मार्कोस का डर या INS का खौफ, कैसे हुआ सोमालिया के पास फंसे जहाज का रेस्क्यू?

अभिषेक शुक्ल | Updated:Jan 06, 2024, 07:48 AM IST

Indian Navy’s marine commandos.

भारतीय नौसेना के कमांडो दस्ते ने सोमालिया के पास फंसे MV लीला नॉरफॉक जहाज का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है.

डीएनए हिंदी: अगर समंदर में मार्कोस कमांडो उतरते हैं तो दुश्मन कितना भी ताकतवर क्यों न हो, उसे मैदान छोड़कर भागना पड़ता है. भारतीय नौसेना के स्पेशल सी कमांडर मार्कोस ने उत्तरी अरब सागर में लाइबेरिया के MV लीला नॉरफॉक जहाज का रेस्क्यू कर लिया है. इस जहाज पर 15 हिंदुस्तानी समेत कुल 21 क्रू मेंबर सवार थे. जहाज को हथियारधारी 5 से 6 लुटेरों ने हाइजैक करने की कोशिश की थी लेकिन जब उन्हें भनक लगी कि INS चेन्नई और मार्कोस कमांडर रेस्क्यू के लिए आ रहे हैं, वे 'नौ दो ग्यारह' हो गए.

शुक्रवार को भारतीय नौसेना ने एमवी लीला नॉरफॉक को हाईजैकर्स के चंगुल से छुड़ाने के लिए समंदर में युद्धपोत उतार दिए थे. नौसेना एक युद्धपोत, समुद्री गश्ती विमान, हेलीकॉप्टर और P-8I और प्रीडेटर MQ9B ड्रोन तैनात हो गया था. लुटेरे कुछ अप्रिय करने की स्थिति में ही नहीं रह गए थे.

'रेस्क्यू की कहानी, नौसेना की जुबानी'
नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा, 'जहाज पर सवार 15 भारतीयों सहित चालक दल के सभी 21 सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. मार्कोस कमांडो ने जहाज की जांच की. मार्कोस के पहुंचने के बाद समुद्री लुटेरे नजर नहीं आए. समुद्री डाकुओं ने जहाज को हाइजैक करने की कोशिश संभवतः भारतीय नौसेना के युद्धपोत के पहुंचने और गश्ती विमान की सख्त चेतावनी के बाद छोड़ दी थी.'

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INS चेन्नई के सामने कैसे टिक पाते लुटेरे
कमांडर विवेक मधवाल ने बताया, 'भारतीय नौसेना का युद्धपोत INS चेन्नई, एमवी लीला नॉरफोक के आसपास है और यह जहाज में इलेक्ट्रिसिटी मैन्युफैक्चरिंग और  विद्युत उत्पादन और प्रोपल्शन को ठीक करने में मदद कर रहा है. यह युद्धपोत इस व्यापारिक जहाज को पोर्ट तक लाने में सहायक की भूमिका में है.' नौसेना ने INS चेन्नई उतार दिया था, इस युद्धपोत के सामने समुद्री लुटेरों के पास भागने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था.

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ऐसे हुई थी  MV लीला नॉरफॉक की घेराबंदी
नौसेना ने शुक्रवार में दिन के करीब 3 बजे  MV लीला नॉरफॉक को रोक लिया लिया था. INS चेन्नई मदद के लिए आगे बढ़ गया था. समुद्री गश्ती विमान P8I और प्रीडेटर MQ9B ड्रोन की मदद से हाइजैक जहाज पर नजर रख रहे थे. मिशन में तैनात युद्धपोत पर मौजूद भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो जहाज पर पहुंचे और बचाव अभियान को अंजाम दिया.

ड्रोन, INS, मार्कोस, ऐसे हुआ जहाज का रेस्क्यू
MV लीला नॉरफॉक ने यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (UKMTO) पोर्टल पर मैसेज भेजा. मैसेज में लिखा था कि गुरुवार शाम 5 से 6 हथियारबंद लोग जहाज पर सवार हो गए हैं. नौसेना को जैसे ही हाइजैकिंग की जानकारी मिली, तत्काल करीबी एजेंसियों को अलर्ट कर दिया. नौसेना ने तत्काल समुद्री गश्त शुरू कर दी. नौसेना ने INS चेन्नई का रूट बदल दिया और जहाज की मदद के लिए युद्धपोत आगे बढ़ गया. लुटेरों को जहाज छोड़कर फरार होना पड़ा.

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