PM Modi ने रखी 3 सेमीकंडक्टर प्लांट की नींव, किसे होगा कितना लाभ? यहां समझिए

Written By अभिषेक शुक्ल | Updated: Mar 13, 2024, 11:45 AM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (तस्वीर-PTI)

सेमीकंडक्टर इको-सिस्टम को बढ़ाने पर भारत जोड़ दे रहा है. आने वाले दिनों में भारत भी सेमीकंडक्टर चिप का हब बन सकता है.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) बुधवार को 'इंडियाज टेकेड: चिप्स फॉर विकसित भारत' में हिस्सा लिया. प्रधानमंत्री मोदी करीब 1.25 लाख करोड़ रुपये की तीन सेमीकंडक्टर परियोजनाओं का शिलान्यास किया है.

प्रधानमंत्री की परिकल्पना भारत को सेमीकंडक्टर की डिजाइन, विनिर्माण और प्रौद्योगिकी विकास के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने की है, जिससे देश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिले. पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तीन सेमीकंडक्टर परियोजनाओं का शिलान्यास किया. 

आइए जानते हैं प्रधानमंत्री मोदी ने लॉन्च के बाद दी गई स्पीच में क्या-क्या कहा है- 

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'इस अभूतपूर्व अवसर पर हमारे साथ देश के 60 हजार से ज्यादा कॉलेज, यूनिवर्सिटी और एजुकेशन इंस्टीट्यूट भी जुड़े हुए हैं. ये अपने आप में एक रिकॉर्ड ही है.'

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज का ये दिन ऐतिहासिक है आज हम इतिहास रच रहे हैं और उज्जवल भविष्य की तरफ बहुत बड़ा मजबूत कदम भी उठा रहे हैं. आज सेमीकंडक्टर उत्पादन से जुड़े करीब सवा लाख करोड़ रुपए के तीन परियोजना का शिलान्यास हुआ है. ये भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन का एक ग्लोबल हब बनाने में मदद करेगा.'

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज युवा देख रहे हैं कि भारत किस तरह प्रगति के लिए, आत्मनिर्भरता के लिए, ग्लोबल सप्लाई चेन में अपनी उपस्थिति के लिए चौतरफा काम कर रहा है.  इन प्रयासों से उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और आत्मविश्वास से भरा युवा कहीं भी हो, वो अपने देश का भाग्य बदल देता है.'

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'आज के कार्यक्रम में ताइवान के हमारे साथी भी वर्चुअली हमसे जुड़े हैं। मैं भारत द्वारा किए गए प्रयासों से बहुत उत्साहित हूं. 60 हजार से अधिक कॉलेज, विश्वविद्यालय और शैक्षणिक संस्थान आज के कार्यक्रम से जुड़े हैं.'

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, '21वीं सदी, टेक्नोलॉजी ड्रिवेन है और इलेक्ट्रॉनिक चिप के बिना उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती. मेड इन इंडिया चिप, भारत में डिज़ाइन किया गया चिप, भारत को आत्मनिर्भरता और आधुनिकता की तरफ ले जाएगी.'

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'चिप मैन्युफेक्चरिंग सिर्फ एक इंडस्ट्री नहीं है, ये विकास का वो द्वार खोलती है, जो असीम संभावनाओं से भरा हुआ है.  इस सेक्टर से न सिर्फ भारत में रोजगार के नए अवसर बनने वाले हैं, बल्कि तकनीकी उन्नतिके क्षेत्र में भी बड़ी प्रगति होने वाली है.'

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'हम एक तरफ देश में तेजी से गरीबी कम कर रहे हैं और दूसरी तरफ भारत में आधुनिक  इंफ्रास्ट्रक्चर का भी निर्माण कर रहे हैं, देश को आत्मनिर्भर भी बना रहे हैं. सिर्फ 2024 में ही अब तक 12 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की योजना का लोकार्पण और शिलान्यास हो चुका है.'

क्या होगा इस परियोजना से लाभ?
धोलेरा स्पेशल इन्वेस्टमेंट रीजन (DSIR), गुजरात में सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन सुविधा निर्माण, असम के मोरीगांव में आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट (OAST) सुविधा और गुजरात के साणंद में आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट (OSAT) सुविधा के लिए आधारशिला रखी जा रही है.


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भारत में सेमीकंडक्टर फैब्स की स्थापना के लिए संशोधित योजना के तहत धोलेरा विशेष निवेश क्षेत्र (DSIR) में सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन सुविधा, टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (TEPL) की ओर से बनाई जाएगी.

क्या होगी सेमीकंडक्टर फैब्स की खासियत?
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यह प्रोजेक्ट कुल 91,000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है. यह देश का पहला वाणिज्यिक सेमीकंडक्टर फैब होगा. 

- असम के मोरीगांव में आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट (OSAT) सुविधा टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (TEPL) द्वारा सेमीकंडक्टर असेंबली, टेस्टिंग, मार्किंग और पैकेजिंग (ATMP) के लिए बनाई गई योजना के तहत स्थापित की जाएगी. इसका कुल निवेश लगभग 27,000 करोड़ रुपए है.


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- साणंद में आउटसोर्स्ड सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट सुविधा, सेमीकंडक्टर असेंबली, परीक्षण, मार्किंग और पैकेजिंग के लिए संशोधित योजना के तहत सीजी पावर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशंस लिमिटेड द्वारा स्थापित की जाएगी. इसका कुल निवेश लगभग 7,500 करोड़ रुपये होगा.


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मजबूत हो जाएगा देश का सेमीकंडक्टर इको-सिस्टम 
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि इन सुविधाओं के जरिए सेमीकंडक्टर इको-सिस्टम दृढ़ होगा और भारत में इसकी जड़ें मजबूत हो जाएंगी. 

ये यूनिट्स सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में हजारों युवाओं को रोजगार मुहैया कराएंगी. इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकम्युनिकेशन जैसे क्षेत्रों में रोजगार सृजन को बढ़ावा देंगी. (इनपुट: PTI)

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