डीएनए हिंदी: आईपीएल के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने गुरुवार को आखिरकार चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी छोड़ दी. सीएसके ने आधिकारिक बयान में कहा, एमएस धोनी ने चेन्नई सुपर किंग्स का नेतृत्व सौंपने का फैसला किया है. टीम का नेतृत्व करने के लिए रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को चुना है. जडेजा 2012 से चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का अभिन्न अंग रहे हैं. वह सीएसके का नेतृत्व करने वाले तीसरे खिलाड़ी होंगे. धोनी इस सीजन और 'उसके बाद' भी चेन्नई सुपर किंग्स का प्रतिनिधित्व करना जारी रखेंगे. आखिर धोनी ने आईपीएल शुरू होने के दो दिन पहले कप्तानी छोड़ने का फैसला क्यों किया? आइए इन पॉइंट्स में जानते हैं...
1. सीएसके को मजबूत नेतृत्व सौंपकर जाना
सीएसके के स्टेटमेंट के अनुसार, एमएस धोनी ने कप्तानी हेंडओवर की है यानी उन्होंने खुद अपनी जगह जडेजा को दी है. धोनी चाहते तो इस सीजन के बाद कप्तानी छोड़ने और रिटायरमेंट का ऐलान भी कर सकते थे लेकिन उन्होंने जडेजा के नेतृत्व में खेलने का फैसला लिया है यानी धोनी विकेट के पीछे से जडेजा को सपोर्ट करते रहेंगे.
विराट कोहली ने जब आरसीबी की कप्तानी छोड़ी थी तब उन्होंने किसी भी को अपनी जगह देने की बात नहीं की थी लेकिन सीएसके की कप्तानी का 'हेंडओवर' मैनेजमेंट के साथ सोच विचार कर लिया गया निर्णय मालूम हो रहा है. ऐसे में यह माना जा सकता है कि धोनी इस सीजन से पहले ही कप्तानी छोड़ने का मन बना चुके थे.
2. लगातार गिरती परफॉर्मेंस
धोनी सीएसके को भले ही चार खिताब जिता चुके हों लेकिन अब उनकी परफॉर्मेंस चिंता का विषय बन रही है. उनकी उम्र 40 साल है. बता दें कि सीएसके ने आईपीएल के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी इमरान ताहिर को नीलामी में नहीं खरीदा है. हालांकि हर टीम चाहती है कि एक सफल कप्तान उनकी टीम से जुड़ा रहे लेकिन स्वयं की परफॉर्मेंस कप्तानी पर एक अतिरिक्त दबाव होता है.
पिछले दो सीजन से धोनी का बैटिंग एवरेज लगातार गिर रहा है. आंकड़ों के अनुसार, धोनी ने पिछले सीजन 16 मैचों में महज 16.28 की एवरेज से केवल 114 रन बनाए. धोनी का आईपीएल करियर में यह सबसे खराब औसत रहा. वह 16 मैचों में सिर्फ 3 छक्के जड़ पाए. जबकि 2020 में भी उनका प्रदर्शन बल्लेबाज के तौर कुछ खास नहीं रहा. 2020 में उनका एवरेज 25 का रहा था जबकि 2018 और 2019 में यह औसत 75 और 83 के बीच था.
3. रिटायरमेंट प्लान
धोनी का यह रिटायरमेंट प्लान भी हो सकता है. हालांकि सीएसके के ट्वीट के अनुसार धोनी आगे भी टीम का प्रतिनिधित्व करते रहेंगे लेकिन इस सीजन के बाद वह शायद ही अगला सीजन खेलते नजर आएं. धोनी खुद कई मौकों पर इसके संकेत दे चुके हैं. पिछले साल अक्टूबर में एक कार्यक्रम में धोनी ने कहा था कि वह अपना विदाई मैच जरूर खेलेंगे और इसकी जगह चेन्नई होगी. हालांकि इस बार सभी मैच महाराष्ट्र में हो रहे हैं लेकिन प्लेऑफ मैच के बारे में बाद में निर्णय लिया जाएगा. यदि सीएसके Playoff तक पहुंचती है तो संभावना है कि उन्हें चेन्नई के मैदान से विदाई दी जा सकती है. धोनी रिटायरमेंट के बाद टीम से मेंटर, कोच या मैनेजमेंट में किसी पद पर भूमिका निभा सकते हैं.
4. जडेजा की बढ़ती भूमिका
रवींद्र जडेजा पिछले कुछ समय से अपनी फॉर्म में वापस लौट आए हैं. श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था. पिछले 10 साल से वह टीम से जुड़े हैं ऐसे में उनकी पहचान सीनियर खिलाड़ी के तौर पर है. जडेजा ने 200 आईपीएल मैचों में 27.11 की एवरेज से 2386 रन बनाए हैं जबकि 127 विकेट चटकाए हैं. पिछले साल उनका एवरेज 75.66 का था. उन्होंने 16 मैचों में 13 विकेट भी चटकाए थे. टीम में जडेजा की भूमिका और कद लगातार बढ़ रहा था. जडेजा धोनी की पसंद हैं.
5. जडेजा के लिए धोनी की दरियादिली
एमएस धोनी ने जडेजा को कप्तानी हेंडओवर की है. 'हेंडओवर' करना एक भाव भी है. जडेजा ने धोनी के रिटायरमेंट के बाद चेन्नई की कप्तानी में रुचि दिखाई थी. इससे पहले भी वह जडेजा के लिए दरियादिली दिखा चुके हैं. आईपीएल रिटेंशन में जडेजा को धोनी से ज्यादा पैसे मिले हैं. जडेजा को 16 करोड़ रुपये में रिटेन किया गया है जबकि धोनी को 12 करोड़ में साइन किया गया है. मोइन अली 8 करोड़ और ऋतुराज गायकवाड़ 6 करोड़ रुपये में चेन्नई के साथ हैं.
सीएसके के गेंदबाजी कोच बालाजी ने कहा था कि माही भाई ने खुद जडेजा को नंबर-1 रिटेन करने वाला खिलाड़ी बनाने का फैसला किया था. उनसे बेहतर कोई नहीं जानता कि टीम को क्या चाहिए. वह हमेशा हमारे कप्तान रहेंगे.