सड़क पर बरतें सावधानी! भारत में चौंकाने वाले हैं एक्सीडेंट्स में मारे गए लोगों के आंकड़े
सांकेतिक तस्वीर
Road Accidents In India: नितिन गडकरी द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, साल 2017 में 4,64,910 सड़क दुर्घटनाएं हुईं. साल 2020 में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई इस साल 3,66,138 रोड एक्सीडेंट हुए.
डीएनए हिंदी: देश में पिछले चार सालों में सड़क दुर्घटनाओं में मामूली कमी आई है. बावजूद इसके इन 4 सालों के दौरान 17,47,094 सड़क दुर्घटनाएं सामने आई हैं. इन हादसों में 5,82,157 लोगों ने अपनी जान गंवाई हैं. दरअअसल, बांदा में सड़क दुर्घटना में 6 लोगों की मौत हो गई और 7 घायल हो गए. अक्सर इस तरह की खबरें हमें सुनने और देखने को मिलती हैं. इन्हीं रोड एक्सीडेंट के बारे में यूपी के कबीरनगर से बीजेपी सांसद प्रवीन कुमार निषाद ने लोकसभा में सवाल किया था. जिसके जवाब केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संसद के सामने साल 2017 से साल 2020 तक का आंकड़ा पेश किया.
सड़क दुर्घटनाओं में 18.46% की आई कमी
नितिन गडकरी द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, साल 2017 में 4,64,910 सड़क दुर्घटनाएं हुईं. साल 2020 में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई इस साल 3,66,138 रोड एक्सीडेंट हुए. वहीं, साल 2019 से तुलना की जाए तो साल 2020 में 18.46% कम एक्सीडेंट हुए. गडकरी ने बताया कि साल 2020 में हुई सड़क दुर्घटनाओं में 1,31,714 लोगों ने अपनी जान गंवाई. ये आंकड़ा साल साल 2019 के आंकड़े से 22.84% कम है.
साल |
रोड एक्सीडेंट |
बदलाव (%) |
मृतक |
बदलाव (%) |
घायल |
बदलाव (%) |
2017 |
4,64,910 |
|
1,47,913 |
|
4,70,975 |
|
2018 |
4,67,044 |
0.46 |
1,51,417 |
2.37 |
4,69,418 |
-0.33 |
2019 |
4,49,002 |
-3.86 |
1,51,113 |
-0.2 |
4,51,361 |
-3.85 |
2020 |
3,66,138 |
-18.46 |
1,31,714 |
-12.84 |
3,48,279 |
-22.84 |
सबसे ज्यादा रोड एक्सीडेंट तमिलनाडु में हुए
साल 2017 से लेकर साल 2020 तक चारों साल रोड एक्सीडेंट होने के मामले में तमिलनाडु नंबर-1 राज्य रहा है. इन चार सालों में 2 लाख से ऊपर लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. वहीं, तमिलनाडु के बाद सबसे ज्यादा हादसे मध्य प्रदेश में हुए. हालांकि दोनों राज्यों में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है. साल 2017 में 42,542 रोड एक्सीडेंट के साथ कर्नाटक नंबर-3 पर था. लेकिन साल 2017 में चौथे नंबर पर रहने वाले उत्तर प्रदेश ने साल 2018, 2019 और 2020 में कर्नाटक को पछाड़ते हुए तीसरे नंबर पर रहा. दोनों राज्यों में तीसरे और चौथे नंबर के लिए कांटे की टक्कर रही. आखिरकार कर्नाटक बहुत ही मामूली अंतर से तीसरे पायदान पर आकर खड़ा हो गया. केरल में कुल एक्सीडेंट के मामले में पांचवे नंबर पर रहा. वहीं देश में हुए कुल 17,47,094 एक्सीडेंट में से 8,97,815 एक्सीडेंट इन्हीं 5 राज्यों में हुए.
S.NO. |
STATES |
2017 |
2018 |
2019 |
2020 |
TOTAL |
|
TAMILNADU |
65,562 |
63,920 |
57,228 |
45,484 |
2,32,194 |
|
MADHYA PRADESH |
53,399 |
51,397 |
50,669 |
45,266 |
2,00,731 |
|
KARNATAKA |
42,542 |
41,707 |
40,658 |
34,178 |
1,59,085 |
|
UTTAR PRADESH |
38,783 |
42,568 |
42,572 |
34,243 |
1,58,166 |
|
KERALA |
38,470 |
40,181 |
41,111 |
27,877 |
1,47,639 |
यूपी में हुई सड़क हादसों से सबसे ज्यादा मौतें
बता दें कि देश के जिन 5 राज्यों में सबसे ज्यादा एक्सीडेंट हुए उनमें से सिर्फ केरल ही मौत के मामले में टॉप-5 की लिस्ट से बाहर हुआ है. बाकी राज्यों ने सिर्फ अपनी जगह बदली है. महाराष्ट्र ऐसा राज्य है जो रोड एक्सीडेंट से होने वाली मौत के मामले में टॉप-5 में शामिल होता है. सड़क हादसों के मामले में चौथे नंबर पर रहने वाला उत्तर प्रदेश एक्सीडेंट में हुई मौत के मामले में अव्वल नंबर पर है. यूपी में 84,000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई. दुर्घटनाओं के मामले में महाराष्ट्र की स्थिति तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और केरल से बेहतर थी लेकिन सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौत के मामले में महाराष्ट्र की हालत भी खराब रही. इन 4 सालों के दौरान कुल मिलाकर लगभग 50 हजार लोग सड़क दुर्घटनाओं मारे गए. देश की सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं तमिलनाडु में हुईं, सबसे ज्यादा मौत के मामले में भी तमिलनाडु टॉप-5 राज्यों में तीसरे पायदान पर खड़ा है. मध्य प्रदेश रोड एक्सीडेंट में दूसरे नंबर पर था तो मौत के मामले में चौथे नंबर पर.
S.No. |
STATES |
2017 |
2018 |
2019 |
2020 |
TOTAL |
1. |
UTTAR PRADESH |
20,124 |
22,256 |
22,655 |
19,149 |
84,184 |
2. |
MAHARASHTRA |
12,264 |
13,261 |
12,788 |
11,569 |
49,882 |
3. |
TAMILNADU |
16,157 |
12,216 |
10,525 |
8,059 |
46,957 |
4. |
MADHYA PRADESH |
10,177 |
10,706 |
11,249 |
11,141 |
43,273 |
5. |
KARNATAKA |
10,609 |
10,990 |
10,958 |
9,760 |
42,317 |
सड़क दुर्घटनाओं की इस स्थिति को देखते हुए ही केंद्र सरकार काफी कदम उठा रही है. सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के जरिए सरकार जागरूकता फैला ही रही है. इसके अलावा सड़क बनाने में सड़क सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है. सीट बेल्ट रिमांइडर, चालक के साथ बैठे व्यक्ति के लिए एक एयर बैग की अनिवार्यता जैसे कई बदलाव सरकार ने किए हैं. इसके अलावा हम लोगों को भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सभी नियमों को ध्यान में रखते हुए ही सड़क पर चलना चाहिए.
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