'क्या है सनातन' अब इस पूर्व मंत्री की फिसली जुबान, जानिए किसने किया स्टालिन के बेटे का विरोध, कौन खड़ा समर्थन में

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Sep 04, 2023, 06:19 PM IST

Udhayanidhi Stalin

Sanatana Controversy: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म को लेकर दिए बयान पर विवाद हो गया है. इसके पक्ष और विपक्ष में नेता लगातार बयान दे रहे हैं. माकपा नेता डी. राजा ने सनातन को धर्म के बजाय महज विचार घोषित कर दिया है.

डीएनए हिंदी: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि का सनातन धर्म को लेकर दिया विवादित बयान हर तरफ मुद्दा बन गया है. हालांकि उदयनिधि ने खुद सोशल मीडिया पर इस बयान को लेकर स्पष्टीकरण दिया है, लेकिन इसके बावजूद राजनीति से सोशल मीडिया तक हर कोई बयान का मतलब अपने तरीके से पेश कर रहा है. भाजपा और उसके साथी दल जहां इसे हिंदुओं का अपमान और उनके नरसंहार की अपील बता रहे हैं. साथ ही I.N.D.I.A की मुंबई बैठक खत्म होने के 24 घंटे के अंदर आने के चलते इस बयान को साजिश से जोड़ रहे हैं. वहीं कांग्रेस आदि विपक्षी दलों ने बोलने की आजादी बताकर उदयनिधि का समर्थन किया है. हालांकि कांग्रेस के ही कई बड़े नेताओं ने उदयनिधि की आलोचना की है. विपक्षी गठबंधन में शामिल ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने साफतौर पर उदयनिधि के बयान को गलत ठहरा दिया है, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे व कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खड़गे और केंद्र में कांग्रेस नेतृत्व वाली UPA सरकार में मंत्री रहे भाकपा नेता डी. राजा ने भी उदयनिधि का समर्थन कर दिया है. इन दोनों ने भी सनातन धर्म पर सवाल उठाया है, जिसके चलते यह मुद्दा और ज्यादा गर्माने की संभावना बन गई है.

क्या कहा था उदयनिधि ने

द्रमुक नेता व तमिलनाडु सरकार में युवा मामले व खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने रविवार को कहा, ऐसी कुछ चीज़ें होती हैं जिनका विरोध करना काफ़ी नहीं होता, हमें उन्हें समूल मिटाना होगा. मच्छर, डेंगू बुख़ार, मलेरिया, कोरोना ये ऐसी चीज़ें हैं जिनका हम केवल विरोध नहीं कर सकते हमें इन्हें मिटाना होगा. सनातन भी ऐसा ही है. उदयनिधि के इस बयान को भाजपा और हिंदूवादी संगठनों ने हिंदुओं के नरसंहार की अपील बताया. इसके चलते आलोचना शुरू होने पर उदयनिधि ने अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, मैंने कभी भी सनातन धर्म का पालन करने वालों के नरसंहार की अपील नहीं की. सनातन धर्म एक ऐसा सिद्धांत है जो जाति और धर्म के नाम पर लोगों को बांटता है. सनातन धर्म को जड़ से उखाड़ना मानवता और समानता को कायम रखना है.

डी. राजा और प्रियांक खड़गे ने कैसे किया है समर्थन

कम्युनिस्ट नेता डी. राजा ने कहा, मुझे नहीं पता कि उदयनिधि के इस बयान से भाजपा इतना जरी हुई क्यों है? सनातन की तुलना हिंदुवाद से नहीं हो सकती. क्या है सनातन? अमित शाह, भाजपा और RSS को ही जनता को बताने दीजिए कि वे सनातन से क्या समझते हैं? सनातन एक दार्शनिक विचार है, ये बात अमित शाह और भाजपा को समझनी चाहिए.

उधर, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक ने उदयनिधि के समर्थन में सनातन पर तीखा कमेंट किया. प्रियांक ने कहा, कोई भी धर्म जो समानता को बढ़ावा नहीं देता है या यह सुनिश्चित नहीं करता है कि आपको इंसान होने का सम्मान मिले, वह मेरे अनुसार धर्म नहीं है. कोई भी धर्म जो समान अधिकार नहीं देता है या आपके साथ इंसानों जैसा व्यवहार नहीं करता है वह बीमारी के समान है.

भाजपा ने इस मुद्दे पर कांग्रेस को घेरा

भाजपा ने सनातन के अपमान के मुद्दे पर उदयनिधि और प्रियांक खड़गे को घेर लिया है. साथ ही कांग्रेस पर भी इनका साथ देने के लिए तीखा हमला बोला है. भाजपा नेता रविशंकर ने कहा, राहुल गांधी आपके गठबंधन सहयोगी ने सनातन धर्म का खुला अपमान किया है. आप चुप क्यों हैं? आप मंदिर सिर्फ दिखावे के लिए जाते हैं? यह पूरा ग्रुप (INDIA गठबंधन) वोट के लिए घोर अहिंदू बन सकता है.

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने उदयनिधि पर तीखा तंज कसा. उन्होंने कहा, कितने ही लोग सनातन को कुचलने की हसरत लिए हुए ही खाक हो गए. हिन्दुओं को मिटाने के ख्वाब वाले कितने ही राख हो गए. सुनो घमंडिया गठबंधन के घमंडियों, तुम और तुम्हारे मित्र रहें ना रहें, सनातन था, है और रहेगा. 

