Honey Trap में फंसा DRDO साइंटिस्ट, दे रहा था पाकिस्तान को जानकारी, जानिए क्या है जासूसी में सेक्स का रोल

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 05, 2023, 12:15 AM IST

DRDO Honey Trap Case

Sex And Spying: महाराष्ट्र ATS को डीआरडीओ वैज्ञानिक के पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की जासूस के साथ चैट्स और वीडियो कॉल्स मिली हैं. इससे पहले भी भारतीय सेना और सैन्य संस्थानों के लोग हनी ट्रैप का शिकार हुए हैं.

डीएनए हिंदी: Maharashtra News- महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (Maharashtra ATS) ने पुणे से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार व्यक्ति रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation) में वरिष्ठ वैज्ञानिक के तौर पर तैनात था. ATS सूत्रों के मुताबिक, इस वैज्ञानिक को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की एक महिला जासूसी ने 'हनी ट्रैप' में फंसा रखा था, जिसके चलते वह DRDO से जुड़ी सारी गोपनीय जानकारियां उस खुफिया एजेंट को दे रहा था. एक ATS अधिकारी ने बताया कि हमें वैज्ञानिक और उस एजेंट की चैट्स, वीडियो कॉल्स जैसी कई जानकारी मिली हैं. वैज्ञानिक को बुधवार को गिरफ्तार किया गया था. गुरुवार को उसे पुणे में अदालत के सामने पेश किया गया, जहां से उसे ATS को रिमांड पर सौंप दिया गया है.

कई मिसाइल प्रोजेक्ट के साथ अहम भूमिका में जुड़ा था आरोपी वैज्ञानिक

Maharashtra State Anti Terrorism Squad ने एक बयान में कहा कि यह वैज्ञानिक DRDO के कई सामरिक रूप से बेहद अहम प्रोजेक्ट से जुड़ा रहा था. इनमें कई मिसाइल प्रोजेक्ट भी शामिल हैं. वैज्ञानिक को अपने पास मौजूद गोपनीय जानकारी के दुश्मन तक पहुंचने पर देश की सुरक्षा को खतरा होने का पता था. इसके बावजूद उसने हनी ट्रैप में मायाजाल में फंसकर सारी जानकारी दुश्मन एजेंट को उपलब्ध कराई. वैज्ञानिक के खिलाफ जांच की शुरुआत DRDO से एक शिकायत मिलने के बाद शुरू की गई थी. डीआरडीओ ने पिछले साल सितंबर-अक्टूबर से शुरू हुए इस सिलसिले में प्राइमरी जानकारी ATS को दी थी. इसके बाद ATS ने वैज्ञानिक की वीडियो कॉल्स, सोशल चैट और वॉयस मैसेज को ट्रेस करना शुरू किया और आखिर में उसे दबोच लिया. मुंबई में एटीएस की कालाचौकी इकाई में Official Secrets Act के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है. 

क्या है हनी ट्रैप और कैसे फंसता है कोई इसमें

हनी ट्रैप किसी खुफिया एजेंसी द्वारा खूबसूरत महिला जासूसों के जरिये किसी अहम पद पर बैठे व्यक्ति को अपने जाल में फंसाना है. इसके लिए महिला जासूस अपने शिकार को अपनी खूबसूरती का इस्तेमाल कर प्रभाव में लेती है. इसकी शुरुआत आमतौर पर सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स के जरिये दोस्ती बढ़ाने से होती है. डीआरडीओ वैज्ञानिक के मामले में भी इसी तरीके का इस्तेमाल किया गया था. दोस्ती बढ़ाने के बाद महिला की सेक्स से भरी उत्तेजना वाली आवाज में वॉयस कॉल कर सामने वाले को उत्तेजित किया जाता है.

कैसे बनाया जाता है जासूसी में सेक्स को हथियार

जासूसी में सेक्स को हथियार की तरह इस्तेमाल करने का काम पुराने जमाने से किया जा रहा है. पहले विश्व युद्ध में इसी हथियार के कारण माताहारी जैसी जासूस चर्चित हुई थी, जिसने डच बैले डांसर होने के बावजूद बहुत अहम जानकारियां मित्र देशों की फौज के बारे में जर्मनी के लिए जुटाई थीं. साल 1917 में माताहारी को फ्रांस में जासूसी के आरोप में गोली मार दी गई थी. करीब 10 साल पहले ब्रिटिश खुफिया एजेंसी MI5 ने चीनी जासूसों के सेक्स आधारित 'हनी ट्रैप' में फंसने से बचने के लिए 14 पेज का एक वार्निंग डॉक्यूमेंट जारी किया था. यह डॉक्यूमेंट ब्रिटिश बैंकों, बिजनेस हाउसेज और वित्तीय संस्थानों के आला अधिकारियों को दिया गया था, जिसमें चीनी जासूसों के सेक्सुअल रिलेशनशिप के जरिये 'लॉन्ग टाइम ब्लैकमेलिंग रिलेशनशिप' कायम करने की चेतावनी दी गई थी. 

महिला ही नहीं पुरुष भी कर सकता है हनी ट्रैप

MI5 के इस डॉक्यूमेंट में जासूसी के 'हनी ट्रैप' तरीके के बारे में विस्तार से बताया गया था. इसमें कहा गया था कि पुरुष ही नहीं महिला के भी हनी ट्रैप का शिकार होने का बराबर खतरा है. इस तरीके में जासूस सेक्स, इंटेलिजेंस के अलावा सीक्रेट लाइफ जीने के थ्रिल का झांसा देकर शिकार को फंसाते हैं. इसमें साफ कहा गया था कि सही तरीके से हनी ट्रैप का शिकार बनाए जाने पर किसी व्यक्ति की चतुराई, उसे मिली ट्रेनिंग, उसका कैरेक्टर और उसके अंदर की देशभक्ति, अधिकतर मौकों पर बेकार साबित हो जाती है. 

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