DNA एक्सप्लेनर : PM मोदी Ganga Expressway का 18 दिसंबर को करेंगे शिलान्यास, जानें इसकी खासियत

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 15, 2021, 10:20 AM IST

117 किमी लंबे मैसूर-बेंगलुरु हाईवे का निर्माण इसी साल अक्टूबर तक पूरा हो जाएगा.

Ganga Expressway देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे होगा. इसकी कुल लंबाई 594 किलोमीटर होगा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 18 दिसंबर को इसका शिलान्यास करेंगे.

डीएनए हिंदीः पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के बाद उत्तर प्रदेश को एक और बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 18 दिसंबर को देश के सबसे लंबे गंगा एक्सप्रेस-वे (Ganga Expressway) का उद्घाटन करेंगे. करीब 36 हजार करोड़ की लागत से तैयार होने वाला यह एक्सप्रेस-वे 594 किमी लंबा होगा. गंगा एक्सप्रेस-वे मेरठ से शुरू होने के बाद यूपी के 12 जिलों से होता हुआ इलाहाबाद (प्रयागराज) पहुंचेगा. यह एक्सप्रेस वे प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में मील का पत्थर साबित होने वाला है. एक्सप्रेस-वे के निर्माण से लाखों नए रोजगार भी पैदा होंगे. 

18 दिसंबर को पीएम नरेन्द्र मोदी शाहजहांपुर के रोजा रेलवे ग्राउंड में गंगा एक्सप्रेस-वे की शिलान्यास रखेंगे. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पीएम मोदी इस एक्सप्रेस-वे के जरिए पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मतदाताओं को लुभाने की कोशिश करेंगे. गंगा एक्सप्रेस-वे की शुरुआत मेरठ के बिजौली गांव से होगी. यहां से यह यूपी के 12 जिलों मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं , शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और रायबरेली से होकर गुजरेगा. यह एक्सप्रेस-वे 519 गांवों को भी सीधा जोड़ेगा. उन्नाव में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से गंगा एक्सप्रेस-वे लिंक होगा. यह प्रयागराज के जूडापुर गांव के पास जाकर खत्म होगा. 

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जमीन अधिग्रहण का काम लगभग पूरा
गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण का काम लगभग पूरा हो चुका है. 36,230 करोड़ रुपये की लगात से तैयार होने वाले इस प्रोजेक्ट की घोषणा पिछले साल नवंबर में की गई थी. इस प्रोजेक्ट के लिए करीब 7386 हेक्टेयर भूमि की जरूरत है. पिछले चार माह में ही राज्य सरकार ने 71,621 किसानों से 90 फीसदी से अधिक भूमि खरीदी. प्रोजेक्ट के लिए अब तक कुल 82,750 किसानों से 94 फीसदी भूमि की खरीदी जा चुकी है.  

क्या होगी खासियत
गंगा एक्सप्रेस-वे छह लेन का बनाया जा रहा है जिसे बाद में 8 लेन तक बढ़ाया जा सकेगा. इस पर चलने वाले वाहनों की अधिकतम रफ्तार 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तय की गई है. इस एक्सप्रेसवे को हराभरा बनाने व पर्यावरण संरक्षण के लिए इसके दोनों किनारों पर 18.55 लाख पौधे लगाए जाएंगे. एक्सप्रेस वे पर मेरठ एवं प्रयागराज में एक-एक टोल प्लाजा और इसमें 15 रेम्प टोल प्लाजा का निर्माण किया जाएगा. एक्सप्रेस-वे के किनारे 9 जन सुविधा परिसर का भी निर्माण कराया जाएगा. गंगा एक्सप्रेस-वे पर 14 बड़े पुल, 126 छोटे पुल, 929 पुलिया, 7 आरओबी, 28 फ्लाईओवर और 8 डायमंड इंटरचेंज बनेंगे.  

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शाहजहांपुर में बनेगी हवाई पट्टी
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेस-वे की तरह गंगा एक्सप्रेस-वे पर भी हवाई पट्टी का निर्माण किया जाएगा. आपातकाल में वायु सेना के विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ के लिए शाहजहांपुर जिले में एक हवाई पट्टी भी बनाई जाएगी. इस हवाई पट्टी पर वायुसेना के बड़े और मालवाहक जहाज भी उतर सकेंगे.  

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