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, प्रियांक खड़गे कहते हैं कि जो उदयनिधि स्टालिन ने कहा वो सही है. कांग्रेस के अलग-अलग नेता इसके समर्थन में बयान दे रहे हैं. मैं मैडम सोनिया गांधी और राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि आप मोहब्बत की दुकान की बात करते थे. क्या आपकी मोहब्बत की दुकान में सनातन धर्म के खिलाफ इतना जहर भरा हुआ है? 

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, अगर स्टालिन के बेटे अपनी बात पर कायम है कि 'मैं भगवा को मिटा कर ही दम लूंगा' तो इसका जवाब राहुल गांधी, लालू यादव और नीतीश कुमार को देना होगा कि मुंबई की बैठक के बाद कौन सी विरासत खड़ी की है? चाहे उदयनिधि स्टालिन हो या लालू यादव हों, हिंदू इसका जवाब देगा, इसका प्रतिकार लेगा. 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी उदयनिधि के बयान को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला. राजस्थान में रैली कर रहे राजनाथ ने मंच से कहा, इन्हीं (कांग्रेस) के गठबंधन DMK ने सनातन धर्म पर चोट पहुंचाई और कांग्रेस के लोगों ने चुप्पी साध रखी है. मैं अशोक गहलोत से पूछता हूं कि आप क्यों नहीं बोलते? सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे क्यों नहीं बोलते कि सनातन धर्म के बारे में उनकी सोच क्या है? 

केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी इस बयान के लिए INDIA गठबंधन पर अटैक किया. उन्होंने कहा, वे लगातार 'सनातन धर्म' के बारे में बात कर रहे हैं और उसके खिलाफ जहर उगल रहे हैं. हम राहुल गांधी और सोनिया गांधी जी से पूछना चाहते हैं कि क्या कांग्रेस ने मुंबई बैठक में (INDIA गठबंधन की बैठक) तय किया है कि वे सनातन धर्म के खिलाफ जहर उगलेंगे या इस देश से 'सनातन धर्म' को खत्म करने का एजेंडा बनाया है.

भाजपा नेतृत्व वाले NDA में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी कहा, ऐसी बातें सिर्फ समाज को बांटती हैं. किसको किस धर्म का पालन करना है और किसे नहीं ये व्यक्ति विशेष की बात है. किसी राजनेता कि किसी की आस्था से खिलवाड़ करने की क्या जरूरत है? ये बयान INDIA की तीसरी बैठक के बाद आया. क्या मुंबई में जो बैठक हुई, उसमें सनातन धर्म का विरोध करने को लेकर एक आम सहमति बनी? क्या उसमें चर्चा की गई कि बाहर जाकर हम सनातन धर्म का विरोध करेंगे?

कांग्रेस नेताओं में किसी का समर्थन तो किसी का विरोध

कांग्रेस के अंदर खुद उदयनिधि के बयान को लेकर द्वंद्व की स्थिति बन गई है. एकतरफ कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, हम सर्वधर्म सम्भाव में विश्वास रखते हैं. कांग्रेस इसी विचारधारा में विश्वास रखती है, लेकिन आपको ध्यान रखना होगा कि हर राजनीतिक पार्टी के पास अपने विचार रखने की आजादी है. हर कोई अपनी बात कह सकता है. हम सभी की मान्यताओं का सम्मान करते हैं.

उधर, कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने उदयनिधि की आलोचना की. उन्होंने कहा, नेताओं में हिंदुओं को गाली देने की होड़ मची हुई है. एक हज़ार साल भारत गुलाम रहा. लगातार सनातन को मिटाने की साजिशें हुई. लेकिन सनातन धर्म की रक्षा में महाराणा प्रताप, गुरु गोविंद जी, छत्रपति शिवाजी महाराज समेत कितने ही महापुरुषों का लहू शामिल है. सनातन धर्म को मिटाने का ख्वाब अंग्रेजों ने, मुगलों ने भी देखा, लेकिन यह मिट नहीं पाया.

छत्तीसगढ़ के उप-मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने भी उदयनिधि की आलोचना की और कहा, सनातन धर्म भारत में सदियों से चला आ रहा है.  हजारों साल से जो विचार बरकरार रह सकता है, वह अत्यधिक गहरा होता है. सनातन धर्म की गहराइयां, वेद पुराणों की परंपरा और उसका ज्ञान अद्वितीय है. दुनिया में वेद के ज्ञान के सार से बड़ा ज्ञान का कोई सोर्स नहीं है. 

ममता की टीएमसी ने भी स्टालिन के बेटे को कोसा

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भी इस मुद्दे पर उदयनिधि स्टालिन की आलोचना की है. TMC प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, हम ऐसी टिप्पणी की आलोचना करते हैं. सद्भावना हमारी संस्कृति है. हम दूसरे धर्मों का आदर करते हैं. INDIA ब्लॉक का ऐसे बयानों से कोई नाता नहीं है. चाहे जो कोई भी हो, यदि वो ऐसा कहेगा तो हम उसके खिलाफ खड़े होंगे. 

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