे रहा है बल्कि हर संभव मदद भी कर रहा हैं. ये एक तरह का Khalistan Referendum : Pakistan and China joint Project है. जिसके दो चरण हैं-
- पहला चरण- कैसे पाकिस्तान, Khalistan Referendum का प्रचार-प्रसार करने में मदद कर रहा है.
- दूसरा चरण- कैसे जब भारत इस प्रचार तंत्र को अपने यहां घुसने से रोकता है तो चीन अपनी एक कंपनी से भारत के खिलाफ झूठी रिपोर्ट जारी करवा कर खालिस्तान की मदद करता है.
सिख फॉर जस्टिस के कथित रेफरेंडम की आड़ में पूरी साजिश
आतंकी संगठन Sikhs For Justice का नाम आपने जरूर सुना होगा. ये वही Sikhs For Justice है, जो भारत से पंजाब को अलग करने के लिए कथित Referendum अभियान चला रहा है. इसके लिए खालिस्तानी आतंकी संगठन Social Media पर Bots यानी fake account और अपनी दो Website Sikhsforjustice.org और Referendum2020.org के द्वारा भारत विरोधी अभियान चलाते हैं. Bots और Website के जरिए भारत के खिलाफ जहर उगला जाता है, भारत को धमकियां दी जाती हैं. इसी की आड़ में चीन और पाकिस्तान अपनी साजिश को अंजाम दे रहे हैं.
पाकिस्तान कैसे कर रहा साजिश
- Sikhsforjustice.org और Referendum2020.org, ये दोनों Website पाकिस्तान से संचालित होती हैं.
- पाकिस्तान से ही इन Website पर Khalistan Referendum का Content Load होता है.
- Website के अलावा social media platform पर bots भी Sikhs For Justice की साजिश का हिस्सा है.
- Bots का संचालन भी पाकिस्तान की जमीन से ही हो रहा है. दिखावे के लिए इन सबके सर्वर अमेरिका में हैं.
इस पूरे खेल में चीन का रोल भी समझिए
अब मैं आपको इसमें चीन का खेल भी समझाता हूं. चीन की एक antivirus software company है Q-hoo 360. चीन की इस कंपनी ने भारत पर आरोप लगाया था कि भारत, Khalistan referendum को रोकने के लिए Sikhs For Justice की Website पर Cyber Attack करवा रहा है. आपके दिमाग में ये सवाल भी आ रहा होगा कि चीन की इस software company, Q-hoo 360 का चीन की सरकार से क्या संबंध है तो अब इसका Connection भी समझिए.
- Q-hoo 360 नाम की कंपनी चीन की सेना पीपल्स लिबरेशन आर्मी का ही एक हिस्सा है.
- चीनी सेना की इस मुखौटा कंपनी के पाकिस्तान की सरकार के साथ भी व्यापारिक संबंध हैं.
- Qihoo पाकिस्तान के उच्चायोग को साइबर सुरक्षा भी देती है.
यानी पाकिस्तान, आतंकी संगठन SIKHS FOR JUSTICE के नापाक अभियान को चलाने में CYBER SPACE में पूरी मदद करता है और जब पाकिस्तान प्रायोजित इस प्रचार को भारत रोकने की कोशिश करता है तो चीन भारत के खिलाफ report जारी कर उसे बदनाम करने की कोशिश करता है. इसका सिर्फ एक ही मकसद है. खालिस्तानी आतंकियों की मदद करना. खालिस्तान आतंकियों को कैसे पाकिस्तान और चीन मदद कर रहे हैं.
भारत ने भी की हैं इस गठजोड़ के खिलाफ तैयारियां
भारत के खिलाफ चीन-पाकिस्तान और आतंकवाद का गठजोड़ नया नहीं है, लेकिन साइबर वार लड़ने के लिए ये नया गठबंधन बना है. ताकि भारत को तोड़ा जा सके. ये एक ऐसी वार है, जिसमें ना गोली चल रही है और ना मिसाइल, लेकिन दुश्मन लगातार हमले कर रहा है. जिसमें वो सोशल मीडिया का सहारा ले रहा है. उसे हथियार बना रहा है. चुनौती बड़ी है, लेकिन भारत ने भी इसके लिए अपनी तैयारियों को पुख्ता किया है.
पाकिस्तानी मीडिया भी है साजिश का हिस्सा
अब हम आपके सामने इस साजिश का एक और सबूत रखते है, जिसमें Pakistani media भी शामिल है. विदेशों में Sikhs for Justice का Khalistan referendum शुरू होने के बाद से ही पाकिस्तान के न्यूज चैनल Geo News और PTV इस रेफरेंडम के आधिकारिक Media Partner बन गए हैं यानी खालिस्तानी आतंकी Canada में इकट्ठा हों या Australia में. पाकिस्तान के Geo News और सरकारी चैनल PTV का Reporter हमेशा Mike लेकर उनके साथ चलता है. पाकिस्तान का मीडिया Khalistan Referendum को हर बार ना सिर्फ Cover कर रहा है बल्कि TV और Digital Platform पर सनसनीखेज ढंग से प्रसारित भी कर रहा है.
इससे साफ पता चलता है कि पाकिस्तान हर तरह से खालिस्तानी आतंकियों की मदद कर रहा है यानी पाकिस्तान की सरकार के साथ साथ वहां की खुफिया एजेंसी ISI और media भी खालिस्तान के support में है.
खालिस्तान आतंकी की हत्या होते ही पाकिस्तान ने भारत विरोधी Agenda को तेज़ किया है. उसने Canada में खालिस्तानी विचारधारा को उकसाया है. वो भारत पर झूठे आरोप लगाकर भारत पर सवाल उठा रहा है. अब उसकी इस साजिश में चीन भी शामिल हो गया है.
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