पश्चिम बंगाल: दिनाजपुर में मिली छात्रा की लाश, मौत पर सुलगी सियासत, क्यों इलाके में भड़क उठी हिंसा?

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Apr 22, 2023, 11:54 PM IST

पश्चिम बंगाल के दीनाजपुर में सुलगी हिंसा.

उत्तर दिनाजपुर में एक लड़की की मौत पर जमकर हिंसा भड़की है. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा है. आइए जानते हैं इलाके में भड़की हिंसा की वजह क्या है.

डीएनए हिंदी: पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिले में 17 साल की एक किशोरी की मौत पर इलाके में हिंसा भड़क गई है. दावा किया जा रहा है कि लड़की के साथ गैंगरेप हुआ है और उसकी हत्या कर दी गई है. पुलिस ने रेप और हत्या के आरोप में शनिवार को एक 20 साल के एक युवक को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि इस घटना के विरोध में स्थानीय लोगों द्वारा किये जा रहे प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया. 

पुलिस अधीक्षक मोहम्मद सना अख्तर ने बताया कि 17 साल की इस किशोरी का शव शुक्रवार को कालियाचक थाना क्षेत्र में एक नहर से मिला था. उन्होंने बताया कि किशोरी मुख्य आरोपी को जानती थी. 

शव के पास मिली जहर की शीशी, लोगों ने उठाए सवाल

पुलिस का कहना है कि किशोरी की मां से मिली शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और पॉक्सो कानून में मामला दर्ज कर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं मिला है. पुलिस का कहना है कि शव के पास जहर की शीशी मिली है. लोगों ने इस दावे पर सवाल खड़ा किया है. लोगों का कहना है कि इसे आत्महत्या करार देने की साजिश ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पुलिस रच रही है.

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क्यों सुलग उठा है दिनाजपुर, क्यों भड़की है हिंसा?

पश्चिम बंगाल के कालियाचक में स्थानीय लोगों ने घटना के विरोध में प्रदर्शन किया, जिसने हिंसक रूप ले लिया, जिसके बाद पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठी चलानी पड़ी. स्थिति नियंत्रित किए जाने से पहले दोषियों की गिरफ्तारी की मांग कर रही भीड़ ने कई दुकानों और ई-रिक्शा को आग के हवाले कर दिया. 

अधिकारियों के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने सड़कों पर टायर जलाकर सड़क जाम कर दी और पुलिस कर्मियों पर पथराव किया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने कालियागंज थाने का घेराव किया, जबकि BJP की राज्य इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार पीड़ित परिवार के लिये न्याय की मांग करते हुए पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए. 

पुलिस ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया

अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रित करने के लिए रैपिड ऐक्शन फोर्स (RAF) को बुलाया गया. उन्होंने बताया कि हिंसा में शामिल कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बताया कि पुलिस कार्रवाई में तीन लोग घायल हो गए और उन्हें रायगंज सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 

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क्यों सुलगी है सियासत?

स्थानीय BJP सांसद देबाश्री चौधरी के साथ पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे मजूमदार ने घटना की जांच सीबीआई से कराने की मांग की. उन्होंने पत्रकारों से कहा, 'हमें लगता है कि मामले की जांच CBI से कराने पर ही सच्चाई सामने आएगी.' इस घटना ने राजनीतिक रंग ले लिया है और जमकर सियासी रोटी सेंकी जा रही है. बीजेपी, टीएमसी पर आरोप लगा रही है, वहीं टीएमसी बीजेपी पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा रही है.

राष्ट्रीय महिला आयोग की एक टीम भी मौके पर पहुंची है और घटना के संबंध में राज्य पुलिस से तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट तलब की है. पुलिस ने बताया कि किशोरी का शव शुक्रवार को एक नहर से बरामद हुआ था. (इनपुट: भाषा)

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