डीएनए हिंदी: बाढ़ और बारिश के मौसम में आई फ्लू या कंजक्टिविटीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. यूपी के अस्पतालों में भी मरीज बड़ी संख्या में इस बीमारी के इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. आंखों में खुजली, जुकाम और बुखार और सिर दर्द के तमाम रोगी, आपने भी अपने आसपास देखे होंगे. यह पिंक आई या आई फ्लू नाम की ये बीमारी लोगों को अपने चपेट में ले रही है.
Eye Flu बेहद संक्रामक रोग है जिसकी चपेट में कई लोग आ सकते हैं. यह वायरल फ्लू की तरह है, जिससे लोग बड़ी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं. इसमें सुपरएडेड बैक्टीरियल या एलर्जिक नेत्र रोग हो सकता है. इस बीमारी की वजह से आमतौर पर आंखें लाल हो जाती हैं. आइए जानते हैं इस बीमारी के बारे में सबकुछ.
क्या हैं इस बीमारी के लक्षण?
इस बीमारी से संक्रमित मरीजों की आंखें लाल हो जाती हैं. आंखों में जलन होती है और खुजली होती है. आंखों से सफेद-सफेद सा डिस्चार्ज निकलता है. पलकों में सूजन हो जाती है और उजाला आंखों में चुभने लगता है. आंखें दर्द करती हैं, कुछ मामलों में सिर दर्द भी रहता है. आंखों से भी धुंधला दिखाई देता है.
आई फ्लू से कैसे करें बचाव?
- साफ सफाई का ध्यान रखें. अपने हाथ बार-बार धोएं. तौलिया, साबुन और दूसरी पर्सनल चीजों को किसी से शेयर न करें.
- आंखों को न रगड़ें. इससे आंखों में कीटाणु पहुंच सकते हैं.
- बाहर जाान हो तो चश्मा लगाकर निकलें. संक्रमित व्यक्तियों की आंख में आंख मिलाकर न देखें.
- संक्रमित व्यक्तियों से दूर रहें. अगर आपके आस-पास किसी को Eye Flu है तो संक्रमण से बचने के लिए सुरक्षित दूरी बनाए रखें.
- अपने कॉन्टैक्ट लेंस को साफ रखें. नेत्र चिकित्सक के निर्देशों का पालन करें.
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घर पर आंखों का कैसे रखें ख्याल?
- संक्रमण को फैलने से रोकें. अगर घर में किसी को है तो उसे आइसोलेट करें. संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए तौलिए, वॉशक्लॉथ, आई ड्रॉप या मेकअप को दूसरों के साथ न शेयर करें.
- अपनी आंखों को साफ पानी से धुलें. बर्फ या गुनगुना पानी के छींटे भी अपने चेहरे पर मार सकते हैं. इससे सूजन कम होती है.
- गर्म पानी में तौलिया भिगो लें. उन्हें अपनी बंद पलकों पर धीरे से रखें. अगर सूजन और एलर्जी के ज्यादा लक्षण हैं तो बर्फ के टुकड़ों को टिशू पेपर में लपेटकर अपनी बंद आंखों पर कुछ मिनट के लिए लगाएं। टिशू पेपर को कूड़ेदान में फेंकें.
- कुछ आई ड्रॉप्स आपकी आंखों को नम रखने और सूखापन और जलन को कम करने में मददगार होती हैं.
- आंखों के मेकअप से बचें. काजल, आईलाइनर और आई शैडो न लगाएं. इनकी वजह से जलन बढ़ सकती है. आंखें बैक्टीरिया से प्रभावित हो सकती हैं.
- कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल कम से कम करें. जब तक आप का आई फ्लू ठीक न हो जाए, तब तक इसे न पहनें.
- अपने चश्मे को बार-बार साफ करें.
- आंखों को छूने या रगड़ने से बचें. इससे कंजंक्टिवा में और जलन हो सकती है. दूसरे लोगों में भी इस वजह से संक्रमण फैल सकती है.
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कैसे करें Eye Flu का इलाज?
बिना चिकित्सीय परामर्श के कुछ भी न करें. कोई आई ड्रॉप मनमाने ढंग से न डालें. किसी एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह लें. जब संक्रमण ज्यादा फैल जाता है तब इसे रोकने के लिए एंटीबायोटिक आई ड्रॉप्स दिए जाते हैं. यह बीमारी बहुत ज्यादा गंभीर नहीं होती है. ज्यादातर मामलों में लोग बिना इलाज के ही ठीक हो जाते हैं.
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