डीएनए हिंदी: दिग्गज टेलीकॉम कंपनी नोकिया अपने 14,000 कर्मचारियों की छंटनी करने वाली है. नोकिया की बिक्री में लगातार गिरावट आ रही है. 5जी उपकरणों की घटती डिमांड की वजह से कंपनी घाटे में है. कंपनी ने कहा है कि साल की तीसरी तिमाही में सेल्स कुल 20 फीसदी तक गिर गई है. अमेरिका जैसे बाजार में भी 5जी इंस्ट्रमेंट लोग नहीं खरीद रहे हैं.
नोकिया साल 2026 तक अपने वर्क फोर्स में कटौती करेगी. करीब 9,000 से लेकर 14,000 कर्मचारियों को नोकिया बाहर नाकल सकती है. वैश्विक स्तर पर लगातार बढ़ रही महंगाई, ब्याज दर और ग्राहकों की खरीदने की क्षमता घटने की वजह से मंदी की मार अब नोकिया पर पड़ी है.
अब किन क्षेत्रों पर नोकिया की नजर?
अब नोकिया क्लाउड कंप्युटिंग और अर्टिफीशियल इंटेलिजेंस के सेक्टर में निवेश की योजना तैयार कर रही है. कंपनी इसके जरिए साल 2025 तक 30 करोड़ यूरो की बचत कर सकती है. कंपनी के CEO पेक्का लेंडमार्क ने कहा है कि कंपनी बढ़त बनाने की योजना तैयार कर रही है.
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नोकिया ने क्यों किया ऐसा?
नोकिया ने कहा है कि ऐसे फैसले आमतौर पर किसी कंपनी के लिए बेहद मुश्किल होते हैं लेकिन कंपनी के हित में ऐसा करना ही पड़ेगा. कंपनी अपने लॉन्ग टर्म प्रॉफिट को देखते हुए यह फैसला कर रही है. ऐसे कॉस्ट कटिंग का कंपनी पर असर पड़ सकता है.
ब्रांड के तौर पर नोकिया की बढ़ी चुनौती
नोकिया लागतार संघर्ष कर रही है. iPhone, रेडमी, सैमसंग और वीवो जैसे ब्रांड्स की वजह से नोकिया की सेल हर जगह घट गई है. कंपनी ने हैंडसेट डिवीजन माइक्रोसॉफ्ट को दिया था. कंपनी टेलीकॉम उपकरण बना रही थी लेकिन घाटा ही होता गया. नोकिया अब दूसरे क्षेत्रों में हाथ आजमाने की कोशिश कर रही है.
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