डीएनए हिंदी: इंदिरापुरम का मशहूर शिप्रा मॉल अब बिक चुका है. इंडिया बुल्स ग्रुप ने हिमरी एस्टे प्राइवेट लिमिटेड के साथ इस मॉल की सेल डीड साइन की है. यह डील 551 करोड़ रुपये में हुई है. शुक्रवार को इस मॉल की रजिस्ट्री गाजियबाद जिले में हुई है.
शिप्रा मॉल ने बिकने के साथ ही अनोखा रिकॉर्ड कायम किया है. यह अब तक की सबसे महंगी रजिस्ट्री थी. रजिस्ट्री के लिए स्टाम्प विभाग को 38.57 करोड़ रुपये का स्टाम्प ड्यूटी और 5.51 करोड़ रुपये का निबंधन शुल्क मिला है.
आर्थिक बदहाली से जूझ रहा है शिप्रा ग्रुप
शिप्रा रियल एस्टटे बीते कुछ दिनों से आर्थिक बदहाली से गुजर रहा है. इस ग्रुप के कुछ वेंचर फ्लॉप साबित हुए हैं, जिसके बाद शिप्रा मॉल को बेचने की नौबत आ गई. इसकी रजिस्ट्री से सरकार करीब 44.08 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया है.
इसे भी पढ़ें- UP Nikay Chunav Results 2023: मोदी, शाह फेल लेकिन एक तरफा गर्दा उड़ा गए सीएम योगी, पढ़ें कैसे 'बाबा के बुलडोजर' ने जीता यूपी
युवाओं में बेहद पॉपुलर था ये मॉल
शिप्रा मॉल दिल्ली-गाजियाबाद नेशनल हाईवे पर बना है. साल 2005 में इस मॉल की शुरुआत हुई थी. शिप्रा रियल एस्टेट ग्रुप ने इस मॉल की मार्केटिंग ऐसी की थी कि दिल्ली-एनसीआर के युवा इस मॉल पर जान छिड़कते थे. सिनेमा से लेकर एंटरटेनमेंट गेम्स तक, युवा यहां समय बिताने आते थे. देश-दुनिया का शायद ही ऐसा कोई ब्रांड हो जो यहां मौजूद न हो.
इसे भी पढ़ें- Maharashtra के अकोला में भड़की हिंसा, पथराव-आगजनी के बाद धारा 144 लागू, क्या है बवाल की वजह?
क्यों बिका शिप्रा मॉल?
शिप्रा ग्रुप ने अपने कई प्रोजेक्ट्स के लिए इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस से अरबों रुपये का कर्ज लिया है. शिप्रा ग्रुप ने इस मॉल को इंडिया बुल्स के पास गिरवी रखा था. शिप्रा ग्रुप जब लोन नहीं चुका सका तो इंडिया बुल्स ने ग्रुप को डिफाल्टर घोषित कर दिया. शिप्रा ग्रुप ने इंडिया बुल्स के खिलाफ मुकदम भी दर्ज कराया. सुप्रीम कोर्ट तक यह मामला पहुंचा तो इंडिया बुल्स को इसकी नीलामी का अधिकार मिल गया. इस मॉल को अब हिमरी रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड ने खरीद लिया है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.